
Balrampur News : अवैध अस्पतालों और झोलाछाप डॉक्टर्स की खैर नहीं !
Balrampur News : बलरामपुर में अवैध अस्पतालों और झोलाछाप डॉक्टर्स की अब शामत आने वाली है. बिना लाइसेंस और गलत मनमाने तरीके से अस्पताल चलाकर लोगों को चूना लगाने वाले झोलाछाप डॉक्टर्स के खिलाफ प्रशासन सख्त है. और स्वास्थ्य विभाग के साथ SSB की टीम भी अब मैदान में उतर चुकी है. जिसकी बानगी बालापुर बाजार में देखने को मिली है. जहां अवैध रुप से संचालित एक अस्पताल पर शिकंजा कसा गया है.
क्या है पूरा मामला ?
बलरामपुर के जारवा क्षेत्र में SSB और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संयुक्त कार्रवाई की है. दरअसल बालापुर बाज़ार में अहमद क्लिनिक चल रहा था. आरोप है कि बिना किसी अनुमति और नियमों को ताक पर रखकर इस क्लिनिक का संचालन हो रहा था. SSB और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए क्लिनिक को सील कर दिया है.
यूनानी डिग्री और अंग्रेज़ी इलाज़ !
स्वास्थ्य विभाग और SSB की संयुक्त कार्रवाई में सामने आया है कि क्लिनिक के संचालक मोहम्मद खान के पास यूनानी चिकित्सा पद्धति की डिग्री थी, लेकिन क्लिनिक संचालक पर एलोपैथिक पद्धति से लोगों को दवा देने और चिकित्सीय कार्य करने का आरोप है. जांच में खुलासा हुआ है कि क्लिनिक का पंजीकरण भी नहीं था और न ही क्लिनिक में प्रशिक्षित कर्मचारी थे. सबकुछ जुगाड़ से चल रहा था.
गर्भपात, प्रसव से जुड़े तार
आरोप है कि अहमद क्लिनिक पर गर्भपात भी कराया जाता था. साथ ही गर्भवती महिलाओं का प्रसव भी क्लिनिक में होता था लेकिन क्लिनिक के पास न कोई प्रशिक्षित कर्मचारी है और न ही संबंधित कोई वैध अनुमति.
स्वास्थ्य विभाग ने बताया सच
सीएचसी गैसड़ी के अधीक्षक अरविंद कुमार ने इस पूरे मामले पर आधिकारिक प्रतिक्रिया दी है. अरविंद कुमार ने बताया है कि जांच में पाया गया कि क्लिनिक में बड़े पैमाने पर नियमों की अनदेखी हो रही थी. न ही बायोमेडिकल वेस्ट का उचित प्रबंधन हो रहा था और न ही मरीजों के लिए तय मानकों का पालन किया जा रहा था. साथ ही साथ जांच के दौरान क्लिनिक संचालक कोई वैध दस्तावेज भी नहीं दिखा सके.
SSB की टीम रही तैनात
क्लिनिक में जांच के दौरान स्थिति को काबू में करने के लिए SSB की टीम मौके पर मौजूद रही. SSB की टीम ने हालात को नियंत्रण में रखा. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्लिनिक तत्काल से प्रभाव से सील कर दिया है. नियमों के तहत संचालक के खिलाफ कार्रवाई की गई है. साथ ही प्रशासन की ओर से स्पष्ट संदेश दे दिया गया है. नियमों की अनदेखी कर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले ऐसे क्लिनिक और डॉक्टर्स के खिलाफ अभियान जारी रहेगा. साथ ही और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे.