Iran-Israel War में कूदा America, Trump ने कह दी बड़ी बात
Trump on America’s Strike
ईरान और इजरायल के बीच चल रही तनातनी में अब अमेरिका भी कूद पड़ा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने बताया कि अमेरिकी वायु सेना ने ईरान की तीन बड़ी परमाणु साइट्स—फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हवाई हमले किए हैं। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के B2 बॉम्बर विमानों ने खासकर फोर्डो को निशाना बनाकर बम बरसाए। अच्छी बात ये है कि सारे लड़ाकू विमान सुरक्षित वापस लौट आए हैं।
‘ये है हमारी सेना की ताकत’
ट्रंप ने इसे अमेरिकी सेना की ताकत का सबूत बताया और बोले, “ऐसा कर पाना किसी और देश की सेना के बस की बात नहीं थी। हमने सबसे मुश्किल ठिकानों को चुना और उन्हें तबाह कर दिया।” ट्रंप ने ईरान से शांति की अपील की, लेकिन साथ में चेतावनी भी दी कि अगर ईरान ने कोई हरकत की, तो अगले हमले और खतरनाक होंगे। ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी सेना को भी बधाई दी।

ईरान का जवाब और दुनिया की प्रतिक्रिया
ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन ने इन हमलों की पुष्टि की और इसे अंतरराष्ट्रीय कानून के खिलाफ बताया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) पर भी निशाना साधा और कहा कि ये हमले उनकी नाक के नीचे हुए। ईरान ने दुनिया से इन हमलों की निंदा करने को कहा और साफ कर दिया कि वो अपने परमाणु कार्यक्रम को हर हाल में जारी रखेगा।

संयुक्त राष्ट्र की चिंता
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इन हमलों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ये हमले दुनिया की शांति के लिए खतरा हैं। गुटेरेस ने सभी देशों से शांत रहने और बातचीत से मसला सुलझाने की अपील की। गुटेरेस का कहना है, “इसका कोई सैन्य हल नहीं है, बातचीत ही रास्ता है।”
हमले की वजह और पृष्ठभूमि
ये अमेरिकी हमले तब हुए, जब इजरायल को ईरान का परमाणु कार्यक्रम बड़ा खतरा लग रहा था। खबर है कि अमेरिका ने अपने B2 बॉम्बर विमानों को गुआम एयरबेस से भेजा था, और इन्हीं ने हमले किए। ये भी साफ नहीं है कि इजरायल की सेना इसमें शामिल थी या नहीं। इससे पहले भी ईरान को लेकर ट्रंप लगातार बयान दे रहे थे, और ट्रंप ने साफतौर पर ईरान से बिना शर्त के सरेंडर करने के लिए कहा था।
![]()
Trump की रणनीति और चेतावनी
ट्रंप ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि इन हमलों का मकसद ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करना था। उन्होंने कहा, “40 साल से ईरान, अमेरिका के खिलाफ काम कर रहा है। अब बहुत हो चुका।” ट्रंप ने शांति की बात की, लेकिन ये भी कहा कि अगर ईरान ने उल्टा जवाब दिया, तो आगे के हमले और भयानक होंगे।
![]()
हमलों के बाद अमेरिका ने मध्य पूर्व में अपने सैन्य अड्डों पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। ट्रंप ने इसे अपनी सेना की बड़ी जीत बताया और अब शांति की उम्मीद जताई। लेकिन सवाल ये है कि क्या ये हमले इलाके में शांति लाएंगे या तनाव और बढ़ाएंगे? पूरी दुनिया अब इस मसले पर नजर रखे हुए है।
