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22 जून 2025 को बुलंदशहर के दाऊदपुर गांव में Bulandshahr Suicide Rescue की सनसनीखेज घटना ने सबको हिला दिया। चोला थाने की पुलिस, जो किसी और मामले की तहकीकात के लिए गांव में थी, ने एक 25 साल के युवक को फंदे से लटकते हुए बचा लिया।
Bulandshahr Suicide Rescue: खाकी का फरिश्ता अवतार
 Bulandshahr Suicide Rescue–बुलंदशहर का दाऊदपुर गांव, जहां खेतों की हरियाली और सादगी की बातें होती थीं, 22 जून 2025 को एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना का साक्षी बना।  फंदे पर झूलते 25 साल के नौजवान को खाकी वालों ने न सिर्फ मौत के मुंह से खींच लिया, बल्कि गांव वालों के दिल में जगह भी बना ली। ये न सनसनीखेज ड्रामा है, न कोई फिल्मी स्क्रिप्ट—ये जिंदगी का वो तीखा सच है, जो सीने में खंजर-सा उतर जाता है।
फंदे की साड़ी, कीटनाशक की बोतल और टूटता सपना
दाऊदपुर गांव में उस रविवार की दोपहर सन्नाटा था। चोला थाने की पुलिस किसी और मामले की तहकीकात के लिए गांव पहुंची थी। तभी एक महिला, बदहवास, आंसुओं से तर-बतर, पुलिस की जीप के सामने आ गिरी। उसकी चीखें हवा में तैर रही थीं— “मेरे पति को बचा लो, वो मर जाएगा!” Chola Police Heroics का ये वो लम्हा था, जब दरोगा हरेंद्र परमार और सिपाही राहुल कुमार ने बिना वक्त गंवाए दौड़ लगाई। 
महिला ने बताया कि पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था। गुस्से में पति ने कीटनाशक गटक लिया और साड़ी का फंदा बनाकर पंखे से लटकने की धमकी दी थी। पुलिस ने घर पहुंचते ही देखा—दरवाजा बंद, अंदर सन्नाटा, और बाहर गांव वालों की सांसे अटकी हुई। हादसे की ये तस्वीर किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं थी।
Bulandshahr Suicide Rescue-गेट तोड़ा, जान बचाई, दिल जीता
दरोगा हरेंद्र ने तड़ से स्थिति भांपी। “दरवाजा तोड़ो!”—उनका हुक्म हवा में गूंजा। सिपाही राहुल ने कंधा अड़ाया, और लकड़ी का गेट धड़ाम से नीचे। अंदर का मंजर रोंगटे खड़े करने वाला था—25 साल का नौजवान, साड़ी के फंदे पर लटक रहा था, चेहरा नीला पड़ चुका था। UP Police Brave Rescue की मिसाल बनते हुए पुलिस ने उसे फंदे से उतारा, सांसे चेक कीं, और तुरंत जिला अस्पताल भिजवाया। 
डॉक्टरों ने बताया कि युवक की हालत अब खतरे से बाहर है। लेकिन वो पल? वो पल गांव वालों के जेहन में जिंदगीभर के लिए बस गया। ग्रामीणों ने खाकी की तारीफों के पुल बांधे। एक बुजुर्ग ने कहा, “पुलिस को तो गाली देने की आदत है, लेकिन आज इनका काम देखकर सीना चौड़ा हो गया।”
Bulandshahr Suicide Rescue-पति-पत्नी का झगड़ा: जिंदगी का कांटा
खबरों के गलियारों में चर्चा है कि ये सब पति-पत्नी के झगड़े की देन था। Suicide Prevention UP की इस कहानी में वो दर्द भी छिपा है, जो छोटी-छोटी बातों से जिंदगियां तबाह कर देता है। कीटनाशक की बोतल, साड़ी का फंदा, और टूटता रिश्ता—ये सिर्फ एक घर की कहानी नहीं, बल्कि उस समाज की हकीकत है, जहां बातचीत की जगह गुस्सा ले लेता है।
खाकी का वो जज्बा, जो ट्रेंड बन गया
Trending UP News में चोला पुलिस की ये बहादुरी छा गई। X पर लोग लिख रहे हैं, “खाकी को सलाम, जो फरिश्ता बनकर जिंदगी बचाती है।”
एक यूजर ने लिखा, “चोला पुलिस ने दरवाजा तोड़कर न सिर्फ गेट, बल्कि मौत का ताला भी खोल दिया।” ये सिर्फ खबर नहीं, एक मिसाल है कि कैसे पुलिस, जिसे हम अक्सर कोसते हैं, मौके पर फरिश्ता बन सकती है।

 
         
         
         
        