Baghpat Dilapidated School: बागपत के ये स्कूल या भूतिया खंडहर?
यूपी के बागपत के स्कूलों की ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं – जिन्हें देखकर एजुकेशन सिस्टम अपनी नाकामी से जमीन में गड़ जाएगा और सरकार को अपने बड़े बड़े और चमकीले दावों की हकीकत पता जाएगी। बागपत के स्कूलों की हालत इतनी खराब है कि वे पढ़ाई की जगह भूतिया खंडहरों जैसे लगते हैं। दीवारों में दरारें, ढहती छतें और जर्जर इमारतें बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरा बन चुकी हैं। बागपत के जिला विद्यालय निरीक्षक राघवेंद्र सिंह ने राजस्थान के एक स्कूली हादसे से सबक लेते हुए इन खतरनाक भवनों में बच्चों और शिक्षकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। राघवेंद्र सिंह ने इस बारे में बाकायदा सख्त निर्देश जारी किया – जर्जरता के पीछे हवाला बारिश कता भी दिया। जिला विद्यालय निरीक्षक ने साफ लहजे में कहा- अगर स्कूल भवनों की वजह से किसी तरह की कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी सीधे तौर पर स्कूल की होगी। लेकिन यहां बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर स्कूलों को इस हाल तक पहुंचने ही क्यों दिया गया?

Baghpat Dilapidated School: तारबंदी तो कर दी बच्चों अब कहां पढ़ेंगे?
Baghpat Dilapidated School: बच्चों के लिए बंटा बजट आखिर कहां गया?
बागपत के स्कूलों की इस दुर्दशा के लिए जिम्मेदार कौन है? सालों से जर्जर भवनों की मरम्मत के लिए बजट का क्या हुआ? क्या जिम्मेदार अधिकारियों को ये खंडहर पहले नहीं दिखे? शिक्षा विभाग का यह कदम भले ही सतर्कता दिखाता हो, लेकिन यह देर से उठाया गया कदम महज टालमटोल जैसा लगता है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर पहले क्यों नहीं जागा गया?


