Baghpat Miracle Calf: दो मुंह, तीन आंखों वाला बछड़ा

Baghpat Miracle Calf: दो मुंह, तीन आंखें! टिकरी गांव में दिखा कुदरत का करिश्मा

संवाददाता- राहुल चौहान

Baghpat Miracle Calf: दो मुंह, तीन आंखें और पूरे गांव की श्रद्धा!

Baghpat Miracle Calf-उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के Tikri Village में कुदरत ने ऐसा करिश्मा दिखाया कि लोग देखते ही रह गए! यहां एक गाय ने ऐसे बछड़े को जन्म दिया है, जिसे देखकर हर कोई दंग रह गया है — दो मुंह, तीन आंखें और गांव वालों की आंखों में श्रद्धा की चमक!

यह अजीबोगरीब बछड़ा अब गांव का सुपरस्टार बन गया है। जाहिद नाम के पशुपालक की गाय ने इस अद्भुत प्राणी को जन्म दिया। और बस, खबर गांव में नहीं, पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई।

Baghpat Miracle Calf: कुदरत का करिश्मा या जेनेटिक मिस्टेक?

Two Mouths and Three Eyes वाला यह बछड़ा जैसे ही जन्मा, लोग मोबाइल लेकर पहुंच गए। किसी ने इसे भगवान का अवतार बताया, तो कोई बोला — “युग बदल रहा है, संकेत मिल रहे हैं।”

कुछ श्रद्धालु तो फूल-माला और नारियल लेकर पहुंच गए और बछड़े की पूजा करने लगे। बछड़े के दोनों मुंह पर चढ़ावे के रूप में पैसे रखे जाने लगे — जैसे कोई मंदिर का दरबार हो।

वहीं, कुछ लोग इसे जेनेटिक डिसऑर्डर भी बता रहे हैं। पशु चिकित्सकों के मुताबिक, ऐसा दुर्लभ आनुवांशिक बदलाव से हो सकता है जिसे Craniofacial Duplication कहा जाता है।

लेकिन टिकरी गांव में फिलहाल विज्ञान की नहीं, भक्ति और भव्यता की धुन बज रही है।

Divine Cow Calf in Baghpat: सोशल मीडिया पर वायरल, गांव में मेला!

Divine Cow Calf in Baghpat अब इंस्टाग्राम और फेसबुक रील्स का नया सेंसेशन बन चुका है। टिकरी गांव की गलियों में अब डायलॉग नहीं, लाइव वीडियो चल रहे हैं। “देखो-देखो बछड़ा”, “दो मुंह वाला बाबा” जैसे टाइटल्स के साथ पोस्ट्स वायरल हो रही हैं।

गांव में ये बछड़ा तीर्थ स्थल जैसा बन गया है। बच्चे, बूढ़े, महिलाएं, सब इसे देखने पहुंच रहे हैं। और जाहिद की गाय? वो अब “गाय माता” के नाम से जानी जा रही है।

Baghpat Miracle Calf: दो मुंह, तीन आंखों वाला बछड़ा
Baghpat Miracle Calf: दो मुंह, तीन आंखों वाला बछड़ा

कुदरत के ऐसे करिश्मे और कहां-कहां?

दुनिया भर में Genetic Disorders या Natural Miracles के ऐसे मामले पहले भी देखे गए हैं, जो लोगों को हैरान करते रहे हैं। आइए, कुछ मशहूर उदाहरण देखें:

छत्तीसगढ़ का दो सिर वाला सांप (2023): छत्तीसगढ़ के एक गांव में दो सिर वाला सांप मिला, जिसे लोग Nagin Ka Avtar मानकर पूजने लगे। वैज्ञानिकों ने इसे Bicephaly नामक जेनेटिक डिसऑर्डर बताया।

नेपाल का तीन सिर वाला बछड़ा (2019): नेपाल के एक गांव में एक गाय ने तीन सिर वाले बछड़े को जन्म दिया। इसे Lord Vishnu Ka Roop मानकर हजारों लोग दर्शन के लिए पहुंचे। बाद में पशु चिकित्सकों ने इसे Polycephaly का मामला बताया।
बिहार का चार पैर वाला बकरी का बच्चा (2022): बिहार के मुजफ्फरपुर में एक बकरी ने चार पैर और दो सिर वाले बच्चे को जन्म दिया। ग्रामीणों ने इसे Chamatkar माना, लेकिन वैज्ञानिकों ने इसे जेनेटिक म्यूटेशन का नतीजा बताया।
ऑस्ट्रेलिया का दो मुंह वाला बछड़ा (2020): ऑस्ट्रेलिया में एक Two-Headed Calf का जन्म हुआ, जो कुछ दिन तक जिंदा रहा। इसे वैज्ञानिकों ने Conjoined Twins का एक रूप बताया।
तमिलनाडु का पांच पैर वाला बछड़ा (2021): तमिलनाडु के एक गांव में पांच पैर वाला बछड़ा पैदा हुआ, जिसे लोग Gau Mata Ka Ashirwad मानकर पूजने लगे।
इन मामलों में एक बात कॉमन है—लोगों की आस्था और विज्ञान की अलग-अलग व्याख्या। बागपत का बछड़ा भी इसी कड़ी का हिस्सा है, जहां Divine Belief और Scientific Explanation का टकराव देखने को मिल रहा है।

Baghpat Miracle Calf: चमत्कार या जेनेटिक डिसऑर्डर?

वैज्ञानिकों के मुताबिक, Two-Mouthed Calf जैसे मामले Polycephaly या Genetic Mutation का नतीजा होते हैं। यह तब होता है जब भ्रूण के विकास के दौरान कोशिकाएं असामान्य रूप से विभाजित होती हैं, जिससे दो सिर या अतिरिक्त अंग बन जाते हैं। Baghpat Veterinary Experts का कहना है कि ऐसे बछड़े अक्सर कम समय तक जीवित रहते हैं, क्योंकि उनके अंग ठीक से काम नहीं करते। लेकिन ग्रामीणों के लिए ये विज्ञान की बातें गौण हैं। उनके लिए ये बछड़ा Kudrat Ka Karishma है, जो गांव की शोभा बढ़ा रहा है।

Zahid के लिए आशीर्वाद या चुनौती?

पशुपालक Zahid के लिए ये बछड़ा एक तरफ तो प्रसिद्धि का कारण बना, लेकिन दूसरी तरफ चुनौती भी। भीड़ को संभालना, बछड़े की देखभाल करना, और लोगों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना—ये सब उनके लिए आसान नहीं। X Posts में कुछ यूजर्स ने लिखा, “जाहिद भाई तो रातोंरात स्टार बन गए, लेकिन बछड़े की सेहत का क्या?

कुदरत का खेल या समाज की आस्था?

ये Miracle Calf सिर्फ एक बछड़ा नहीं, बल्कि हमारी आस्था, विश्वास, और विज्ञान के बीच की जंग का प्रतीक है। बागपत के टिकरी गांव में जहां लोग इसे Bhagwan Ka Avtar मानकर माथा टेक रहे हैं, वहीं वैज्ञानिक इसे Genetic Anomaly बता रहे हैं। लेकिन सच जो भी हो, ये बछड़ा एक बात तो साफ करता है—कुदरत के करिश्मे इंसान को हमेशा हैरान करते रहेंगे।

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