Bihar Police - बिहार में सवालों में कानून व्यवस्था - 3 जिलों में पुलिस पर अटैक
Bihar Police पर 3 जिलों में अटैक – ऐसे कैसे काबू होगा Crime?
बिहार में कानून व्यवस्था की रक्षा करने वाली पुलिस एक बार फिर अपराधियों के निशाने पर आ गई है। तीन जिलों—भोजपुर, नवादा और बैरिया—में पुलिस और उत्पाद विभाग की टीमों पर ताबड़तोड़ हमले की घटनाएं सामने आई हैं। बड़ी बात ये है कि इन हमलों में मिर्ची पाउडर, केमिकल, ईंट-पत्थर और यहां तक कि बंधक बनाने जैसे खतरनाक हथकंडे अपनाए गए। 3 जिलों में Bihar Police के साथ क्या हुआ – सिलसिलेवार तरीके से जानिए
Bihar Police – भोजपुर में शराब तस्करों का हमला – एक की मौत
भोजपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र में रविवार (13 जून) की शाम उत्पाद विभाग की टीम अवैध शराब की सूचना पर छापेमारी करने पहुंची थी। शाहपुर नगर पंचायत के वार्ड नंबर-3 में जैसे ही टीम ने कार्रवाई शुरू की – शराब तस्करों ने उन पर जमकर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस हमले में उत्पाद विभाग का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थिति बेकाबू होने पर जवाबी कार्रवाई में टीम को गोली चलानी पड़ी – जिसमें 45 साल के सुशील यादव की मौत हो गई – जबकि उत्तम यादव नाम का एक अन्य व्यक्ति पैर में गोली लगने से घायल हुआ। घायल उत्तम यादव को शाहपुर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने एक जवान को बंधक बना लिया और उसकी पिटाई की। जवान को छुड़ाने के लिए पुलिस ने भारी घेराबंदी की और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। मृतक के परिजनों ने शाहपुर थाना मोड़ पर सड़क जाम कर हंगामा किया – जिससे इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
Bihar Police – नवादा में नाली विवाद में मिर्ची पाउडर-केमिकल से हमला
Bihar Police – बैरिया में झगड़ा सुलझाने गई पुलिस पर पत्थरबाजी
बैरिया थाना क्षेत्र की तधवानंदपुर पंचायत के वार्ड नंबर-3 में शनिवार (12 जून) रात दो पक्षों—इदु मियां और बाबू जान मियां—के बीच झगड़ा हो रहा था। सूचना पर पहुंची डायल 112 की टीम ने विवाद सुलझाने की कोशिश की – लेकिन दोनों पक्षों ने पुलिस पर ही ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। इस हमले में एक पुलिस अधिकारी को चोट आई। जब तक थानाध्यक्ष अतिरिक्त बल के साथ मौके पर पहुंचे – हमलावर फरार हो चुके थे। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है – लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

Bihar Police – पुलिस खुद असुरक्षित तो जनता का क्या होगा?
इन घटनाओं ने बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं – सवालों में प्रदेश की नीतीश सरकार है। सवाल पूछे जा रहे हैं कि शराब तस्करी और छोटे-मोटे विवादों को सुलझाने गई पुलिस पर बार-बार हमले क्यों हो रहे हैं? मिर्ची पाउडर और केमिकल जैसे हथियारों का इस्तेमाल न केवल पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को खतरे में डाल रहा है – बल्कि यह भी दर्शाता है कि अपराधी कितने बेखौफ हो गए हैं। इन घटनाओं के बाद पुलिस ने सख्ती बढ़ाने का फैसला किया है – हमलावरों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान शुरू किए गए हैं।
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