 
                                                      
                                                Banda Murder
Banda Murder: शादी की तैयारी में जुटा युवक बच्चों की कहासुनी में मौत का शिकार
Banda Murder:बांदा ज़िले के कोर्रही गांव में हत्या (knife attack )की ऐसी खौफनाक वारदात सामने आई है, जिसने पूरे गांव को दहला दिया।
भाई की शादी में खुशी-खुशी घर लौटा युवक दो दिन बाद मुंबई जाने वाला था, लेकिन उससे पहले ही उसका पड़ोसी उस पर टूट पड़ा — और चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिया(knife attack )।
बच्चों की मामूली कहासुनी ने ऐसा तूल पकड़ा कि एक पूरा परिवार उजड़ गया, और शादी का मंडप अब शोक सभा में बदल गया।
Knife Attack की दरिंदगी से कांपा बांदा, दो दिन बाद जाना था मुंबई
Banda Murder:बिसंडा थाना क्षेत्र के कोर्रही गांव में उस समय हड़कंप मच गया जब एक युवक पर उसके ही पड़ोसी ने चाकू से हमला कर दिया।
मामला बच्चों की आपसी नोकझोंक का था, लेकिन बड़े इतने छोटे दिल निकले कि विवाद जानलेवा बन गया।
आरोपी ने युवक के सीने पर ताबड़तोड़ वार किया।
घायल अवस्था में जब युवक को बांदा जिला अस्पताल ले जाया गया, तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिवार की आंखों के सामने उनका बेटा, भाई, और दूल्हा बनने जा रहा लड़का — खून से लथपथ दम तोड़ गया।
Banda Murder:परिवार टूटा, गांव डरा — और आरोपी सलाखों में
Banda Murder:युवक मुंबई में मजदूरी करता था और हाल ही में भाई की शादी में शामिल होने गांव आया था।
लेकिन कौन जानता था कि उसकी वापसी की टिकट मुंबई की नहीं, श्मशान की होगी।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है।
इधर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी पड़ोसी को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
लेकिन सवाल यह है कि क्या ऐसी छोटी-छोटी बातों पर खून बहना अब आम हो गया है?
“बच्चों की कहासुनी” या “बड़ों की बेरहमी”?
इस देश में जहां बच्चों की शरारतें कभी मोहल्ले को जोड़ती थीं, अब वही बहाने बन रही हैं हत्याओं की।
क्या हमारी मानसिकता इतनी हिंसक हो चुकी है कि मामूली बात पर हत्या (knife attack )करना आम बात बन गई?
Banda Murder: एक सवाल जो हर मां-बाप से है
क्या बच्चों की गलती पर बड़ों का खून खौल जाना अब आम बात बन गया है?
हमने कभी स्कूलों में “पढ़ाई” नहीं सिखाई कि गुस्से को कैसे कंट्रोल करें?
क्या अब समाज को सिर्फ़ बंदा-जैसी हत्याएं ही झकझोरेंगी?
युवक की मौत सिर्फ़ एक युवक की मौत नहीं है —
ये सवाल है हर उस घर का, जहां लड़ाई अब बातों से नहीं, चाकू से सुलझाई जा रही है।
यह कोई पहली घटना नहीं है, लेकिन हर बार हम चुप रहते हैं..
और अगली बार शायद वो “अगली बारी” हमारे अपने घर की हो।
अगर आप चाहते हैं कि अगली बार किसी की शादी मातम में न बदले, तो इस खबर को शेयर कीजिए।
#BandaMurder #JusticeForVikram #UPPolice #KnifeCrime #StopTheViolence

 
         
         
         
        