जालंधर से लेकर करनाल तक, एक्शन में ED. डंकी रूट से जुड़े मामलों की शिकायत के बाद 11 ठिकानों पर छापेमारी.
Jalandhar : Bollywood Actor Shahrukh Khan की सुपरहिट फिल्म ‘Dunki’ तो ज़रूर दखी होगी आपने… आज उसी से जुड़ी क अहम खबर आपको देने जा रहे हैं. 9 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पंजाब और हरियाणा में ‘Dunki Route’ के रास्ते अवैध रूप से लोगों को अमेरिका और अन्य देशों में भेजने वाले नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. बुधवार को Jalandhar Zonal Office के नेतृत्व में 11 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई जिनमें Punjab के अमृतसर, संगरूर, पटियाला, मोगा और हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल शामिल हैं. ये कार्रवाई 17 FIR’s के आधार पर की गई जो पंजाब और हरियाणा पुलिस ने ट्रैवल और वीजा एजेंटों के खिलाफ दर्ज की थीं.
ED के फुल एक्शन का विवरण

- मनी लॉन्ड्रिंग जांच – ED ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत जांच शुरू की है. ये कार्रवाई फरवरी 2024 में अमेरिका से सैकड़ों भारतीय प्रवासियों के डिपोर्ट होने के बाद शुरू हुई जिनमें से कईयों को हथकड़ियों में भारत लाया गया था जिससे व्यापक जन आक्रोश फैला.
- डिपोर्ट किए गए लोगों के बयान – ED ने डिपोर्ट किए गए प्रवासियों के बयान दर्ज किए, जिनमें खुलासा हुआ कि एजेंटों ने 45-50 लाख रुपये प्रति व्यक्ति वसूलकर उन्हें वैध वीजा का झांसा दिया लेकिन खतरनाक ‘Dunki Route’ के जरिए विदेश भेज दिया. इन बयानों से कई संदिग्ध एजेंटों और बिचौलियों की पहचान हुई.
- छापेमारी में जब्ती – छापेमारी के दौरान कुछ दस्तावेज, कैश और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए. ED अब इस रैकेट के Money Trail और International Human Trafficking Network की जांच कर रही है.
क्या है ‘Dunki Route’?

‘डंकी रूट’ एक अवैध इमिग्रेशन प्रक्रिया है जिसमें एजेंट लोगो को जंगलों, रेगिस्तानों, समुद्र और पहाड़ों के खतरनाक रास्तों से अमेरिका, कनाडा या यूरोप भेजते हैं. ये रास्ता कई देशों जैसे स्पेन, अल सल्वाडोर, ग्वाटेमाला, मैक्सिको की सीमाओं से होकर गुजरता है. विदेश भेजने के नाम पर एजेंट आम लोगों से 45-50 लाख रुपये तक वसूलते हैं लेकिन वैध वीजा की जगह उन्हे जानलेवा रास्तों पर अपनी किस्मत से लड़ने भेज देते हैं. कई मामलों में प्रवासियों को रास्ते में उगाही का शिकार बनाया जाता है तो कुछ की जान तक चली जाती है. जैसे मार्च 2025 में मोहाली के रहने वाले रनदीप सिंह की कंबोडिया में मौत हुई थी.
कहां से चलता है रैकेट?
- ये नेटवर्क पंजाब और हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा सक्रिय है जहां बेरोजगारी का फायदा उठाकर लोगों को विदेश में बेहतर जीवन का लालच दिया जाता है.
- एजेंट अंतरराष्ट्रीय तस्करों यानि ‘डॉन्कर्स’ के साथ मिलकर काम करते हैं जो प्रवासियों को जोखिम भरे रास्तों से ले जाते हैं.
- ED और NIA ने पहले भी इस रैकेट के खिलाफ छापेमारी की है. मार्च 2025 में दिल्ली के गगनदीप सिंह को NIA ने गिरफ्तार किया था जो इस रैकेट का मास्टरमाइंड था.

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