पंजाब के CM Bhagwant Mann नें किया बैलगाड़ी दौड़ की बहाली का ऐलान… विरोधियों पर कसा तंज. अपनी सरकार की उप्लब्धियां गिनाईं और नशा तस्करों पर भी साधा निशाना
Ludhiana : पंजाब के CM Bhagwant Mann मंगलवार को लुधियाना के महिमा सिंह वाला गांव पहुंचे जहां उन्होंने बैलगाड़ी दौड़ की बहाली के लिए आयोजित एक सम्मान समारोह में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया, साथ ही विरोधियों और नशा तस्करों पर तीखा हमला बोला. उन्होंने पंजाब की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया.
सीएम के बयान की बड़ी बातें

- बैलगाड़ी दौड़ की बहाली और सांस्कृतिक विरासत – सीएम मान ने कहा कि किला रायपुर के ग्रामीण खेल पंजाब की सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा हैं जो 1933 से चले आ रहे हैं. उन्होंने कहा, “हम इन्हें रोकने वाले कौन होते हैं? हमारी सरकार निजी संस्थानों को खरीदने और विरासत को संभालने वाली पहली सरकार है”. उन्होंने बताया कि बैलगाड़ी दौड़ को फिर से शुरू करने के लिए विधानसभा में बिल सर्वसम्मति से पास हो चुका है और यह राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा गया है. मंजूरी मिलते ही दौड़ शुरू होगी, लेकिन चालकों को छड़ी या अन्य सामान का उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी. पशुओं को केवल प्रोत्साहन के जरिए चलाना होगा.
- विरोधियों पर कसा तंज – मान ने अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा, “ये तो राजे हैं, गनमैनों के साथ स्कूलों में घूमते हैं. इनके पिता ने कुछ बना लिया, लेकिन इन्हें खुद कुछ पता नहीं. हम आधे से ज्यादा लोग पंचर लगाने वाले हैं, लेकिन ये लोग पंचर लगाने में इस्तेमाल होने वाली चीजों तक का नाम नहीं जानते”. उन्होंने विरोधियों को “कीड़े-मकोड़े” समझने वालों के खिलाफ तंज कसते हुए कहा कि उनकी सरकार जनता की ताकत से सत्ता में आई है.
- नशा तस्करों पर सख्ती – नशे के खिलाफ अपनी सरकार की “युद्ध नशा विरुद्ध” मुहिम का जिक्र करते हुए मान ने कहा, “जो नशे की कमाई से महल बनाकर बैठे हैं, उनके घरों में दीपमालाएं नहीं होने देंगे. ऐसे लोगों को अब पकड़ा जा रहा है”. उन्होंने बताया कि नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है और उनकी अवैध संपत्तियों को ढहाया जा रहा है. साथ ही उन्होंने लोगों से नशे से संबंधित जानकारी साझा करने की अपील की ताकि तस्करों पर और प्रभावी कार्रवाई हो सके.
- पशुओं के प्रति प्रेम और ग्रामीण परंपराएं – सीएम ने पंजाब की ग्रामीण संस्कृति में पशुओं के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “हम पशुओं को बेटों की तरह पालते हैं. गुरु नानक देव जी ने अपने अंतिम 16 साल खेती में बिताए और बैलों की जोड़ी रखी. हमारे गांवों में बैल की सेवा बुजुर्गों की तरह की जाती है”. उन्होंने उन लोगों की आलोचना की जो पशुओं पर अत्याचार का आरोप लगाते हैं और कहा कि पंजाब में पशुओं के प्रति गहरा प्रेम है.
कृषि मंत्री का बयान
पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि विरासती खेलों के तहत कुत्तों और कबूतरों की दौड़ को भी अनुमति दी जाएगी, लेकिन इन आयोजनों में नशे से संबंधित किसी भी गतिविधि की अनुमति नहीं होगी. उन्होंने आयोजकों को चेतावनी दी कि वे नशे से जुड़ी गतिविधियों पर सख्त नजर रखें.
पंजाब में बिजली की स्थिति बेहतर
CM Bhagwant Mann ने कहा कि उनकी सरकार ने Private Thermal Plant खरीदे हैं, जिससे बिजली आपूर्ति में सुधार हुआ है… अब कोयले की कमी नहीं है और बिजली की स्थिति बेहतर हुई है. मान ने कहा कि 2022 के चुनाव में जनता ने उनकी सरकार को नहीं बल्कि अपनी राह के पत्थर हटाने के लिए वोट दिया था. अब उनकी जिम्मेदारी है कि वे इन रास्तों को और साफ करें.
