
Illegal Weapons
🔫 स्वागत है उस गुप्त फैक्ट्री का, जहां लोहा तपता नहीं, गोली बनता है!
रिपोर्ट: पल्लवी सिंह | लोकेशन: औरैया |
औरैया जनपद के सदर कोतवाली क्षेत्र में पुलिस ने जब धावा बोला तो ऐसा लगा मानो किसी “गन-मेकिंग इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी”(Illegal Weapons) की प्रयोगशाला में घुस गए हों!
स्वाट टीम और कोतवाली पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन में एक अवैध शस्त्र फैक्ट्री का ऐसा भंडाफोड़ किया कि खुद ‘कालीन भैया’ भी शरमा जाएं!
🚨 पुलिस की दबिश, अपराधियों की घबराहट – और हथियारों की बारिश!
पुलिस को देखकर फैक्ट्री में काम कर रहे ‘कर्मयोगी’ दो युवक इतने हड़बड़ा गए कि उन्हें पलंग के नीचे बंदूक नहीं, चप्पल छिपाने की सुध रही।
मौके से बरामद हुए:
भारी मात्रा में Illegal Weaponsदेसी कट्टे,
तमंचेकारतूस बनाने की मशीनें
और “स्टार्टअप इंडिया” से प्रेरित एक पूरा मिनी कारख़ाना!
पुलिस अधीक्षक के निर्देशों का असर – अब अपराधी ‘कट्टा’ नहीं, कट्टा बेचने से डरें!
इस अभियान के पीछे थे पुलिस अधीक्षक औरैया, जिनके निर्देश पर टीम ने ‘मिशन सफाया’ चलाया। स्वाट टीम और कोतवाली पुलिस ने कमाल की तालमेल दिखाते हुए अवैध शस्त्रों की इस मंडी का मुंह बंद कर दिया।
अब कहा जा सकता है –
“जहां पुलिस की बूट पड़े, वहां तमंचे की नली झुक जाती है!”
दो अभियुक्त गिरफ्तार – लेकिन सवाल यही: ‘बॉस इनका प्रिंसिपल कौन है?’
गिरफ्त में आए दोनों अभियुक्त तो सिर्फ विद्यार्थी निकले इस ‘गन यूनिवर्सिटी’ के।
अब पुलिस को तलाश है इस ‘गुरुकुल’ के कुलगुरु की, जो ये सब बैठकर डिजाइन करता था।
वैसे नाम तो अभी सामने नहीं आया, लेकिन सुगबुगाहट है कि वो WhatsApp यूनिवर्सिटी का भी टॉपर रहा है।
🧨 Illegal Weapons का बाजार – देशी जुगरातियों की देन!
आज जब युवाओं को स्टार्टअप खोलने के लिए फंड नहीं मिलता, वहीं कुछ ‘मुलाजिम-ए-तमंचा’ बिना लाइसेंस, बिना फंड और बिना शर्म के अपना धंधा चला रहे थे।
शुक्र है कि पुलिस ने इन्हें समय रहते पकड़ लिया, वरना अगली दिवाली पर शायद “बोफोर्स के पटाखे” भी बिकने लगते!
🧨 अब तमंचों के सप्लायर पकड़ाए, तो किसे होगा ‘माई-बाप’?
अब पुलिस की इस कार्रवाई से न सिर्फ अपराधियों की कमर टूटेगी, बल्कि उन ‘लोकल नेताओं’ की नींद भी उड़ जाएगी, जिनके दम पर ये कारखाने रात में फुल शिफ्ट में चलते थे। सवाल ये भी है — अगर तमंचा खुलेआम बिक रहा था, तो बंदूक की डील किसके ‘आशीर्वाद’ से हो रही थी?
कहीं न कहीं कोई VIP रोटियां सेंक रहा था, और पुलिस ने उसका तवा ठंडा कर दिया!
🎯 कानून के हाथ लंबे हैं – लेकिन अब GPS भी है!
इस केस ने साबित कर दिया है कि अब पुलिस सिर्फ लाठी नहीं, टेक्नोलॉजी के दम पर भी कार्रवाई कर रही है। ड्रोन सर्विलांस, मोबाइल ट्रैकिंग और जमीनी मुखबिर नेटवर्क के साथ अब अवैध हथियार बनाने वाले चाहे जितना छिप जाएं, बच नहीं सकते।
अवैध शस्त्रों के ‘बाजारू बाबाओं’ को अब या जेल मिलेगी, या जमानत के लिए लंबी लाइन!