
Digvijay Chautala Met Governor. “FIR से काम नहीं चलेगा, VC को हटाएं और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई हो”. गवर्नर से मिलकर दिग्विजय ने उठाया HAU का मुद्दा.
Chandigarh : Hisar की चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) में छात्रों और प्रशासन के बीच चल रहे विवाद ने अब राजभवन तक पहुंचकर नया मोड़ ले लिया है. जननायक जनता पार्टी के युवा अध्यक्ष Digvijay Chautala ने हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात की और विश्वविद्यालय में 10 जून को छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की घटना की जानकारी दी. दिग्विजय ने मांग की है कि सिर्फ FIR दर्ज करना ही इस समस्या का पूर्ण समाधान नहीं है. HAU के वाइस चांसलर प्रोफेसर बीआर कम्बोज को तत्काल पद से हटाया जाना चाहिए और छात्रों पर लाठीचार्ज करने वाले तमाम दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. इसके अलावा दिग्विजय चौटाला ने छात्र प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात करके उन्हे ये विश्वास जताया कि राज्यपाल इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर उचित कार्रवाई करेंगे.
क्या है HAU विवाद का पूरा मामला?
- हिसार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में 10 जून की रात विश्वविद्यालय के सिक्योरिटी गार्ड्स ने VC आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज किया था. इस घटना में 20 से ज्यादा छात्र घायल हुए थे जिनमें 6 को गंभीर चोटें आईं और उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था.
- छात्र विश्वविद्यालय की स्कॉलरशिप नीति के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. 10 जून को सुबह वे VC से मिलने गए, जहां सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ उनका विवाद हुआ था. छात्रों ने आरोप लगाया कि उनके साथ मारपीट की गई. रात को VC आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान दोबारा लाठीचार्ज हुआ.
- छात्रों की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने विश्वविद्यालय के सिक्योरिटी इंचार्ज सुखबीर सिंह, प्रोफेसर राधेश्याम, रजिस्ट्रार पवन कुमार, सुमन, नरेंद्र, जगमेश पूनिया, अनूप और बिजेंद्र के खिलाफ IPC की धारा 110, 190, 191(2), 191(3), और 351(3) के तहत केस दर्ज किया.
अब तक हुई कार्रवाई
- पुलिस ने लाठीचार्ज के आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर राधेश्याम को गिरफ्तार किया. इसके अलावा विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रोफेसर सहित चार सिक्योरिटी गार्ड्स को निलंबित कर दिया है.
- VC प्रोफेसर बीआर कम्बोज ने मामले को सुलझाने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की, जिसमें डायरेक्टर ऑफ रिसर्च डॉ. राजबीर गर्ग (चेयरमैन), डीन पोस्ट ग्रेजुएट स्टडीज और डीन एग्रीकल्चर डॉ. एसके पहूजा शामिल हैं. कमेटी ने छात्रों से बातचीत शुरू की है और कुछ मुद्दों पर सहमति बनने की बात कही.
- छात्रों का धरना जारी रहा. उन्होंने 16 जून को विश्वविद्यालय की परीक्षाओं का बहिष्कार किया. 350 छात्रों में से सिर्फ 50 छात्रों ने परीक्षा दी है जिनमें 9 विदेशी छात्र भी शामिल हैं. छात्रों ने साफ कहा है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, परीक्षाओं का बहिष्कार जारी रहेगा.
छात्र VC के इस्तीफे और सभी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं… उनका कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी स्कॉलरशिप और अन्य मांगों को लेकर गंभीर नहीं है, जिसके विरोध में वे धरने पर हैं.
दिग्विजय चौटाला का रुख
दिग्विजय चौटाला ने 13 जून को धरने पर बैठे छात्रों से मुलाकात की और कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन की तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने सिक्योरिटी इंचार्ज पर जातिगत टिप्पणियों का आरोप लगाया और VC को “अहंकारी और अयोग्य” बताया है. उन्होंने X पर पोस्ट में लिखा “VC ने हर हद पार कर दी है और छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचला है. VC को तुरंत हटाया जाना चाहिए”. आपको बता दें HAU में छात्रों पर लाठीचार्ज का मामला गंभीर हो चुका है और दिग्विजय चौटाला ने इसे राज्यपाल तक पहुंचाकर VC की बर्खास्तगी की मांग को तेज कर दिया है. छात्रों का धरना और परीक्षाओं का बहिष्कार जारी है जबकि प्रशासन वार्ता के जरिए मामला सुलझाने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में राज्यपाल की कार्रवाई इस मामले में निर्णायक साबित हो सकती है.