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Bihar Election 2025 : बिहार चुनाव से पहले EC का बड़ा फैसला
बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव 2025 से पहले मतदाता सूची को शुद्ध और पारदर्शी बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने बड़े स्तर पर विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत अब तक 83.66% वोटर सत्यापन का काम पूरा हो चुका है और लगभग 35.69 लाख फर्जी, मृत या डुप्लिकेट मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है – यह बिहार के कुल 7.89 करोड़ मतदाताओं का करीब 4.52% है।
Bihar Election 2025 – कौन-कौन होंगे वोटर लिस्ट से बाहर?
- 12.55 लाख (1.59%) मतदाता मृत पाए गए हैं।
- 17.37 लाख (2.2%) मतदाता स्थायी रूप से बिहार से बाहर चले गए हैं।
- 5.76 लाख (0.73%) मतदाताओं के नाम एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत हैं।
इन आंकड़ों के आधार पर चुनाव आयोग ने इन सभी नामों को वोटर लिस्ट से हटाने का फैसला किया है – ताकि चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता और विश्वसनीयता सुनिश्चित की जा सके। चुनाव आयोग ने बताया कि अब तक 6.60 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने अपने गणना प्रपत्र (Enumeration Form) जमा कर दिए हैं – जो कुल मतदाताओं का 83.66% है। बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) ने दो दौर के घर-घर सर्वेक्षण पूरे कर लिए हैं – और शेष 11.82% मतदाताओं से 25 जुलाई 2025 तक फॉर्म जमा करने की अपील की गई है।
जो मतदाता समय पर फॉर्म जमा नहीं करेंगे, उनके नाम 1 अगस्त 2025 को प्रकाशित होने वाली मसौदा वोटर लिस्ट में शामिल नहीं होंगे। हालांकि 1 अगस्त से 1 सितंबर 2025 तक दावे और आपत्तियां दर्ज करने का मौका मिलेगा, जिसके बाद अंतिम वोटर लिस्ट 30 सितंबर 2025 को जारी होगी।
Bihar Election 2025 – ऑनलाइन फॉर्म के लिए ECINet
Bihar Election 2025 – वोटरों को आयोग की सलाह
- नाम जांचें: मतदाता अपने नाम की स्थिति electoralsearch.eci.gov.in या बिहार CEO वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं।
- फॉर्म जमा करें: 25 जुलाई 2025 तक गणना प्रपत्र जमा करना अनिवार्य है।
- संपर्क करें: अगर नाम लिस्ट में नहीं है या कोई त्रुटि है – तो टोल-फ्री नंबर 1800111950 या 1950 पर संपर्क करें।

Bihar Election 2025 – क्यों मचा है विवाद?
वोटर लिस्ट संशोधन की इस प्रक्रिया को लेकर विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं। उनका आरोप है कि यह प्रक्रिया खासकर बिहार में दलित, मुस्लिम और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को प्रभावित कर सकती है। कुछ नेताओं ने इसे “चुपके से NRC लागू करने” की साजिश बताया है। हालांकि – सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रक्रिया पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है – लेकिन आयोग से पारदर्शिता सुनिश्चित करने और आधार, वोटर आईडी और राशन कार्ड जैसे दस्तावेजों को स्वीकार करने पर विचार करने को कहा है। वहीं Election Commission का कहना है कि 2003 के बाद से बिहार में मतदाता सूची का कोई व्यापक पुनरीक्षण नहीं हुआ था – जिसके कारण फर्जी, मृत और डुप्लिकेट नामों की समस्या बढ़ी है। आयोग का उद्देश्य एक त्रुटिरहित और पारदर्शी वोटर लिस्ट तैयार करना है ताकि केवल पात्र भारतीय नागरिक ही मतदान कर सकें।
Bihar Election 2025 – बिहार में कब होंगे चुनाव?
बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। ऐसे में चुनाव अक्टूबर या नवंबर 2025 में होने की संभावना है। आयोग ने संकेत दिए हैं कि दिवाली और छठ जैसे त्योहारों को ध्यान में रखकर चुनाव की तारीखें तय की जाएंगी। संभावित रूप से Bihar Election दो या तीन चरणों में संपन्न हो सकता है।
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Written by khabarilal.digital Desk
🎤 संवाददाता: उस्मान
📍 लोकेशन: पटना
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