Balrampur News: CM Yogi का माइंडसेट क्लियर, ऐसा एक्शन होगा कि अब नहीं करेगा कोई छांगुर जैसी हरकत !
Balrampur News: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में अवैध धर्मांतरण रैकेट के सरगना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की आलीशान कोठी पर प्रशासन का बुलडोजर लगातार तीसरे दिन भी कार्रवाई के लिए तैयार है. उतरौला के मधपुर गांव में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनी इस इमारत का 75% हिस्सा अब तक ढहाया जा चुका है, जबकि शेष 25% हिस्से को गुरुवार को ध्वस्त करने की योजना है. इस कार्रवाई में 8 से 10 बुलडोजरों का उपयोग किया जा रहा है.
दूसरे दिन भी चली कार्रवाई
जिला प्रशासन ने मंगलवार को छांगुर बाबा की करीबी नीतू रोहरा उर्फ नसरीन के नाम पर दर्ज इस कोठी पर बुलडोजर चलाना शुरू किया था. बुधवार को दूसरे दिन भी राजस्व विभाग की निशानदेही पर कार्रवाई जारी रही. इस आलीशान इमारत को सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण कर बनाया गया था. प्रशासन ने पहले नोटिस जारी कर बेदखली का आदेश दिया था, जिसके बाद ये कार्रवाई शुरू हुई. कोठी में 40 कमरे और एक बड़ा हॉल शामिल है, जिसमें से अधिकांश हिस्सा अब मलबे में तब्दील हो चुका है.
छांगुर पर प्रशासन का सख्त रुख
बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विकास कुमार ने कहा, “अवैध कब्जे को हटाने की कार्रवाई तब तक जारी रहेगी, जब तक ये पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाती. इस मामले में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ जांच चल रही है और कड़ी कार्रवाई की जाएगी.” वहीं, जिलाधिकारी (डीएम) पवन अग्रवाल ने बताया कि बुधवार को कार्रवाई का दूसरा दिन था और गुरुवार को भी ये अभियान जारी रहेगा. उन्होंने कहा, “सभी दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.”
मुख्यमंत्री योगी का कड़ा संदेश
आजमगढ़ में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छांगुर बाबा के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए कहा, “बलरामपुर में हमने एक ऐसे जल्लाद को गिरफ्तार किया है, जो हिंदू बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करता था. अब ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है.” उन्होंने इस तरह के अपराधों को समाज के लिए खतरा बताते हुए सजा की चेतावनी दी.
यूपी एटीएस को मिली रिमांड
छांगुर बाबा और उनकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को यूपी एटीएस ने लखनऊ के एक होटल से गिरफ्तार किया था. कोर्ट ने एटीएस की रिमांड अर्जी को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत दोनों से सात दिन तक गहन पूछताछ की जाएगी. एटीएस कई अहम सवालों के जवाब तलाश रही है, जैसे:
- फंडिंग का स्रोत क्या है और कहां से आई?
- कितने लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया?
- गिरोह के अन्य सदस्य कहां-कहां सक्रिय हैं?
- विदेशी फंडिंग और खाड़ी देशों से किन लोगों के संपर्क थे?
100 करोड़ का साम्राज्य और विदेशी फंडिंग
एटीएस की जांच में खुलासा हुआ है कि छांगुर बाबा ने 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित की, जिसमें विदेशी फंडिंग का बड़ा हिस्सा शामिल है. वो पहले सड़कों पर अंगूठी और नग बेचता था, लेकिन अवैध धर्मांतरण के जरिए उसने विशाल साम्राज्य खड़ा कर लिया. बलरामपुर में उसका कपड़ों का शोरूम और अन्य संपत्तियां भी जांच के दायरे में हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अब इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहा है.
अपराध पर ज़ीरो टॉलरेंस की नीति
छांगुर बाबा का अवैध धर्मांतरण रैकेट और उसकी आलीशान कोठी पर बुलडोजर की कार्रवाई उत्तर प्रदेश सरकार की अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाती है. ये कार्रवाई न केवल अवैध निर्माण को हटाने की दिशा में एक कदम है, बल्कि उन तत्वों के खिलाफ भी चेतावनी है जो समाज में अराजकता फैलाने की कोशिश करते हैं. गुरुवार को होने वाली कार्रवाई और एटीएस की पूछताछ से इस मामले में और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है.
