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Chawal Chor Gang Raebareli – जहां चावल व्यापार नहीं, धंधा है “धोखा एक्सप्रेस”
307 कुंटल चावल, यानी लगभग एक मझोले गांव की सालभर की खपत, एक ट्रक में भरकर निकला तो था अहमदाबाद, लेकिन पहुंचा चड़ाई चौराहा, डीह थाना रायबरेली!
Chawal Chor Gang Raebareli नामक यह अध्याय हमें बताता है कि भारत में अब अनाज भी GPS से नहीं, नियति से चलता है।
अमेठी के व्यापारी रितेश अग्रवाल ने 12 मई को ट्रक बुक किया था, ट्रांसपोर्टर थे शिवम तिवारी।
लेकिन ट्रक न तो अहमदाबाद गया, न मंडी पहुँचा, बल्कि गैंग के हाजमे का टेस्ट हो गया फेल।
Chawal Chor Gang Raebareli – जब ट्रक भी पहन ले फर्जी नंबर प्लेट की चादर
22 जुलाई को डीह थाना क्षेत्र के चौराहे पर खड़ी किस्मत ने पुलिस को ये चावल की ‘करारी किचड़ी’ पकड़ा दी।
फर्जी नंबर प्लेट, फर्जी रूट, फर्जी मंशा, और असली मुनाफा।
पकड़े गए आरोपी:
मोहम्मद इसरार उर्फ इमरान खान (मुख्य चावल चुरकिया)
आसिफ हुसैन उर्फ बाबा
मोहम्मद तबरेज
समशुलहुदा
पूछताछ में मास्टरमाइंड बोला—”पैसों की ज़रूरत थी”, जैसे गरीबी में लोग ईमान नहीं, 307 कुंटल चावल निगल जाते हैं।
Chawal Chor Gang Raebareli – जब मंडी मंडी नहीं, ‘माफिया मेला’ हो जाए
रितेश अग्रवाल ने सोचा था—“थोक व्यापार है, ट्रांसपोर्टिंग साधारण काम है”, लेकिन उन्हें क्या पता था कि विंध्यवासिनी ट्रांसपोर्ट असल में “भूतिया रूट्स एंड स्टीलिंग लिमिटेड” निकलेगा।
Chawal Chor Gang  की इस चोरी की कीमत थी ₹8.78 लाख, यानी एक इनोवा, एक शानदार फॉर्च्यूनर की डाउन पेमेंट या पांच छप्परपोश घरों की छत।
Chawal Chor Gang Raebareli – पुलिस की चालाकी से पकड़ा गया ‘भूख का कारोबार’
गौर कीजिए, 307 कुंटल चावल किसी खलिहान से नहीं चुरा लिए गए, ये बाकायदा व्यापारी से ट्रक में भरवाकर निकाले गए थे।
फर्क बस इतना था कि ट्रक अनाज का नहीं, अपराध का वाहन बन चुका था।
पुलिस की तेज़ी ने इस बार ईंट से ईंट नहीं, बोरी से बोरी का हिसाब मिला दिया।
वरना “आज चावल, कल गेंहू, परसों गोदाम”—देश की मंहगाई यूं ही बढ़ती रहती।
Chawal Chor Gang Raebareli – ट्रांसपोर्ट में अब ट्रस्ट नहीं, ट्रैप होता है
अब सवाल ये उठता है—क्या ट्रांसपोर्टर शिवम तिवारी मासूम हैं?
या वो भी इस “अन्न महाचक्र” का अनदेखा खिलाड़ी?
शिवम ने ट्रक बुक किया, ड्राइवर ने चुपचाप दिशा बदल दी, और मंडी बन गई मायाजाल।
Chawal Chor Gang केस बताता है कि अब भारत में चोरी केवल जेब की नहीं, भूख की भी होती है।
Chawal Chor Gang Raebareli – जांच जारी, लेकिन मंडी व्यापारी अब मंडी से डरेंगे
पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर धारा 420, 406, 379, 120B समेत तमाम धाराओं में बंद कर दिया है।
अब व्यापारी रितेश अग्रवाल को भी समझ आ गया होगा—
बोली से अनाज बिकता है, लेकिन भरोसे से ट्रक नहीं चलता।

 
         
         
         
        