
Aarti Rao Joins ABHA Mission. PM के हेल्थ मिशन से जुड़ीं आरती राव. बनवाया ABHA कार्ड. यूपी, महाराष्ट्र के बाद तीसरे नंबर पर हरियाणा
Chandigarh : हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने PM Narendra Modi की आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) पहल के तहत अपना और अपने स्टाफ का आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (ABHA) कार्ड बनवाया है. इस अवसर पर उन्होंने ABDM के कार्यों की समीक्षा की और इसे भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को डिजिटल बनाने की परिवर्तनकारी पहल बताया. अभी तक सामने आई जानकारी के अनुसार हरियाणा में अब तक 1.63 करोड़ से ज्यादा ABHA कार्ड बनाए जा चुके हैं. इसके लिए CHC मुलाना में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू की गई है.
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का उद्देश्य
ये मिशन (ABDM) 27 सितंबर 2021 को PM मोदी द्वारा शुरू किया गया था जो एक digital health ecosystem बनाने का प्रयास है. इसका मकसद है…
- स्वास्थ्य प्रक्रियाओं का डिजिटलीकरण बढ़ाना.
- हितधारक यानि स्टेक होल्डर्स के बीच निर्बाध डेटा साझाकरण सुनिश्चित करना.
- मरीजों को डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड तक सुरक्षित पहुंच प्रदान करना है.
Health Minister Aarti Rao ने बताया कि ABHA कार्ड मरीजों को अपनी स्वास्थ्य जानकारी को सुरक्षित रूप से संग्रहीत, एक्सेस और साझा करने की सुविधा देता है. ये प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) से अलग है जो 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान करता है. जबकि ABHA डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड पर केंद्रित है.
हरियाणा में ABHA कार्ड की प्रगति
- 1.63 करोड़ ABHA कार्ड – ABDM के संयुक्त निदेशक कैलाश सोनी के मुताबिक हरियाणा में 1.63 करोड़ से अधिक लोग ABHA कार्ड से जुड़ चुके हैं. ये उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद देश में तीसरा बड़ा आंकड़ा है.
- 100 माइक्रोसाइट प्रोजेक्ट – छोटे स्वास्थ्य केंद्रों और निजी क्लिनिक में ABHA को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा में 100 माइक्रोसाइट शुरू किए गए हैं जो स्थानीय स्तर पर जागरूकता और रजिस्ट्रेशन को बढ़ा रहे हैं.
CHC मुलाना में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
- प्रदेश का पहला डिजिटल स्वास्थ्य केंद्र – CHC मुलाना को Haryana का पहला आधुनिक डिजिटल स्वास्थ्य सुविधा केंद्र बनाया गया है. यहां मरीज ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर इलाज करा सकते हैं जिससे पंजीकरण की लंबी लाइनें खत्म हो गई हैं.
- विस्तार योजना – जल्द ही ये मॉडल हरियाणा के सभी जिलों में लागू होगा और हर जिले में कम से कम 2 स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे. ये स्वास्थ्य संस्थानों के डिजिटलीकरण में मील का पत्थर साबित होगा.
- स्कैन एंड शेयर – QR कोड आधारित OPD रजिस्ट्रेशन से मरीजों का समय बचेगा. रजिस्ट्रेशन समय 30-40 मिनट से घटकर 5-10 मिनट हो गया है.
ABHA कार्ड की विशेषताएं और लाभ
- डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड – मरीज अपने लैब रिपोर्ट्स, प्रिस्क्रिप्शन और मेडिकल हिस्ट्री को ABHA ID से लिंक कर सकते हैं.
- डेटा सुरक्षा – मरीज की सहमति के बिना डेटा साझा नहीं होता. संवेदनशील डेटा केंद्रीकृत रूप में संग्रहीत नहीं होता बल्कि स्वास्थ्य प्रदाताओं के पास रहता है.
- अंतर-संचालनीयता – ABHA, हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री (HPR) और हेल्थ फेसिलिटी रजिस्ट्री (HFR) जैसे डेटा केंद्रीय रूप से संग्रहीत होते हैं जिससे पारदर्शिता और विश्वास बढ़ता है.
- AYUSH सेवाएं – आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी सेवाओं तक भी पहुंच संभव है.
- 14 अंकों की यूनिक ID – आधार कार्ड या मोबाइल नंबर से बनने वाला ABHA ID मरीजों को देशभर में स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच देता है.