पत्नी के मायके जाने से आहत हरेंद्र ने दे दी खुद की जान… गाजीपुर के नईकोट गांव की घटना. 4 मासूम बच्चों को रोते बिलखते छोड़ा. जांच में जुटी पुलिस
संवाददाता – प्रदीप दुबे, गाजीपुर
Ghazipur : यूपी के गाजीपुर जिले के खानपुर थाना क्षेत्र के नईकोट गांव में एक दुखद घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया… गांव के निवासी हरेंद्र यादव ने अपने घर में पंखे के हुक से साड़ी के फंदे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना के पीछे उनकी पत्नी के साथ लगातार चल रहे पारिवारिक विवाद को कारण बताया जा रहा है.
कब और कैसे घटी घटना?

घटना सोमवार दोपहर की बताई जा रही है, जब हरेंद्र की बेटी Himanshi खाना लेकर अपने पिता के कमरे में पहुंची… उसने दरवाजा खटखटाया और आवाज दी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. कोई जवाब न मिलने पर हिमांशी ने कमरे की खिड़की से झांककर देखा तो उसके होश उड़ गए. उसके पिता साड़ी के फंदे से पंखे पर लटके हुए थे. ये देखकर हिमांशी दहाड़े मारकर रोने लगी. उसकी चीख-पुकार सुनकर परिजन और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और हरेंद्र को फंदे से लटका हुआ पाया.
शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा
परिजनों ने तुरंत स्थानीय पुलिस को घटना की सूचना दी… सूचना मिलते ही खानपुर थाना प्रभारी शैलेंद्र प्रताप सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. इस बीच जिले से फोरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और मामले की तफ्तीश शुरू की. फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए और घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी.
पत्नी से विवाद बनी वजह

मृतक के पिता मुंशी यादव ने बताया कि हरेंद्र और उसकी पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता रहता था… कुछ दिन पहले ही उसकी पत्नी झगड़कर अपने मायके चली गई थी, जिसके बाद से हरेंद्र मानसिक रूप से परेशान था. पिता के अनुसार पत्नी के साथ लगातार झगड़े और उसका मायके चले जाना हरेंद्र के लिए असहनीय हो गया था, जिसके चलते उसने यह आत्मघाती कदम उठाया. हरेंद्र अपने पीछे दो बेटे पुत्र और दो बेटियां छोड़ गया है जिनका रो-रोकर बुरा हाल है.
निष्पक्षता से होगी जांच
थाना प्रभारी शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और प्रारंभिक जांच में पारिवारिक विवाद को आत्महत्या का कारण माना जा रहा है. लेकिन सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है. पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस घटना के पीछे कोई अन्य कारण भी शामिल है. यह घटना न केवल हरेंद्र के परिवार के लिए एक बड़ा आघात है बल्कि यह समाज में बढ़ते पारिवारिक तनाव और मानसिक दबाव के मुद्दों को भी उजागर करती है. स्थानीय समुदाय में इस घटना को लेकर शोक की लहर है, और लोग हरेंद्र के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे हैं. पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और सभी तथ्यों को सामने लाया जाएगा.
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