 
                  Banke Bihari Corridor के लिए 510 करोड़ के हलफनामे से चर्चा में आए प्रखर गर्ग को पत्नी सहित जेल
Banke Bihari Corridor News
बांके बिहारी कॉरिडोर (Banke Bihari Corridor) के लिए 510 करोड़ रुपये देने का हलफनामा देकर सुर्खियों में आए बिल्डर प्रखर गर्ग और उनकी पत्नी राखी गर्ग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. ये कार्रवाई 1.54 करोड़ रुपये के चेक बाउंस मामले में कोर्ट द्वारा जारी गैर जमानती वारंट के आधार पर की गई. दोनों को बुधवार को जयपुर से पकड़ा गया और कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया.
दो दर्जन से अधिक चेक बाउंस
पुलिस के अनुसार, प्रखर गर्ग और उनकी पत्नी के खिलाफ थाना हरीपर्वत और कमला नगर में धोखाधड़ी के चार मुकदमे दर्ज हैं. इसके अलावा, दो दर्जन से अधिक चेक बाउंस के मामले भी सामने आए हैं, जिनमें करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के आरोप शामिल हैं.

पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी
द्वारिकापुरम कॉलोनी, हरीपर्वत निवासी प्रखर गर्ग को ढाई साल पहले भी चेक बाउंस के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था. उस समय भी कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. तबीयत बिगड़ने पर उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. वर्ष 2023 में बैटरी कारोबारी अरुण सोंधी ने प्रखर गर्ग और अन्य के खिलाफ 1.54 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था. इसके अलावा, अक्टूबर 2024 में उनके खिलाफ धोखाधड़ी के नए मुकदमे थाना हरीपर्वत और कमला नगर में दर्ज किए गए.
कॉरिडोर के हलफनामे से बटोरी थी सुर्खियां
बांके बिहारी कॉरिडोर के लिए 510 करोड़ रुपये देने का हलफनामा दाखिल कर प्रखर गर्ग ने चर्चा बटोरी थी. इसके बाद मथुरा पुलिस ने आगरा पुलिस से उनके आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी मांगी थी. आगरा पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि प्रखर गर्ग का आपराधिक इतिहास रहा है और उन्हें 2022 में भी जेल भेजा गया था.
ये मामला न केवल आर्थिक धोखाधड़ी के आरोपों के कारण चर्चा में है, बल्कि बांके बिहारी कॉरिडोर जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट से जुड़े होने के कारण भी इसकी गूंज दूर तक सुनाई दे रही है. फिलहाल, प्रखर गर्ग और उनकी पत्नी राखी गर्ग जेल में हैं, और पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है.

 
         
         
        