 
                  भारत को धमकी देने पर उतरे Asim Munir, क्या है Pakistan की मंशा?
पाकिस्तान (Pakistan) के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल सैयद आसिम मुनीर (Asim Munir) ने भारत के खिलाफ तीखी बयानबाज़ी करते हुए चेतावनी दी है कि यदि भारत की ओर से कोई भी “मामूली उकसावा” होता है तो पाकिस्तान उसका निर्णायक जवाब देगा। ये बयान उन्होंने एबटाबाद स्थित पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी काकुल में पासिंग आउट परेड के दौरान दिया।
मुनीर का ये बयान ऐसे समय आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में सीमावर्ती इलाकों में तनाव देखा गया। भारत ने ऑपरेशन “सिंदूर” के तहत पीओके में आतंकी ठिकानों पर सफल कार्रवाई की थी, जिसके बाद पाकिस्तान में बौखलाहट साफ़ नजर आ रही है।
Asim Munir की परमाणु युद्ध की धमकी!
अपने भाषण में मुनीर ने ये भी कहा कि पाकिस्तान किसी भी दबाव या धमकी से डरने वाला देश नहीं है। उन्होंने भारत के सैन्य नेतृत्व को सलाह देते हुए कहा कि “परमाणु हथियारों से लैस दुनिया में युद्ध की कोई गुंजाइश नहीं है।”

ये बयान पाकिस्तान की उस रणनीति को दर्शाता है जिसमें वो बार-बार परमाणु हथियारों का अप्रत्यक्ष उल्लेख कर भारत को डराने की कोशिश करता है। लेकिन भारत की ओर से हमेशा संतुलित और जिम्मेदार प्रतिक्रिया ही देखने को मिली है।
Asim Munir ने उछाला पुराना मुद्दा
मुनीर ने अपने भाषण में भारत पर आरोप लगाया कि वो पाकिस्तान को अस्थिर करने के लिए आतंकवाद को हथियार की तरह इस्तेमाल करता है। साथ ही उन्होंने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों को नैतिक और कूटनीतिक समर्थन देता रहेगा।
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हालांकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय और अधिकांश विशेषज्ञ मानते हैं कि पाकिस्तान खुद वर्षों से आतंकवाद को समर्थन देता रहा है, और उसकी ये बयानबाज़ी सिर्फ राजनीतिक उद्देश्य साधने की एक कोशिश है।
ऑपरेशन “सिंदूर” से पाकिस्तान की बौखलाहट
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद 7 मई को “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू किया था। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी अड्डों को ड्रोन और मिसाइलों के ज़रिए निशाना बनाया गया। इस कार्रवाई में कई आतंकी मारे गए, जिससे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया।
चार दिन तक चले इन हमलों के बाद 10 मई को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (DGMO) के बीच बातचीत हुई और एक बार फिर युद्धविराम पर सहमति बनी।
मुनीर का बयान इसी पृष्ठभूमि में आया है, जिसे कई विश्लेषक घरेलू राजनीतिक अस्थिरता और सैन्य दबाव से ध्यान भटकाने की कोशिश मानते हैं।
बयानबाज़ी बनाम वास्तविकता
आसिम मुनीर का भारत को दिया गया ये बयान न केवल एक कूटनीतिक दबाव की कोशिश है, बल्कि ये पाकिस्तान की आंतरिक स्थिति को छिपाने का भी एक माध्यम है।
भारत ने एक ज़िम्मेदार परमाणु शक्ति होने के नाते हमेशा शांति की पहल की है, लेकिन जब बात देश की सुरक्षा और संप्रभुता की आती है, तो वो कठोर कदम उठाने से भी पीछे नहीं हटता — ऑपरेशन सिंदूर इसका ताजा उदाहरण है।
ऐसे में पाकिस्तान को उकसावे वाली बयानबाज़ी छोड़कर क्षेत्रीय स्थिरता और शांति की दिशा में काम करना चाहिए।
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