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Bihar Flood Update : पटना में गंगा का विकराल रूप देख डर गए लोग – हर घंटे बढ़ रहा पानी – आगे क्या होगा?
खबरीलाल.डिजिटल रिपोर्टर – पटना ब्यूरो
Bihar Flood Alert – बिहार में माँ गंगा का शांत रूप अब उग्र हो चला है। नदियों का बढ़ता जलस्तर और उफनती धाराएँ बिहारवासियों के लिए मुसीबत का सबब बन रही हैं। पटना, बक्सर, मुंगेर, भागलपुर और कहलगांव के तट अब पानी में डूबने लगे हैं। गंगा की लहरें अब खेतों, गलियों और घाटों को लील रही हैं – मानो कुदरत ने अपना रौद्र रूप दिखाने का मन बना लिया हो।
Bihar Flood Update – खतरे का निशान पार – रहना होशियार!
पटना के दीघा और गांधीघाट की सीढ़ियाँ पानी में समा रही हैं। बक्सर में गंगा का जलस्तर 53.40 मीटर तक पहुँच गया है – जो पिछले साल के 48.60 मीटर से कहीं अधिक है। पटना में दीघा घाट पर जलस्तर 46.13 मीटर और गांधीघाट पर 45.11 मीटर दर्ज किया गया है – जो 2024 के 44.11 और 44.04 मीटर से काफी ऊपर है।
विशेषज्ञों की मानें तो गंगा का जलस्तर हर घंटे दो सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है – जिसने दियारा क्षेत्रों और निचले इलाकों में खौफ पैदा कर दिया है। नेपाल और झारखंड में हो रही मूसलाधार बारिश ने बिहार की नदियों को और उग्र कर दिया है। कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और घाघरा नदियाँ भी उफान पर हैं। सुपौल में कोसी खतरे के निशान को छूने को बेताब है – तो गोपालगंज में गंडक चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही है। घाघरा का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है – जिससे तटीय इलाकों में रहने वालों की नींद उड़ गई है।
दियारा क्षेत्र – जहाँ लोग मिट्टी के किनारों पर जीवन बसर करते हैं – वहाँ खेत पानी-पानी हो चुके हैं। गाँवों की ओर बढ़ता पानी अब लोगों के घरों की चौखट तक पहुँच रहा है। गंगा का जलस्तर अभी खतरे के निशान से कुछ नीचे है, लेकिन यह राहत कब तक बनी रहेगी – कोई नहीं जानता।

Bihar Flood Update – हाई अलर्ट जारी – पूरी है तैयारी?
प्रशासन ने कमर कस ली है। सरकार का पूरी तैयारी का दावा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर जल संसाधन विभाग ने गंगा सहित सभी प्रमुख नदियों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। संवेदनशील तटबंधों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। पटना, मुंगेर, भागलपुर और अन्य जिलों में अस्थायी राहत शिविर तैयार किए जा रहे हैं। नावों की तैनाती और निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
जलवायु विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून की अनियमितता और नेपाल की भारी बारिश अगले कुछ दिनों तक स्थिति को और गंभीर कर सकती है। अगर मानसून की मूसलाधार बारिश ऐसे ही होती रही तो बाढ़ विकराल रूप धारण कर सकती है। लोग अब माँ गंगा से रहम की भीख माँग रहे हैं – बिहार के तटवासी इस आपदा से जूझ रहे हैं – और अब जरूरत है सतर्कता, सहायता और दुआओं की – हे गंगा माँ, अब तो अपने बच्चों पर दया करो!
                            
                        
	                    
 
         
         
        