
Baghpat Dharm Parivartan- ''मेरे पति को मुसलमान बनने से बचाओ''
Baghpat Dharm Parivartan ने उत्तर प्रदेश में हलचल मचा दी है। ज्योति नाम की महिला ने थाना सिंघावली अहीर में गुहार लगाई कि उसका पति अजय, फरमान उर्फ शानू के चंगुल में फंसकर धर्म परिवर्तन की राह पर है। मंदिर का भक्त अब ईद मना रहा है, और बीवी बच्चों को छोड़ चुका है। क्या यूपी का धर्मांतरण रोधी कानून ज्योति के पति को बचा पाएगा, या फरमान का फरमान चलेगा?
लोकेशन-बागपत। संवाददाता-राहुल चौहान
Baghpat Dharm Parivartan:जब मंदिर का भक्त ईद मनाने लगा!
Baghpat Dharm Parivartan- बागपत के महेशपुर चोपड़ा गांव में धर्म परिवर्तन ने तूफान ला दिया है। ज्योति, एक दिल्ली की बेटी, जिसकी शादी अजय से हुई थी, अब पुलिस के सामने आंसुओं का समंदर बहा रही है। उसका पति, जो कभी मंदिर में माथा टेकता था, अब फरमान उर्फ शानू के साथ ईद की दावत में मशगूल है। ज्योति का कहना है कि फेसबुक पर शुरू हुई दोस्ती अब धर्म परिवर्तन की साजिश में बदल चुकी है। फरमान ने अजय को न सिर्फ घर-परिवार से दूर किया, बल्कि धमकी दी कि वो उसे “मुसलमान” बना देगा। ये सुनकर ज्योति की सांसें अटक गईं, और वो थाने की चौखट पर पहुंच गई।
ज्योति थाने में चीख-चीख कर कह रही है
“साहब, बचा लो मेरे अजय को! अगली ईद पर वो बिरयानी बनाता दिखा तो मैं आत्महत्या कर लूंगी!”
गांव की बहू अब धर्मरक्षक बन गई है..कह रही है — “शादी में सिंदूर भरा था, अब टोपी पहनाने की साजिश हो रही है!”थाना सिंघावली की कुर्सियां भी कांप गईं जब ये डायलॉग गूंजा — “मेरे अजय को ‘अब्दुल’ मत बनने दो!”
फेसबुक पर शुरू हुई ‘दोस्ती’ अब फतवे की शक्ल ले चुकी है
Baghpat के इस तथाकथित धर्म परिवर्तन की शुरुआत फेसबुक की चकाचौंध से हुई । अजय, जो हरियाणा के सोनीपत में प्राइवेट नौकरी करता था, फरमान के “हाय-हेलो” में फंस गया। पहले तो फरमान ने हमदर्दी का ड्रामा रचा, फिर धीरे-धीरे अजय को अपने रंग में रंग लिया। ज्योति का कहना है कि
अजय पहले मंदिर में घंटी बजाता था, अब इफ्तार की रेसिपी में हाथ आज़मा रहा है।
“मुझे लगा प्रमोशन हुआ है, लेकिन ये तो धर्म परिवर्तन निकला।”
पूजा की थाली छोड़ अब टोपी वाला DP देख ज्योति की रातों की नींद उड़ चुकी है।
और फरमान? वो खुद को सिर्फ ‘सेक्युलर दोस्त’ कहकर बचा रहा है — वाह!
नवरात्र छोड़ ईद मनाने वाला पति अब FIR में नामज़द
ज्योति के मुताबिक, अजय को अब मंदिर की आरती से एलर्जी हो गई है।
ज्योति का दर्द साफ है — “साहब, मैं नौ दिन व्रत रखती थी, अब वो इफ्तार पार्टी का RSVP भेज रहा है!”
मौहल्ले वाले भी हैरान — “अरे ये वही अजय है ना जो श्रीराम नवमी पर झंडा लगाता था?”
अब वो खुद को ‘मनुष्य’ कहकर मज़हब से ऊपर बताता है, लेकिन बीवी पूछ रही — “टूथब्रश भी हलाल है क्या?”
बीवी बोली — “मुझे मेरा सिंदूर चाहिए, वो टोपी नहीं!”
अब यह मुद्दा ससुराल से निकलकर पूरे गांव का इमोशनल मुद्दा बन गया है।
ज्योति की हालत आजकल टीवी सीरियल वाली ‘कुलवधू’ जैसी है — कम सिंदूर, ज़्यादा गुस्सा।
“मैंने मंदिर में फेरे लिए थे, अब पति क़ुरआन की आयतें सीख रहा है” —
गांव की औरतें चौपाल में बहस कर रही हैं — “आजकल प्यार नहीं, पासवर्ड से धर्म बदल रहा है!”
धर्म परिवर्तन का डर: यूपी में कानून का क्या हाल?
Baghpat Dharm Parivartan ने यूपी के धर्मांतरण रोधी कानून को फिर से चर्चा में ला दिया। उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 के तहत जबरन धर्म परिवर्तन पर सख्त सजा का प्रावधान है। आंकड़ों के मुताबिक, 2021 से 2024 तक यूपी में 400 से ज्यादा मामले धर्मांतरण से जुड़े दर्ज हुए, जिनमें 150 से अधिक में सजा हुई। लेकिन क्या ये कानून ज्योति जैसे लोगों को इंसाफ दिला पाएगा? पुलिस ने ज्योति की तहरीर पर जांच शुरू की है, पर फरमान जैसे बेखौफ बदमाशों का क्या? यूपी सरकार का दावा है कि कानून का राज है, लेकिन ज्योति की गुहार सुनकर लगता है, फरमान का फरमान ज्यादा चल रहा है।
Baghpat Dharm Parivartan:यूपी सरकार का दावा: “हम हैं ना!”
Baghpat Dharm Parivartan में यूपी सरकार के कानून की परीक्षा हो रही है। यूपी सरकार ने 2020 में धर्मांतरण रोधी अध्यादेश लाकर तमाम विवादों को हवा दी थी। सरकार का कहना है कि ये कानून “लव जिहाद” और जबरन धर्म परिवर्तन रोकने के लिए है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी कहा कि संविधान धर्म की आजादी देता है, लेकिन जबरन धर्म परिवर्तन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फिर भी, ज्योति की चीखें बता रही हैं कि कानून कागजों में ज्यादा और हकीकत में कम है। क्या योगी सरकार इस ड्रामे का पटाक्षेप कर पाएगी, या ज्योति की गुहार हवा में उड़ जाएगी?