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सड़क नहीं, शमशान बनती जा रही हैं!
बुलंदशहर के खुर्जा नगर थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक Speeding Car ने पैदल चल रहे 70 साल के महेंद्र कुमार और उनके बेटे मोहित (28) को टक्कर मार दी।
पिता-पुत्र दिल्ली से किसी काम से जा रहे थे, लेकिन उनकी यह यात्रा जिंदगी की आखिरी यात्रा साबित हुई।
दोनों मौके पर ही दम तोड़ बैठे।
प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी—सिर्फ एक झटके की कहानी
Witnesses के मुताबिक पीछे से आई एक Uncontrolled Car ने दोनों को इतनी जोरदार टक्कर मारी कि शरीर कई मीटर तक घसीटते चले गए। ड्राइवर ने ब्रेक लगाने की भी जहमत नहीं उठाई।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पिता-पुत्र की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा CCTV में कैद हो गया है। CCTV में साफ देखा जा सकता है कि ड्राइवर ने Speed Limit और Traffic Rules की धज्जियां उड़ा दीं।
🚔 पुलिस की तत्परता, मगर देर हो चुकी थी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस  मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पुलिस ने Car और Driver को मौके पर ही हिरासत में ले लिया है। FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
हालांकि ड्राइवर का मेडिकल परीक्षण और कार की फोरेंसिक जांच भी कराई जा रही है। मगर सवाल वही—”क्या यह सब पहले नहीं हो सकता था?”
Traffic Rules की अनदेखी या हत्या का लाइसेंस?
भारत में हर साल लाखों लोग Road Accidents में मारे जाते हैं। तेज रफ्तार कार और लापरवाही से वाहन चलाना किसी धीमे ज़हर से कम नहीं।
सरकारें जागरूकता अभियान चलाती हैं, लेकिन Ground Reality में Helmet, Seat Belt और Speed Limit बस विज्ञापनों तक सीमित रह जाती है।
इस हादसे ने फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या सड़कें आम आदमी के लिए Safe हैं?
परिवार की चीखें और सिस्टम की खामोशी
मृतकों के परिजन दिल्ली से बुलंदशहर पहुंच चुके हैं। सभी का रो-रो कर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों ने सरकार से Compensation और Strict Action की मांग की है।
पुलिस प्रशासन ने हरसंभव सहायता का भरोसा दिया है, लेकिन इस परिवार के लिए अब कुछ शेष नहीं बचा।
एक पिता जो अपने बेटे के साथ जीना चाहता था, और एक बेटा जो अपने पिता का सहारा था—तेज रफ्तार कार ने  दोनों को छीन लिया।
अब भी न जागे तो कब?
जरूरत इस बात की है कि Traffic Enforcement सिर्फ चालान भरने तक सीमित न हो, बल्कि Real-time Monitoring, Speed Governors और Public Education को ज़मीन पर उतारा जाए।
हर ट्रैफिक सिग्नल, हर रोड क्रॉसिंग पर लगाई गई चेतावनियाँ सिर्फ बोर्ड बनकर न रह जाएं।
क्योंकि अगली बार Headlines में नाम आपका भी हो सकता है!
🗞️ संवाददात: सुरेन्द्र सिंह भाटी
📍 लोकेशन: , बुलंदशहर (UP)
🗓️ तारीख: 24 जून 2025
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