बुलंदशहर में Sweet Shop Viral वीडियो ने मिठाई कारोबार की असलियत सामने रख दी है। कुत्ते-बिल्ली की दावत ने साफ-सफाई के दावों की बैंड बजा दी।
कुत्ते-बिल्ली का भोज, इंसानों के लिए मिठाई (Sweet Shop Viral)
बुलंदशहर में Zam Zam Sweets नाम की दुकान पर जो नज़ारा दिखा, वो आपको मिठाई से पहले नींबू पानी पीने को मजबूर कर देगा। Sweet Shop Viral वीडियो में दूध और दही पर कोई इंसानी हाथ नहीं, बल्कि कुत्ते-बिल्ली की जुबान चल रही है। और ये महा-भोज खुलेआम सड़क पर नहीं, दुकान के अंदर हो रहा है! ग्राहक बेचारे सोचते हैं कि दुकान में घी, मावा शुद्ध होगा —लेकिन ये तो जानवरों का फाइव स्टार होटल निकला!

कुत्ते-बिल्ली की दावत, ग्राहकों की सेहत से खिलवाड़ (Sweet Shop Viral)
वीडियो में दूध-दही खुले में रखे हैं और इज्ज़त से कुत्ता-बिल्ली उन्हें पी रहे हैं। सवाल ये नहीं कि कुत्ता-बिल्ली कब आए — सवाल ये है कि दुकानदार क्या कर रहे थे? साफ-सफाई के नाम पर ग्राहकों की सेहत के साथ वही पुराना मजाक!
Food Safety टीम की एंट्री — मिठाई वालों की हवाई मिठास खत्म

वीडियो के वायरल होते ही खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मौके पर छापा मारा। दूध, मावा और लस्सी के सैंपल जब्त हुए। अब Viral केस में जांच के बाद जो होगा, वही दुकानदारों को होश में लाएगा। बस अंदरखाने कुछ सेंटिग न हो जाए। तब तो सौ फीसदी सब कुछ शुद्ध हो जाएगा। हरियाली की हवा का जादू ही कुछ ऐसा है।
मीठे में मिलावट नहीं, गंदगी की पूरी व्यवस्था! (Sweet Shop Viral)
मिठाई वालों की कसम होती है — शुद्धता की। लेकिन यहां शुद्धता का हाल वो वीडियो बयान कर गया — जहां बर्फी से ज्यादा कुत्ते-बिल्ली की लार घुल रही थी। खाने के सामान पर ऐसे खुलेआम जानवरों की दावत, मतलब ग्राहकों की सेहत दुकानदार के जिम्मे नहीं!
जांच रिपोर्ट तय करेगी मिठाई की सज़ा

Food Safety Officer ने कहा है कि जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई होगी। सवाल ये भी है कि ऐसे कितने Sweet Shop Viral वीडियो चाहिए होंगे ताकि मिठाई की दुकानों के अंदर की सड़ांध बाहर आए?
दुकानदारों से सवाल — ग्राहक क्या कुत्ते-बिल्ली के बराबर?
जो दूध-दही जानवर पी रहे हैं वही मावे में घुलकर जलेबी-रसगुल्ला बन कर प्लेट में आ जाए तो? ग्राहक के मुंह का मीठा कभी इतना खतरनाक भी होगा — कोई सोच भी नहीं सकता।
ग्राहक खुद संभलें, नहीं तो पेट संभालेगा डॉक्टर

खाद्य विभाग जब तक मिठाई खाता रहेगा, तब तक कुत्ते-बिल्ली भी खाते रहेंगे — फर्क बस इतना कि ग्राहक को बिल भरना होगा, मिठाई का और अस्पताल का भी। लिहाजा अगली बार मिठाई खरीदने जाएं तो पूछें — कुत्ते-बिल्ली खा चुके या आप पहले खाएंगे?
