Balrampur brother murder case
बलरामपुर, उत्तर प्रदेश | 23 जून 2025 | रिपोर्ट: राहुल रत्ना
“जब भाई ही बना जल्लाद” — बलरामपुर की हिला देने वाली सुपारी कथा!
कहते हैं खून खून को पहचानता है—लेकिन बलरामपुर में खून ही खून का दुश्मन बन गया। Balrampur brother murder case में नशे की लत से त्रस्त होकर एक युवक ने अपने सगे भाई को 50,000 रुपये की सुपारी देकर मौत के घाट उतरवा दिया। वजह? “भाई नशेड़ी था, पैसे मांगता था, और बीवी-बच्चों को पीटता था।”
कहानी सुनने में किसी बी-ग्रेड वेब सीरीज़ जैसी लगे, मगर ये हकीकत है—बलरामपुर जिले के मोहल्ला अलीजानपुरवा की।
सुपारी का सीन: भाई का खौफनाक प्लान
18 जून की रात, करीब 9:30 बजे। मोहम्मद मारूफ ने अपने छोटे भाई राजू को नाश्ता करने के बहाने घर से बुलाया। लेकिन ये नाश्ता नहीं, मौत का जाल था। बलरामपुर के अफताब उर्फ गुड्डू, अंसार उर्फ रिंकू, और गोंडा के वकील यादव पहले से घात में थे। नई बस्ती के पास जैसे ही राजू पहुंचा,तीनों ने पहले उसे रोका, फिर लोहे की रॉड से सिर पर ताबड़तोड़ वार किए, और उसकी सांसे छीन। आरोपियों ने शव को रेलवे ट्रैक के पास झाड़ियों में फेंक दिया, जैसे कोई कचरा डंप कर दे। माराूफ ने पुलिस को गुमशुदगी की तहरीर देकर खुद को बेगुनाह दिखाने की नौटंकी की,। लेकिन पुलिस की जांच और मोबाइल सर्विलांस ने सारी साजिश बेनकाब कर दी।। मारूफ ने कबूल किया कि राजू की हत्या के लिए उसने 50,000 रुपये की सुपारी दी थी।
पुलिस का कमाल: 72 घंटे में खुला राज
बलरामपुर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने इस ब्लाइंड मर्डर को सॉल्व करने के लिए दो टीमें गठित कीं। 60 घंटे की पड़ताल के बाद, 19 जून की सुबाह पुलिस ने मारूफ, अफताब, अंसार, और वकील को धरदबोचा। लोहे की रॉड बरामद की, और पूरी कहानी सामने आई। SP साहब ने कहा, “मारूफ ने ही साजिश रची, और तीनों ने मिलकर हत्या को अंजाम दिया।
सुपारी का सौदा!
बलरामपुर भाई-भाई मर्डर मसाला तो मानो कोई सस्पेंस थ्रिलर हो! भाई ने भाई को सुपारी देकर मरवाया, और फिर गुमशुदगी का ड्रामा रचाया। अरे, मारूफ भाई, अगर राजू की नशे की लत इतनी खटक रही थी, तो उसे नशा मुक्ति केंद्र क्यों नहीं भेजा? 50,000 तो वहां भी खर्च हो जाते, और भाई का खून न बहता!
बलरामपुर पुलिस ने चारों हत्यारों को जेल भेज दिया, मगर ये हत्या सिर्फ एक परिवार की नहीं, रिश्तों की त्रासदी है। नशे की लत ने एक भाई को कातिल बनाया, और दूसरे को कब्र तक पहुंचाया। प्रशासन अब नशे के खिलाफ अभियान की बात कर रहा है।
