Banda Crime News. बांदा पुलिस की बड़ी कामयाबी. फरार चल रहा ईनामी बदमाश गिरफ्तार. गोवध मामले में थी तलाश
बांदा की गलियों में एक नाम पिछले कई दिनों से चर्चा में था। नहीं, यह कोई फिल्म स्टार नहीं, बल्कि 25 हजार रुपये का इनामी बदमाश Ayub Khan था! गोवध जैसे गंभीर मामले में वांछित यह शख्स पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। लेकिन कहते हैं न, कितना भी तेज धावक हो, पुलिस की चप्पलें एक दिन पीछे पड़ ही जाती हैं। और वही हुआ! तिंदवारी थाना पुलिस ने नरैनी थाना क्षेत्र में जाल बिछाकर Ayub Khan को धर दबोचा।

Ayub Khan की ‘इनामी कहानी’ का राज क्या है?
Ayub Khan कोई साधारण अपराधी नहीं था। इस शख्स पर जनपद के अलग-अलग थानों में तीन-तीन मुकदमे दर्ज थे। गोवध का मामला तो बस एक ट्रेलर था, पूरी फिल्म तो इसके कारनामों की लिस्ट में छिपी थी। पुलिस अधीक्षक ने इस शातिर अपराधी को पकड़ने के लिए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। अब सवाल यह है कि आखिर यह Ayub Khan इतना बड़ा सिरदर्द क्यों बन गया था?
पुलिस की चप्पल और Ayub Khan की रेस
पुलिस को चकमा देना Ayub Khan के लिए कोई नई बात नहीं थी। यह शख्स तो जैसे ‘पकड़म-पकड़ाई’ के खेल में माहिर था। लेकिन बांदा पुलिस ने इस बार कोई कसर नहीं छोड़ी। सूत्रों की मानें तो तिंदवारी थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि Ayub Khan नारायणी थाना क्षेत्र में छिपा हुआ है। बस फिर क्या था, पुलिस ने तुरंत जाल बिछाया और इस इनामी बदमाश को दबोच लिया।
गोवध का मामला और Ayub Khan का काला कारनामा
गोवध जैसे संवेदनशील मामले में Ayub Khan का नाम सामने आने के बाद पुलिस की नींद उड़ गई थी। जनपद के अलग-अलग थानों में इसके खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज थे, और हर बार यह पुलिस को चकमा देकर निकल जाता था। लेकिन इस बार पुलिस ने कहा, “बस, अब बहुत हुआ!” और Ayub Khan को धर दबोचा। सूत्र बताते हैं कि इस गिरफ्तारी के पीछे पुलिस की मेहनत और मुखबिरों की तगड़ी सूचना थी।
पलाश बंसल का मास्टरस्ट्रोक
पुलिस अधीक्षक ने इस ऑपरेशन को लीड किया। उनके निर्देश पर तिंदवारी थाना पुलिस ने रात-दिन एक कर दिए। पुलिस अधीक्षक ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि Ayub Khan जैसे अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। 25 हजार रुपये का इनाम घोषित करना भी उनका एक मास्टरस्ट्रोक था, जिसने इस शातिर अपराधी को पकड़ने में अहम भूमिका निभाई।
अब क्या होगा Ayub Khan का?
अब सवाल यह है कि Ayub Khan का अगला कदम क्या होगा? जेल की सलाखों के पीछे इस इनामी बदमाश की कहानी अब क्या मोड़ लेगी? पुलिस सूत्रों के मुताबिक, Ayub Khan से पूछताछ शुरू हो चुकी है, और जल्द ही इसके काले कारनामों की और परतें खुल सकती हैं। क्या यह कोई बड़ा अपराधी गिरोह का हिस्सा था? या फिर इसके पीछे कोई और साजिश थी? यह तो वक्त ही बताएगा।
बांदा पुलिस की जीत, अपराधियों की हार
इस गिरफ्तारी के साथ बांदा पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून की लंबी बाहों से बच नहीं सकता। तिंदवारी थाना पुलिस की इस कामयाबी ने न सिर्फ जनपद में शांति का माहौल बनाया, बल्कि अपराधियों के मन में खौफ भी पैदा कर दिया।
क्या कहते हैं लोग?
स्थानीय लोग इस गिरफ्तारी से खुश हैं। कुछ का कहना है कि Ayub Khan जैसे अपराधी क्षेत्र में दहशत का पर्याय बन चुके थे। एक स्थानीय दुकानदार ने तो मजाक में कहा, “25 हजार का इनाम तो ठीक है, लेकिन पुलिस ने अगर इसे पहले पकड़ा होता तो हमारी नींद की कीमत भी वसूल हो जाती!”
बांदा पुलिस ने Ayub Khan को गिरफ्तार कर एक बड़ा संदेश दिया है कि अपराध का रास्ता चुनने वालों का अंजाम जेल ही है। यह गिरफ्तारी न सिर्फ पुलिस की सजगता का सबूत है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कानून से ऊपर कोई नहीं। क्या आप भी मानते हैं कि पुलिस का यह ऑपरेशन काबिल-ए-तारीफ है? अपनी राय हमें जरूर बताएं!
✅ Written by khabarilal.digital Desk
📍 Location: बांदा,यूपी
🗞️Reporter: गुल मोहम्द
