
Farrukhabad Drowning Incident
Farrukhabad Drowning Incident: फर्रुखाबाद में गंगा ने छीन लिया एक परिवार का चिराग, परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल
लोकेशन: फर्रुखाबाद। संवाददाता: अंकित माथुर
जब एक चीख पूरे गंगा घाट पर गूंज उठी…
गंगा की कटरी में लहरें शांत थीं, पर जैसे ही विनय पानी में उतरा, कुछ ही कदम गहराई में जाने पर उसका पैर फिसल गया। तेज बहाव ने उसे बहा लिया।
“बचाओ! बचा लो!”
उसकी पुकार किसी दोस्त ने नहीं सुनी। उस वक्त वहां न मां थी, न बाप।
गंगा ने विनय को निगल लिया था।
वह लड़ता रहा, हांफता रहा, पर अंत में उसकी आवाज भी लहरों में डूब गई।
जब गोताखोरों ने शव निकाला…
उसने बेटे के गाल पर थप्पड़ मारा, हाथ जोड़े, पर विनय जा चुका था — उस जगह, जहां से कोई लौटकर नहीं आता। बेचारे मां-बाप का अब क्या होगा? कौन उनका सहारा बनेगा? कहां तो बेटे को अफसर बनाने का सपना था, और कहां अब उसकी अर्थी को कंधा देना पड़ रहा है। इससे बड़ा दुख माता-पिता के लिए और क्या हो सकता है?
नदी में नहाने को लेकर सुरक्षा की जरूरत
Farrukhabad Drowning Incident: इस हादसे के बाद स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने नदी में नहाने को लेकर सख्त चेतावनी जारी की है। गहरे और तेज बहाव वाले क्षेत्रों में स्नान से बचने की अपील की गई है। साथ ही, ग्रामीणों और युवाओं को जीवन रक्षक जैकेट जैसे सुरक्षा उपकरणों के उपयोग और जागरूकता के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
Farrukhabad Drowning Incident से सबक
फर्रुखाबाद में हुई इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि नदी में नहाते वक्त सावधानी कितनी जरूरी है। विनय यादव की मौत उनके परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, लेकिन ऐसे हादसे दोबारा किसी परिवार के साथ न हों, इसके लिए आपको भी सावधान और जागरुक रहने की जरूरत है। प्रशासन और समाज को मिलकर ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि और जिंदगियां बचाई जा सकें।
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