Banke Bihari Corridor Protest
Banke Bihari Corridor Protest : सावन में गूंजा ब्रज का हुंकारा
Banke Bihari Corridor Protest अब केवल एक आंदोलन नहीं, बल्कि हर ब्रजवासी की सांस बन गया है। मथुरा वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर को कॉरिडोर में जकड़ने का सरकारी सपना जैसे ही सामने आया, वैसे ही यहां के लोग गोपी बनकर सड़क पर उतर आए। मंगलवार को 47वें दिन भी नारे वही थे — “कॉरिडोर नहीं चाहिए, कुंज गलियां बचाओ!” गोस्वामी समाज की माताएं, व्यापारी समाज की बहुएं और ठाकुर जी के भक्त — सब एक सुर में सरकार के फरमान को ठुकरा रहे हैं।
Banke Bihari Corridor Protest : गोपेश्वर महादेव से लगाई अर्ज़ी

Banke Bihari Corridor Protest की सबसे बड़ी ताक़त है ब्रजवासियों की आस्था। मंगलवार को आंदोलनकारियों का हुजूम बांके बिहारी से निकलकर सीधे गोपेश्वर महादेव के दरबार में पहुंचा। कहा जाता है कि यही भोलेनाथ थे जिन्होंने गोपी रूप धरकर महारास में श्रीकृष्ण के दर्शन किए थे। उसी भोलेनाथ से ब्रजवासियों ने भी गुहार लगाई — “हे गोपेश्वर! इस कॉरिडोर रूपी राक्षस से हमारे ब्रज को बचाओ।” आंदोलनकारियों ने गोपेश्वर महादेव की पूजा अर्चना कर, फूल-माला चढ़ाई और ठाकुर जी के दरबार तक अपनी अर्जी पहुंचाने की मन्नत मांगी।
Banke Bihari Corridor Protest : कुंज गलियों पर सरकार की नज़र
Banke Bihari Corridor Protest में हर दूसरा ब्रजवासी यही कहता मिल रहा है — “सरकार कॉरिडोर के नाम पर हमारे ठाकुर से दूर करने की साज़िश कर रही है।” कुंज गलियां, वृंदावन की पहचान हैं — इन्हीं गलियों में राधे-राधे की ध्वनि गूंजती है। यही गलियां बांके बिहारी से लेकर गली-गली ठाकुर जी का निवास हैं। अब सरकार इन्हें चौड़ा करके, सीमेंट-रेत के जंगल में बदलना चाहती है। व्यापारी समाज खुलेआम कह रहा है — “कॉरिडोर बना तो भक्त जाएं कहां? ठाकुर जी इन गलियों में ही तो बसते हैं!”
Banke Bihari Corridor Protest : सावन में भोलेनाथ को साक्षी

Banke Bihari Corridor Protest को लेकर इस बार आंदोलनकारियों ने सावन का सहारा लिया है। सावन — भोलेनाथ का महीना — और भोलेनाथ खुद गोपेश्वर महादेव के रूप में वृंदावन में विराजमान हैं। महिलाओं ने कहा — “जैसे गोपेश्वर बने गोपी, वैसे हमारी बात भी ठाकुर जी तक ले जाएं। कॉरिडोर और अध्यादेश वापस हो, यही सावन का वरदान चाहिए!”
Banke Bihari Corridor Protest : कौन सुनेगा ब्रजवासियों की पीड़ा?
Banke Bihari Corridor Protest ने साफ कर दिया कि ये आंदोलन जल्द खत्म होने वाला नहीं। 47 दिन बीत गए — न सरकार झुकी, न ब्रजवासी। सवाल ये है कि क्या सरकार ब्रज को सिर्फ टूरिज्म प्रोजेक्ट समझती है? क्या बांके बिहारी के दरबार में भी अब टिकट लगेगा? क्या भक्त सीमेंट के जंगल में ठाकुर जी के दर्शन करेंगे? ये सवाल अब गोपेश्वर महादेव के दरबार से निकलकर सीधे सरकार के दरवाजे पर पहुंच रहे हैं।
Banke Bihari Corridor Protest : ब्रज बचाओ या कॉरिडोर बनाओ?

Banke Bihari Corridor Protest अब दो टूक मांग बन चुका है — या तो कुंज गलियां बचेंगी, या कॉरिडोर बनेगा। ठाकुर जी के बिना ये गलियां वीरान हैं — और गलियों के बिना ठाकुर जी की लीला अधूरी है। ब्रजवासी कह चुके हैं — “ठाकुर जी से दूर करोगे तो आंदोलन और तेज होगा!” सवाल सीधा है — सरकार भक्तों के आंसुओं को सुनेगी या ठेकेदारों के नोटों की खनक?
Written by khabarilal.digital Desk
🎤 संवाददाता: अमित शर्मा
📍 लोकेशन: मथुरा, यूपी
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