 
                  Uttarakhand के पवित्र चार धाम की यात्रा शुरू हो गई है। गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुल चुके हैं। 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बद्रीनाथ के कपाट भी खुल जाएंगे।वहीं हेमकुंड साहिब का कपाट 25 मई को खोला जाएगा। इस बार पवित्र धाम की यात्रा लेकर भक्तों में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि, 20 लाख से ज्यादा लोग अब तक रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं,ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो चुका है। इसलिए धामी सरकार को उम्मीद है कि, इस बार भक्तों का आंकड़ा 50 लाख को पार कर जाएगा।
Char Dham Yatra 2025 – Highlights
| चारधाम यात्रा शुरू,भक्तों में जोश | 
| यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी | 
| 20 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन | 
| 50 लाख तीर्थ यात्रियों के आने का दावा | 
| पवित्र यात्रा को इको-फ्रेंडली बनाया गया है | 
कहां पहले मत्था टेकेंगे तीर्थयात्री?
पवित्र चारधाम यात्रा के पहले पड़ाव में तीर्थ यात्रियों का जत्था यमुनोत्री धाम में पहुंच रहा है। इसके बाद भक्त गंगोत्री धाम के दर्शन करेंगे। गंगोत्री और यमुनोत्री के बाद केदारनाथ और फिर बद्रीनाथ का दर्शन भक्तों को आनंदित करता है।
यात्रा के लिए जरूरी है रजिस्ट्रेशन
चारधाम की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी है।लिहाजा अगर आपने चारधाम की यात्रा का प्लान बनाया है, और रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, तो सबसे पहले अपना रजिस्ट्रेशन करा लें। इसके लिए आप registrationandtouristcare.uk.gov.in या फिर “Tourist Care Uttarakhand” ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। यात्रा पर जाने से पहले आपको अपने स्वास्थ्य का परीक्षण जरूर करा लेना है,क्योंकि चार धाम की यात्रा ऊंचाई वाली जगहों पर होती है,जहां ऑक्सीजन की मात्रा कम होती है,जिससे आपको सांस लेने में परेशानी हो सकती है। इधर सरकार ने भी तीर्थ यात्रियों के हेल्थ की जांच के लिए हर चेकपोस्ट पर हेल्थ स्क्रीनिंग का इंतजाम किया है। साथ जरूरी दवाएं साथ रखने की भी अपील की है।
सरकार का बेहतर सुविधा का दावा
धामी सरकार ने तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए इस बार कई कदम उठाए हैं। सरकार का दावा है कि, उसने तीर्थ यात्रियों के लिए बसों का पर्याप्त इंतजाम किया गया है। केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सुविधा की व्यवस्था की गई है। बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों के लिए घोड़े और पालकी भी मुहैया कराई जा रही है।तीर्थ यात्रियों को रुकने में परेशानी न हो,इसके लिए टेंटहाउस और धर्मशालाओं का भी पर्याप्त इंतजाम किया गया है।
सहायता के लिए है हेल्पलाइन नंबर
अगर आपको यात्रा के दौरान किसी सहायता की जरूरत पड़ती है तो आप 1364 और 108 पर संपर्क कर सकते हैं। 108 सेवा एंबुलेंस के लिए दी गई है। वहीं हर धाम पर पुलिस नियंत्रण केंद्र भी बनाया गया है। जहां जाकर तीर्थ यात्री जरूरी मदद ले सकते हैं
यात्रा को बनाया गया है इको-फ्रेंडली
धामी सरकार ने इस बार पवित्र चार धाम की यात्रा को इको-फ्रेंडली बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसके लिए प्लास्टिक की बोलत और थैली पर प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही जैविक शौचालय भी बनाए गए हैं। बिजली के लिए सोलर लाइट का इस्तेमाल किया गया है।
आपकी जेब पर पड़ेगा कितना बोझ?
अगर आप ये अनुमान नहीं लगा पा रहे हैं कि, पवित्र धाम की यात्रा के दौरान आपका कितना खर्च आ सकता है तो हम आपको एक अनुमानित बजट बता देते हैं। यात्रा के पहले पड़ाव यानि गंगोत्री और यमुनोत्री पर यात्रा का खर्च प्रति व्यक्ति 12 हजार रुपये आ या इससे कुछ अधिक आ सकता है। बद्रीनाथ यात्रा का बजट भी इतना ही रहने का अनुमान है। हां केदारनाथ की यात्रा में आपके कुछ पैसे ज्यादा लग सकते हैं। ये रकम 15 हजार रुपये से अधिक हो सकती है।

 
         
         
         
         
        