 
                  Bulandshahr News: निजी अस्पताल पर गंभीर आरोप
Bulandshahr News Update
Bulandshahr News: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के छतारी थाना क्षेत्र में स्थित एक निजी अस्पताल में एक गर्भवती महिला की प्रसव के दौरान मौत हो गई. इस घटना के बाद मृतका के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस और प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा, जिसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, कमलेश, पत्नी कन्हई सिंह, जो ब्रजगड़ी, छतारी की निवासी थीं, गर्भवती थीं. उन्हें प्रसव के लिए आज छतारी क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. परिजनों का कहना है कि स्थानीय आशा कार्यकर्ता की सलाह पर कमलेश को इस निजी चिकित्सालय में लाया गया था. लेकिन प्रसव के दौरान उनकी हालत बिगड़ गई और उनकी मृत्यु हो गई. परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल के कर्मचारियों और डॉक्टरों की लापरवाही के कारण ये हादसा हुआ. घटना के बाद अस्पताल का स्टाफ और डॉक्टर मौके से फरार हो गए, जिससे परिजनों का गुस्सा और भड़क गया. आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया और लापरवाही के खिलाफ नारेबाजी की.

पुलिस और प्रशासन का हस्तक्षेप
सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे. स्थिति को नियंत्रण में करने के बाद अधिकारियों ने निजी अस्पताल को सील कर दिया. मृतका के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है. पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और अस्पताल के स्टाफ व डॉक्टरों की तलाश जारी है.

परिजनों का आरोप
परिजनों का कहना है कि अस्पताल में उचित चिकित्सा सुविधाओं का अभाव था और समय पर सही उपचार न मिलने के कारण कमलेश की जान गई. उन्होंने मांग की है कि दोषी डॉक्टरों और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

जांच में जुटी पुलिस
छतारी थाना पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. साथ ही, ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि अस्पताल में किन परिस्थितियों में ये घटना हुई और क्या वाकई लापरवाही बरती गई.

परिवार को गहरा सदमा
ये घटना एक बार फिर निजी अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं और जिम्मेदारी की कमी को उजागर करती है. कमलेश की मौत ने न केवल उनके परिवार को गहरा सदमा दिया है, बल्कि क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए हैं. प्रशासन और पुलिस से उम्मीद है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों को सजा मिलेगी.

 
         
         
         
        