Bhagalpur BJP Protest
Bhagalpur BJP Protest- लालू यादव के खिलाफ बीजेपी का धरना सियासत की नई चिंगारी बन गया है। मामला बाबा साहब डॉ. अंबेडकर की तस्वीर के पैरों में पड़े होने के वायरल वीडियो से शुरू हुआ, जिसे भाजपा ने दलित अस्मिता का अपमान बताया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्टेशन चौक पर जोरदार प्रदर्शन किया और लालू परिवार से माफी की मांग की।
संवाददाता-कुणाल।भागलपुर
भागलपुर, 23 जून 2025: बिहार की सियासत में एक बार फिर तूफान मचा है! आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगा है, जिसे लेकर भागलपुर की सड़कों पर भाजपा ने हंगामा खड़ा कर दिया। सोमवार को स्टेशन चौक पर बाबा साहब की प्रतिमा के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं ने सांकेतिक धरना दिया, नारे लगाए, और लालू परिवार से माफी की मांग की। माहौल गर्म है, और सियासी तीर हवा में तैर रहे हैं। लेकिन सवाल वही—लालू माफी मांगेंगे या ये बवाल और बड़ा होगा?
क्या है पूरा मामला?
विवाद की जड़ है लालू यादव के 78वें जन्मदिन का एक वीडियो, जो 11 जून 2025 को वायरल हुआ। वीडियो में एक समर्थक बाबा साहब की तस्वीर लालू के पैरों के पास रखता दिख रहा है, और लालू ने न तो इसे उठाया, न छुआ, न ही आपत्ति जताई। भाजपा ने इसे तुरंत लपका और इसे दलित अस्मिता पर हमला करार दिया। भागलपुर में धरने का नेतृत्व कर रहे भाजपा जिला अध्यक्ष संतोष साह ने कहा, “लालू का ये कृत्य निंदनीय है। बाबा साहब का अपमान संविधान का अपमान है। लालू परिवार को देश से माफी मांगनी होगी, वरना बिहार की जनता जवाब देगी!”
Bhagalpur BJP Protest-धरने में क्या हुआ?
भागलपुर के स्टेशन चौक पर बाबा साहब की प्रतिमा स्थल पर सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता जुटे। नारे गूंजे—“बाबा साहब का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान!” और “लालू माफी मांगो!” कार्यकर्ताओं ने तख्तियां थामीं, जिन पर लिखा था, “दलित सम्मान हमारी शान, लालू करो प्रायश्चित!” धरने में भाजपा के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता एकजुट दिखे। संतोष साह ने चेतावनी दी, “अगर लालू ने माफी नहीं मांगी, तो ये धरना पूरे बिहार में आंदोलन का रूप लेगा।” माहौल ऐसा था मानो सियासत का कोई मेला लगा हो, बस फर्क इतना कि यहां गुस्सा बिक रहा था।
लालू का रवैया: अहंकार या मजबूरी?
लालू यादव और उनके परिवार की चुप्पी ने आग में घी डाला है। आरजेडी की ओर से कोई आधिकारिक सफाई नहीं आई, सिवाय तेजस्वी यादव के बयान के, जिन्होंने इसे “आलतू-फालतू” मुद्दा करार दिया। भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने तंज कसा, “लालू परिवार कह रहा है—कुछ भी हो, माफी नहीं मांगेंगे। ये है इनका सामाजिक न्याय?” तेजस्वी की इस बेरुखी पर भागलपुर के धरने में कार्यकर्ताओं ने खूब हल्ला बोला। एक कार्यकर्ता ने कहा, “जो खुद को दलित-पिछड़ा मसीहा कहते हैं, वो बाबा साहब की तस्वीर को पैरों तले रौंदें, ये कहां का न्याय?”
Bhagalpur BJP Protest-भाजपा की सियासी चाल
भागलपुर का धरना कोई अचानक गुस्सा नहीं, बल्कि 2025 के विधानसभा चुनाव की रणनीति का हिस्सा है। भाजपा इस मुद्दे को दलित वोटों के ध्रुवीकरण के लिए भुनाने में जुटी है। केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा, “लालू ने बाबा साहब का अपमान किया, और तेजस्वी अहंकार दिखा रहे हैं। ये आरजेडी का असली चेहरा है।” पीएम मोदी ने भी सीवान की रैली में इस मुद्दे को उठाया था, पीएम मोदी ने कहा था कि, “आरजेडी वाले बाबा साहब को पैरों में रखते हैं, मैं उन्हें दिल में रखता हूं!” भागलपुर में धरना इसी सियासी लहर का हिस्सा है, जहां भाजपा दलितों को लुभाने की जुगत में है।
Bhagalpur BJP Protest-आरजेडी का बचाव: कितना दम?
आरजेडी के कुछ नेताओं ने इसे भाजपा की साजिश बताया। आरजेडी नेता प्रो. आलोक कुमार ने कहा, “लालू जी ने कभी बाबा साहब का अपमान नहीं किया। ये भाजपा का झूठा प्रचार है, जो दलित वोट छीनना चाहती है।” लेकिन आरजेडी की ये दलील कमजोर पड़ रही है, क्योंकि वीडियो की सच्चाई को नकारना मुश्किल है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि लालू का स्वास्थ्य ठीक नहीं, और ये अनजाने में हुआ। मगर सवाल है—क्या 77 साल के लालू को इतना भी नहीं दिखा कि बाबा साहब की तस्वीर उनके पैरों के पास है?
Bhagalpur BJP Protest-लालू का ‘सामाजिक न्याय’!
लालू यादव, जो दशकों से सामाजिक न्याय का ढोल पीटते आए हैं, अब उसी के चक्कर में फंस गए। भागलपुर का धरना बता रहा है कि जनता का गुस्सा अब सड़कों पर है। लालू जी, माफी मांग लीजिए, वरना ये सियासी ‘लालटेन’ 2025 में बुझने वाली है।
