Chhangur Conversion Case: धर्मांतरण रैकेट में बुलडोजर की गूंज
जिस छांगुर बाबा धर्मांतरण केस की पूरे देश में चर्चा है – उससे जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। बलरामपुर जिले के उतरौला तहसील के रेहरा माफी गांव में एक बार फिर प्रशासन की सख्ती की गूंज सुनाई दे रही है। अवैध धर्मांतरण के कुख्यात रैकेट से जुड़े छांगुर बाबा के भतीजे मोहम्मद सबरोज के घर पर बुलडोजर चलने की तैयारी है। उत्तर प्रदेश एटीएस ने सबरोज को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है – अब तहसील प्रशासन ने उसके अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करने का नोटिस जारी किया है। यह मामला न केवल बलरामपुर बल्कि आजमगढ़ जिले तक फैला हुआ है जहां सबरोज पर पहले से ही धर्मांतरण के गंभीर आरोप दर्ज हैं।
Chhangur Conversion Case: चाचा के नक्शेकदम पर भतीजा सबरोज
धर्मांतरण का मास्टरमाइंड छांगुर जितना शातिर और पहुंचा हुआ निकला – उसका भतीजा मोहम्मद सबरोज भी कम नहीं था। सबरोज रैकेट का अहम हिस्सा था। पुलिस ने जब सख्ती का डंडा चलाया तो सबरोज टूटता चला गया। खबरीलाल डिजिटल के सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में सबरोज ने चौंकाने वाले कई खुलासे किए हैं। सबरोज पर आरोप है कि वह हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर धर्मांतरण करवाने में शामिल था। आजमगढ़ के देवगांव थाने में मई 2023 में दर्ज एक मामले में भी सबरोज का नाम सामने आया था – जहां उसे 17 अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था। जमानत पर रिहा होने के बाद उसने फिर से इस गैरकानूनी गतिविधि को अंजाम देना शुरू कर दिया।
सबरोज अब शिकंजे में है – बड़े राज उगल रहा है – लेकिन इन सवालों के जवाब मिलने अभी बाकी हैं – सवाल ये
क्या सबरोज इस रैकेट का अगला मास्टरमाइंड बनने की तैयारी में था?
विदेशी फंडिंग के पीछे कौन-कौन से देश और संगठन शामिल हैं?
क्या बलरामपुर और आजमगढ़ के अन्य गांवों में भी इस रैकेट के तार फैले हैं?
प्रशासन की बुलडोजर कार्रवाई से क्या यह रैकेट पूरी तरह खत्म हो जाएगा?
क्या स्थानीय लोग, जो छांगुर को अब भी निर्दोष मानते हैं – इस कार्रवाई का विरोध करेंगे?
Chhangur Conversion Case: धर्मांतरण का खतरनाक खेल
ये पूरी रोंगटे खड़े कर देने वाली काली कहानी कुछ सालों पहले शुरू हुई थी। जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा – जो बलरामपुर के रेहरा माफी गांव का निवासी है – एक समय सड़कों पर नग और पत्थर बेचने वाला मामू unpaid worker था। लेकिन कुछ ही सालों में उसने 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का साम्राज्य खड़ा कर लिया। यूपी एटीएस की जांच में खुलासा हुआ कि छांगुर बाबा एक संगठित धर्मांतरण रैकेट का मास्टरमाइंड था। वह हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर, झूठे नामों से शादी का झांसा देकर और ब्रेनवॉशिंग के जरिए उनका धर्म परिवर्तन करवाता था। इस रैकेट में विदेशी फंडिंग, खासकर खाड़ी देशों से आने वाले धन का इस्तेमाल होता था। छांगुर के ठिकानों पर ईडी ने भी छापेमारी की, जिसमें 100 करोड़ रुपये से अधिक के लेन-देन का पता चला।
Chhangur Conversion Case: चाचा-भतीजे दोनों रोएंगे खून के आंसू!
छांगुर बाबा की आलीशान कोठी – जो मधपुर गांव में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनी थी…उसे प्रशासन ने 8 बुलडोजरों की मदद से ध्वस्त कर दिया। इस कोठी में विदेशी नस्ल के घोड़े, जर्मन शेफर्ड कुत्ते और एक गुप्त कंट्रोल रूम भी था, जहां सीसीटीवी से हर गतिविधि पर नजर रखी जाती थी। जबकि छांगुर के भतीजे सबरोज ने रेहरा माफी गांव में ग्राम समाज की जमीन पर अवैध रूप से मकान बनाया था। उतरौला तहसील प्रशासन ने इस अतिक्रमण को हटाने के लिए नोटिस जारी किया है और जल्द ही बुलडोजर कार्रवाई की संभावना है। प्रशासन ने साफ किया है कि तय समय सीमा में अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो सख्त कदम उठाए जाएंगे।
Chhangur Conversion Case: योगी किसी ‘छांगुर’ को नहीं छोड़ने वाले!
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पूरे मामले में सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रविरोधी गतिविधियों और अवैध धर्मांतरण के खिलाफ कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। छांगुर बाबा की कोठी को ध्वस्त करने के बाद प्रशासन ने 8,55,398 रुपये की वसूली का नोटिस भी जारी किया – जिसमें बुलडोजर कार्रवाई का खर्च और क्षतिपूर्ति शामिल है। अब सबरोज के मकान पर बुलडोजर चलने की तैयारी है – जो इस रैकेट के खिलाफ एक और बड़ा कदम होगा। ईडी भी इस मामले में सक्रिय है और छांगुर के 14 ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है – जिसमें बलरामपुर के 12 और मुंबई के 2 स्थान शामिल हैं। जांच में विदेशी फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और आईएसआई कनेक्शन तक के तार सामने आए हैं।