 
                  पूर्णिया में मोहब्बत की भूख ने एक मर्द को ‘Shift Duty’ वाला बिस्तर मज़दूर बना दिया है। पहली बीवी ने छोड़ा नहीं, दूसरी बीवी ने रोका नहीं — तो थाने ने ही ‘Shift Duty’ का टाइमटेबल बना दिया। अब मियाँ हफ़्ते में छह रातें दो बीवियों के साथ बारी-बारी बिताएँगे — और संडे को मिलेगा सिर्फ़ उनका ‘फ्री डे’।
“पूर्णिया में दो बीवियों ने मर्द को बनाया बिस्तर मज़दूर | Shift Duty का इश्क़”
दो बीवियाँ, एक मर्द — बिस्तर पर हफ़्तेभर का टाइमटेबल!
सोचिए ज़रा — एक मर्द, दो बीवियाँ, और दोनों को बराबर ‘रातों का प्यार’ चाहिए। बात बिहार के पूर्णिया की है, जहाँ मोहब्बत की भूख ने मियाँ को रातों का मज़दूर बना दिया।
पहली बीवी ने शोर मचाया — “मेरा मर्द दूसरी बीवी के साथ गुलछर्रे उड़ा रहा है, हमें छोड़ दिया!” दूसरी ने भी झट पकड़ लिया — “हम भी हक़दार हैं — आधी रातें हमारी!”
Shift Duty-थाने से तय हुआ ‘बिस्तर शेड्यूल’!
जब दोनों बीवियों की मोहब्बत की आग बुझे नहीं बुझी, तो मामला पहुँचा पुलिस काउंसलिंग सेंटर। वहाँ जमकर बवाल — आँसू, धमकी, चिल्ल-पों।
आख़िर में थानेदार साहब ने कहा — “जब मोहब्बत बाँटनी ही है तो बराबर बाँटो!”
बस फिर क्या — तय हुआ बिस्तर का टाइमटेबल — सोमवार से बुधवार पहली बीवी, गुरुवार से शनिवार दूसरी बीवी — और संडे? मर्द का फ्री डे!
अब मियाँ को हफ़्ते में दो बीवियों के लिए छह रातों की ‘Shift Duty’ करनी है!
पहली बीवी बोली — ‘पहले मेरा था, अब भी मेरा रहेगा!’
पहली बीवी का दर्द भी कम नहीं — शादी के सालों बाद मियाँ ने छुपकर दूसरी शादी कर ली।
वो बोली — “कानून देखे न देखे, मर्द मेरा है — दो रात क्या, बीस रात चाहिए!”
मगर पुलिस को तो दोनों को चुप कराना था — इसलिए मोहब्बत का ‘ड्यूटी चार्ट’ पकड़ा दिया गया!
Shift Duty’-दूसरी बीवी भी कम चालू नहीं!
अब दूसरी ने भी ऐलान कर दिया — “मियाँ अब हमारे साथ भी बराबर बिस्तर गरम करेंगे! पहली के बच्चे हों या खर्चा — हमारी रातें नहीं कटेंगी!”
मतलब मियाँ को हफ़्तेभर ‘शिफ़्ट बदल-बदल कर बिस्तर तपाना’ ही होगा — और किसी को भी ना नहीं कह सकते!
गाँव में बना चर्चा — ‘मर्द बन गया रातों का मज़दूर!’
गाँव-गली में अब लोग मजे ले रहे हैं — कोई कह रहा है ‘मियाँ बेचारा!’, कोई हँस रहा — “मोहब्बत में इतना मज़ा कि अब टाइमटेबल से बिस्तर संभालना पड़ रहा है!”
कहते हैं, अब मर्द साहब ऑफिस में काम करके घर लौटेंगे, फिर बिस्तर में ‘वर्कलोड’ निभाएँगे।
पहली बीवी ने बच्चों के लिए चार हज़ार रुपये महीने भी तय करवा लिए — मतलब इश्क़ भी, खर्चा भी, और बिस्तर भी!
पुलिस काउंसलिंग सेंटर बना इश्क़ का ‘HR डिपार्टमेंट!’
अब पुलिस भी ख़ुश — सब सुलट गया! न तलाक़, न लड़ाई — बस एक ‘बिस्तर ड्यूटी चार्ट’।
काउंसलिंग सेंटर में लोग कह रहे हैं — “अब तो थाने में निकाह भी, तलाक भी और बिस्तर का शेड्यूल भी — सब यहीं होगा!”
इश्क़, धोखा और बिस्तर — सब पर ‘Shift Duty’ का ठप्पा!
कहते हैं, इश्क़ में सब जायज़ — मगर पूर्णिया वालों ने तो बिस्तर के लिए भी हफ़्ते का रोस्टर बना डाला!
अब मियाँ हफ़्ते में छह रातें दो बीवियों के साथ बाँटकर गुज़ारेंगे — संडे को बेचारे को ‘अपनी मर्ज़ी की हवा खाने’ की इजाज़त है।
मतलब — हफ़्ते की मोहब्बत पूरी, मर्दानगी भी बरकरार — और गाँव में सब खुश!
✅ Written by khabarilal.digital Desk
📍 Location: पूर्णिया,बिहार
🗞️Reporter:उस्मान

 
         
         
         
        