 
                  Sambhal News: बाढ़ की चेतावनी, प्रशासन सतर्क
Sambhal News Update
Sambhal News: उत्तर प्रदेश समेत देश के अधिकांश हिस्सों में मॉनसून ने दस्तक दे दी है, बारिश से जहां मौसम हो गया है, तो वहीं नदियों के बढ़ते जलस्तर ने आम लोगों के साथ-साथ प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. संभल जिले में गंगा नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है, जिसके चलते बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. नरौरा बैराज पर रिकॉर्ड 94,000 क्यूसेक पानी का बहाव दर्ज किया गया है, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है.

संभल के गुन्नौर तहसील क्षेत्र में हर साल बाढ़ का कहर देखने को मिलता है, जहां 42 गांव इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित होते हैं. गंगा का जलस्तर रात से लगातार बढ़ रहा है, और राजघाट पर नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है. बढ़ते जलस्तर के कारण गंगा का पानी किनारे के खेतों में घुस गया है, जिससे किसानों और स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है. ग्रामीणों का कहना है कि हर साल बाढ़ का खतरा उनके लिए एक डरावना सपना बन जाता है.

प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कमर कस ली है. संभल में 16 बाढ़ चौकियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके. ज्यादातर खतरे की जद में 21 ग्राम पंचायतें आती हैं, जहां बाढ़ का प्रभाव सबसे अधिक देखा जाता है. प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की तैयारियां शुरू कर दी हैं, ताकि जनहानि और संपत्ति के नुकसान को कम किया जा सके.

ये स्थिति न केवल संभल, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए चेतावनी है. स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है. बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए सामूहिक प्रयास और जागरूकता की आवश्यकता है, ताकि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य प्रभावी ढंग से किए जा सकें.
रामपाल सिंह की रिपोर्ट

 
         
         
         
        