Baghpat Mahashivratri Mela: तीन दिवसीय मेला 21-23 जुलाई को, तैयारियां जोरों परका पर्व
Baghpat Mahashivratri Mela की पुण्य ध्वनि अब बागपत की हवाओं में गूंजने लगी है। बागपत की पावन धरती पर स्थित परशुरामेश्वर पुरा महादेव मंदिर, जिसे स्वयं भगवान परशुराम ने स्थापित किया था, एक बार फिर श्रावण महाशिवरात्रि पर भक्ति के रंगों में रच-बस चुका है।
21 से 23 जुलाई तक यहां लगने वाला तीन दिवसीय Baghpat Mahashivratri Mela केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि शिव भक्तों के लिए आत्मिक उत्थान का पर्व बनने जा रहा है। मंदिर की प्राचीन घंटियों की टनकार, हर-हर महादेव के गगनभेदी जयकारे, और जल से शिवलिंग का पावन अभिषेक—हर दृश्य भक्ति की पराकाष्ठा का अनुभव कराएगा।

Baghpat Mahashivratri Mela: तीन दिवसीय भक्ति महोत्सव की तैयारियाँ शुरू
महाशिवरात्रि मेले की पवित्र आहट बागपत की हवाओं में घुलने लगी है। ऐतिहासिक परशुरामेश्वर पुरा महादेव मंदिर एक बार फिर भक्तों की शिव-भक्ति से सराबोर होने को तैयार है। श्रावण मास की महाशिवरात्रि पर 21 जुलाई से 23 जुलाई तक यह मंदिर श्रद्धा और आस्था का विराट केंद्र बनेगा।
श्रद्धालु दूर-दूर से आएंगे, अपने कांवर में भक्ति भरकर। बेलपत्र, धतूरा, दही और गन्ने का रस लेकर भक्त शिव शंकर के चरणों में समर्पण करेंगे। यह कोई साधारण मेला नहीं, महाशिवरात्रि का विराट मेला है — जहां आत्मा को शिव से मिलन की अनुभूति होती है।
परशुरामेश्वर पुरा महादेव: जहां स्वयं परशुराम ने किया शिवलिंग की स्थापना
भगवान शिव के इस मंदिर का इतिहास स्वयं धर्मग्रंथों में दर्ज है। मान्यता है कि त्रेता युग में परशुराम जी ने अपने तप से प्रसन्न होकर भगवान शिव से वर प्राप्त किया और इसी पावन भूमि पर परशुरामेश्वर पुरा महादेव की स्थापना की।
यह शिवालय केवल ईंट और पत्थरों का ढांचा नहीं, बल्कि परशुराम के क्रोध और शिव के करुणा का मिलनस्थल है। हर साल फाल्गुन और श्रावण मास में यहां लगने वाले मेले में लाखों भक्त पहुंचते हैं और अपने जीवन के पापों से मुक्ति पाने की कामना करते हैं।
श्रद्धा के संग सुरक्षा: प्रशासन की भक्ति से भरपूर तैयारी
जैसे ही Baghpat Mahashivratri Mela की तारीख नजदीक आ रही है, प्रशासन की कार्यप्रणाली भी आस्था में रंगी दिखाई पड़ रही है। महाशिवरात्रि मेले की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने मंदिर स्थल का निरीक्षण किया और साफ कहा कि,– “श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है।”

उन्होंने साफ-सफाई, पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा और यातायात नियंत्रण के लिए अलग-अलग विभागों को जिम्मेदारी सौंपी। वहीं ASP एनपी सिंह ने बताया कि पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल की तैनाती होगी और अतिरिक्त सुरक्षा बलों की मांग की जा चुकी है।
Baghpat Mahashivratri Mela:भक्तों के लिए विशेष प्रबंध: व्यवस्था से आस्था को बल
मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित जय भगवान ने भावभीनी वाणी में बताया कि इस बार भक्तों के लिए पहले से कहीं अधिक सुविधाएं रहेंगी।
महिला श्रद्धालुओं के लिए अलग क्यू
दिव्यांगों और वृद्धों के लिए विश्राम क्षेत्र
CCTV और पुलिस सहायता केंद्र
भजन संध्या और अखंड शिवनाम संकीर्तन की व्यवस्था
Baghpat Mahashivratri Mela:मनोकामना सिद्धि का केंद्र: आओ, शिव से मिलन करो
Baghpat Mahashivratri Mela सिर्फ एक आयोजन नहीं, यह वो द्वार है जहां मन की मुरादें पूरी होती हैं। मान्यता है कि इस मंदिर में की गई पूजा और रुद्राभिषेक से भगवान शिव तुरंत प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों के जीवन से संकट स्वयं दूर हो जाते हैं।
