Baghpat Mafia Anuj Barkha Shifted: ज्ञानेंद्र ढाका, प्रवेंद्र भी पहुंचे दूसरी जेल
Baghpat Mafia Anuj Barkha के ठाठ अब बदल गए! हत्या-गिरोह चलाने वाले अनुज बरखा, ज्ञानेंद्र ढाका और प्रवेंद्र को अफसरों ने बागपत जेल से निकालकर पूर्वांचल की जेलों में शिफ्ट कर दिया। गैंग का नेटवर्क अब सलाखों के पीछे भी नहीं चलेगा — पुलिस ने माफिया पर कस ली नकेल!
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Written by khabarilal.digital Desk
🚔 माफिया को बागपत की हवा रास नहीं आई — अब पूर्वांचल में चलेगा दिमाग!
बागपत की जेल में माफिया अनुज बरखा की महफिल सजी रहती थी — सलाखें क्या थीं, बस नखरे रोकने की दीवार थीं। अंदर रहकर बाहर के शिकार तय होते थे। हत्या से लेकर रंगदारी तक — सारा धंधा मोबाइल पर चलता था, सिग्नल जेल से ही मिलते थे। ज्ञानेंद्र ढाका और प्रवेंद्र भी उसी क्लब में थे।
पुलिस-प्रशासन की मीटिंग हुई — अफसरों ने माथा पकड़ा, फिर एक ही फॉर्मूला निकला — ‘माफिया को टूर पर भेज दो!’ बस फिर क्या था — फाइल चली, शासन से परमिशन आई और तीनों को बैरक से उठा कर पूर्वांचल रवाना कर दिया गया।

🔒 Baghpat Mafia Anuj Barkha कुख्यात गैंग अब कहां-कहां?
SP सूरज कुमार राय ने फरमान सुनाया — अनुज बरखा महाराजगंज पहुंचा, ज्ञानेंद्र ढाका ललितपुर में जमा और प्रवेंद्र आजमगढ़ में बैठा! यानी गैंग अब एक-दूसरे से सौ किलोमीटर दूर — न मोबाइल, न मीटिंग, न सुपारी।
बाकी बचे बदमाशों को भी चिन्हित किया जा रहा है — ताकि जेल में रहकर ‘मौत का कारोबार’ न चला पाएं। जो जेल को क्लब समझ बैठे थे — उनके लिए अब ताले भी बदले, जेल भी बदली। कहां वो बागपत की सेल्फी वाली हवा — कहां अब पूर्वांचल की सख्त बैरक!
Baghpat Mafia Anuj Barkha गैंग पर ताला, पुलिस की ताला-चाबी Tight!

अब देखना ये है कि ‘माफिया टूर पैकेज’ कितना कारगर होता है। अनुज बरखा पर कत्ल का इल्जाम, ज्ञानेंद्र ढाका के सिर पर जानलेवा हमला, प्रवेंद्र का आपराधिक मैन्यू भी लंबा — और जेल में रहकर भी ये बंदे नए सौदे पक्का कर लेते थे।

अब नए जिलों में इनकी खातिरदारी होगी — नए जेलर, नया स्टाफ, नए बंद दरवाजे — पुराने धंधे को सलाम ठोकने के अलावा कोई चारा नहीं बचेगा। पुलिस ने साफ कर दिया — अब बचा कोई गुर्गा तो उसकी भी ट्रेनिंग चल रही है — जल्द टिकट कटेगा!
