 
                  RSSP के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला… माला पहनाने के बहाने दो युवकों ने की तमाचा मारने की कोशिश. कार्यकर्ताओं ने पीटा. पुलिस ने किया गिरफ्तार
संवाददाता – पंकज कुमार, रायबरेली
Raibareli : राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी (RSSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष Swami Prasad Maurya पर बुधवार को रायबरेली के मिल एरिया थाना क्षेत्र के सारस चौराहे पर 6 अगस्त, बुधवार को हमला हो गया… घटना उस समय हुई जब Swami Prasad Maurya फतेहपुर जाते समय स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए रुके थे. स्वागत समारोह के दौरान माला पहनाने के बहाने भीड़ में से दो युवकों ने पीछे से आकर मौर्य के सिर पर तमाचा मारने की कोशिश की, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई.
कहां और कैसे हुई घटना?

Swami Prasad Maurya रायबरेली में अपने समर्थकों द्वारा आयोजित स्वागत कार्यक्रम में शामिल होने रुके थे. माला पहनाने के दौरान दो युवक भीड़ से निकलकर आए और उन पर हमला कर दिया. हमले के बाद Maurya के कार्यकर्ताओं ने दोनों हमलावरों को पकड़कर उनकी पिटाई की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने दोनों युवकों को पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने तत्काल स्थिति को नियंत्रित किया और दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया.
आरोपियों पर पुलिस का एक्शन

सीओ सिटी अमित कुमार सिंह ने बताया कि दोनों हमलावर स्वागत कार्यक्रम में मौजूद भीड़ का हिस्सा थे… माला पहनाने के बाद उन्होंने अचानक Swami Prasad Maurya पर हमला किया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. आरोपियों के नाम, पता और हमले के पीछे की मंशा का पता लगाया जा रहा है. मामले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.
योगी सरकार पर निशाना

घटना के बाद पत्रकारों से बातचीत में Swami Prasad Maurya ने UP CM Yogi Adityanath पर निशाना साधा… उन्होंने कहा, “यह हमला सुनियोजित था और सरकार के इशारे पर किया गया था. यह मेरे सामाजिक न्याय के संघर्ष को दबाने की साजिश है”. मौर्य ने यह भी कहा कि वह “इस तरह के हमलों से डरने वाले नहीं हैं और दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के हक की लड़ाई जारी रखेंगे”.
सपा छोड़कर बनाई अपनी पार्टी
आपको बता दें Swami Prasad Maurya ने फरवरी 2024 में समाजवादी पार्टी छोड़कर राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी (RSSP) की स्थापना की थी. वह पहले बहुजन समाज पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में भी महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं. रामचरितमानस और सनातन धर्म पर दिए अपने विवादित बयानों को लेकर Maurya पहले भी कई बार चर्चाओं में आ चुके हैं. मई 2024 में फतेहपुर सीकरी में एक रैली के दौरान उन पर जूता फेंका गया था, जिसके लिए अखिल भारत हिंदू महासभा के एक कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया गया था.

 
         
         
        