Banda News
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Banda में तीन मंदिरों (Temple Vandalism) की मूर्तियां (Idols Broken) एक ही रात में खंडित कर दी गईं। घटना से Hindu Organizations और गांव के लोगों में जबरदस्त गुस्सा (Angry Hindu Group) फूट पड़ा। Baberu Kotwali क्षेत्र में बजरंग दल और BJP Leaders ने सड़क पर उतरने की चेतावनी दी। पुलिस ने FIR तो लिख ली लेकिन आरोपी अब तक गायब (No Arrest Yet) है।
भगवान टूटे, भरोसा भी — क्या कर रही थी पुलिस?
बांदा में भगवान भी बेबस दिखे जब तीन मंदिरों की मूर्तियां रात के अंधेरे में चकनाचूर कर दी गईं। गांव वालों ने जब टूटी मूर्तियां देखीं तो कलेजा चीर गया। लेकिन थाना अभी भी नींद में है, बजरंग दल और गांव के लोग वही पुराना सवाल पूछ रहे — इंसाफ कब?
गांव वालों का फूटा गुस्सा। Banda News
घटना जैसे ही फैली, बजरंग दल के कार्यकर्ता और भाजपा चेयरमैन मौके पर कूदे। गांव के चौराहे से लेकर मंदिर के चबूतरे तक नारे गूंजे — “भगवान पर वार बर्दाश्त नहीं होगा।” पुलिस ने अपनी चिर-परिचित स्क्रिप्ट पढ़ डाली — ‘नई मूर्तियां लगवाएंगे, जांच करेंगे।’
SDM के कंधे पर उम्मीद
SDM साहब भी आए, गांव वालों को चाय पिलाई, भरोसा पिलाया — ‘कड़ी कार्रवाई होगी।’ गांव वालों ने भी चाय पी ली, लेकिन सवाल अब भी खौल रहा है — तीन-तीन मूर्तियां तोड़ दीं, कोई CCTV देखा? कोई गिरफ्तारी हुई?
बजरंग दल ने दी चेतावनी।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने साफ कहा — ‘अब बस नई मूर्तियां लगवाने से काम नहीं चलेगा।’ मूर्तियां तो हर बार टूट जाएंगी, भरोसा हर बार खंडित होगा, और थाना हर बार फाइलें पलटेगा — कब तक?
मंदिरों पर साजिश का साया
भाजपा चेयरमैन विवेकानंद ने सीधे कहा — ‘ये सिर्फ मूर्ति नहीं, सौहार्द पर हमला है।’ उनके मुताबिक कोई अंदर ही अंदर माहौल बिगाड़ने में जुटा है, और प्रशासन अब भी फाइलों में उलझा है।
DSP का पुराना राग। Banda News
DSP बबेरू सौरभ सिंह मौके पर आए, बोले — ‘नई मूर्तियां लगेंगी, कार्रवाई होगी, मुकदमा दर्ज है।’ गांव वाले बोले — ‘मुकदमा दर्ज है तो आरोपी कहां हैं? या फिर भगवान ही कोर्ट में पेश होंगे?’
गांव में खौफ, सड़क गरम
अब गांव में खौफ भी है और गुस्सा भी। लोग कह रहे — ‘अगर दो दिन में कुछ नहीं हुआ तो सड़क पर उतरेंगे।’ मंदिरों पर हमला मतलब सीधा दिल पर वार — और इस बार गुस्सा अंदर नहीं रहेगा।
आस्था की चोट पर सवाल
बबेरू में मंंदिर की मूर्तियां टूटी हैं, लेकिन लोगों का हौसला अभी भी खड़ा है। गांव-गांव में पंचायतें बैठने लगी हैं कि आखिर कौन हैं ये लोग जो रात के अंधेरे में भगवान पर हमला कर रहे हैं। सवाल ये भी उठ रहा है कि CCTV कहाँ हैं, रात की गश्त किसने की, पुलिस चौकी पर कौन सो रहा था। जिस इलाके में जरा सी अफवाह पर पुलिस लाठियां पटक देती है, वहां तीन-तीन मंदिर टूट गए और एक भी संदिग्ध पकड़ में नहीं आया — ये लापरवाही नहीं तो क्या है। गांव के लोग कह रहे हैं कि मूर्तियां बदल जाएंगी लेकिन जख्म नहीं भरेंगे। मंदिरों में भगवान की जगह फोर्स लगाना पड़े तो लगाइए, लेकिन अबकी बार आरोपियों को न पकड़ा गया तो गांव की गली में भी थाने का तमाशा लगेगा। बबेरू में लोग साफ बोल रहे हैं — भगवान घर में नहीं, अब सड़क पर दिखेंगे। प्रशासन अब भी ‘कड़ी कार्रवाई’ के राग में फंसा है। बस चाय-पानी, प्रेस नोट और वही घिसा भरोसा ।
सवाल जो बबेरू से लखनऊ तक जाएगा। Banda News
तीन मंदिरों की मूर्तियां टूटना कोई छोटी बात नहीं। ये हमला सिर्फ पत्थर पर नहीं, लोगों के दिलों पर है। इलाके के मंदिर पहले भी टूटे हैं, लेकिन हर बार मुकदमा लिखकर पुलिस ने कागज पर शांति छाप दी। इस बार हालात बदले तो गांव वाले भी बदलने को तैयार हैं। सवाल लखनऊ तक जाएगा — क्या तीन मंदिर टूटने के बाद भी अपराधी वही रहेंगे जो हर बार बचते आए हैं? बबेरू के गांववाले कहते हैं, अब मूर्तियां नहीं टूटेंगी, अब चुप्पी टूटेगी। बजरंग दल से लेकर गांव की पंचायत तक साफ बोल चुकी है — अगर दो दिन में गिरफ्तारी नहीं हुई तो थाना भीड़ से खाली नहीं रहेगा।
📌 संवाददाता: गुल मोहम्मद, बांदा
