
Donald Trump का एक और बड़ा दावा, अमेरिका पर कही बड़ी बात
Donald Trump News : अमेरिकी राष्ट्रपति का दावा कितना सही ?
अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump को लेकर एक बात बेहद मशहूर है, कि जहां विवाद होता है वहां डोनाल्ड ट्रंप का नाम उस विवाद या तो जुड़ जाता है या फिर वे खुद एक कदम आगे आकर उस विवाद में कूद पड़ते हैं. कुछ ऐसा ही फिर से हुआ है. डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी USP यानी Unique Selling Proposition का सहारा लेते हुए विश्वभर में सुर्खियां बंटोर ली है. और अमेरिका को एक ऐसे मामले में अहमियत दे दी जिससे जुड़ा एक पक्ष अमेरिका और अमेरिकी राष्ट्रपति के दावों को कोई भी तवज्जों नहीं देना चाहता है.
डोनाल्ड ट्रंप ने आखिर क्या कहा ?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि अमेरिका ने एक परमाणु युद्ध को रोक दिया है या फिर टाल दिया है. डोनाल्ड ट्रंप का ये दावा भारत-पाकिस्तान के बीच लागू सीजफायर के संदर्भ में है. ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान युद्ध को रोका, हमने भारत-पाकिस्तान को लड़ने से रोका, मेरा मानना है कि ये युद्ध परमाणु युद्ध मतलब न्यूक्लियर वॉर में बदल सकता था.
ट्रंप ने भारत-पाक सीजफायर की वजह बताई!
डोनाल्ड ट्रंप का दावा है कि हमने दोनों देशों से कहा कि ट्रंप प्रशासन एक दूसरे पर गोलीबारी करने वालों से व्यापार नहीं करता है. ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के नेता महान हैं, दोनों देशों के नेताओं ने समझदारी दिखाई, सहमति जताई, जिसके बाद ये सब रुक गया. ट्रंप का कहना है कि हमने व्यापार पर अपना रुख बताया और स्पष्ट कह दिया कि हम उन लोगों के साथ व्यापार नहीं कर सकते जो एक-दूसरे पर गोली चला रहे हैं, जिनकी ओर से परमाणु हथियारों का प्रयोग किए जाने की भी आशंका है.
भारत-पाक सीजफायर का क्रेडिट लेने की कोशिश
ट्रंप के दावे एक तरफ है और सच्चाई दूसरी तरफ, सच्चाई यही है कि ट्रंप लगातार क्रेडिट लेने के लिए परेशान नज़र आ रहे हैं. ट्रंप की कोशिश हर हालत में भारत-पाकिस्तान के बीच लागू सीजफायर का क्रेडिट हासिल करने की है. तभी तो ट्रंप लगातार भारत-पाक सीजफायर को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं. इस मसले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने बयान से स्थिति स्पष्ट कर दी है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर दोनों देशों की आपसी सहमति से हुआ है. सीजफायर के लिए पाकिस्तान के DGMO से कॉल आया था , दोनों देशों के बीच हुई DGMO स्तर की बातचीत के बाद सीजफायर पर सहमति बनी है. गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति को भारत-पाक सीजफायर का क्रेडिट लेने की इतनी जल्दबाजी थी कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच आधिकारिक तौर पर सीजफायर लागू होने से ठीक पहले ही X पर एक पोस्ट कर घोषणा तक कर डाली थी कि दोनों देशों के बीच सीजफायर लागू हो गया है. जो बताता है कि ट्रंप क्रेडिट लेने के लिए कितने बेचैन हैं.

भारत के ऑपरेशन सिंदूर से कांपा पाकिस्तान
पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने कायराना हरकत करते हुए हिंदुओं को चुन-चुन कर मारा था, और महिलाओं से कहा था ये बात मोदी को जाकर बता देना, जिसके बाद जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर के तहत 9 आतंकी ठिकानों को खाक करते हुए 100 से ज्यादा आतंकियों को मार दिया. तो पाकिस्तान बौखला गया, पाकिस्तान ने भारत में नागरिक ठिकानों को निशाना बनाने की हिमाकत की जिसे भारती रक्षा प्रणाली ने वक्त रहते ही नाकाम कर दिया. और भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई एयरबेस और सैन्य ठिकाने राख हो गए. ऐसे में खुद की बर्बादी देख पाकिस्तान के DGMO की ओर से भारत के DGMO को कॉल लगाकर युद्धविराम की अपील की गई. जिसके बाद भारत ने सशर्त युद्धविराम लागू कर दिया साथ ही पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया गया कि अगर भारत में अब कोई भी आतंकी घटना घटी तो उसे युद्ध माना जाएगा और भारत फिर निर्णायक जवाब देगा.