 
                  Balrampur Pradhan Protest –बलरामपुर जिले में ग्राम प्रधानों, पंचायत सचिवों और अन्य जनसेवकों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोलकर एक अनोखी मिसाल पेश की है।
बलरामपुर में ‘ईमानदारी’ की मशाल थामे प्रधानों का हल्ला बोल, बोले – “ऊपर वाले सब खा गए”, हमें.. Balrampur Pradhan Protest
लोकतंत्र के इतिहास में आज की तारीख सुनहरे नहीं, हीरे-जवाहरात से जड़ी जाएगी!
अब आप पूछेंगे — “भइया, ऐसा कौन-सा भूचाल आ गया? क्या चाँद पर गाँव बसा दिया? या पाकिस्तान को फिर से लाइन पर ला दिया?”
न जी, बात इससे भी मजेदार है!
बलरामपुर जिले में जमीनी हकीकत बदलने वाले हमारे कर्मठ ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक और तकनीकी सहायकों ने ऐसा काम कर दिया है, जो अब तक सिर्फ किताबों में पढ़ा जाता था — भ्रष्टाचार के खिलाफ खुद ही बिगुल फूंक दिया!
अब जरा सोचिए — जिन पर अक्सर विकास योजनाओं के बजट में हेरफेर के आरोप लगते हैं, वही लोग अब गाल बजा-बजा कर कह रहे हैं — “हम भ्रष्टाचार नहीं सहेंगे!”
हैरानी तो होगी ही, भाई साहब!
इतिहास गवाह रहेगा — मामला दर्ज होना था, तो क्रांति भी शाही अंदाज़ में हुई। सोमवार को विकासखंड बलरामपुर का परिसर किसी आंदोलन-स्थल से कम नहीं दिख रहा था। सैकड़ों की संख्या में हमारे ‘पीड़ित’ जनसेवक जमा हुए, नारे लगे, बैनर लहराए, और फिर अपनी दुखभरी रामकहानी एक ज्ञापन में लपेटकर खंड विकास अधिकारी को सौंप दी।
ज्ञापन जिलाधिकारी महोदय के नाम था — और उसमें जो बातें लिखी हैं, वो पढ़कर पत्थर दिल भी पसीज जाए! अब देखना ये है कि ये क्रांति भ्रष्टाचार को सच में धो-पोंछ कर साफ कर पाएगी, या ये भी किसी फाइल में दबकर रह जाएगी!

‘प्रशासनिक सुविधा शुल्क’ और ‘शहीद-ए-पंचायत भवन’ Balrampur Pradhan Protest
ज्ञापन में विकास की एक दर्दनाक कहानी बयां की गई है। पचपेड़वा ब्लॉक की एक ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत बने तालाब की जांच के नाम पर मात्र 38,000 रुपये का ‘प्रशासनिक सुविधा शुल्क’ वसूला गया। इसे आप घूसखोरी कहेंगे,लेकिन हमारे जनसेवक इसे ‘जांच में तेजी लाने हेतु प्रोत्साहन राशि’ मानते हैं, जो दुर्भाग्यवश उन्हें देनी पड़ी।
इससे भी बढ़कर, एक महिला प्रधान को पंचायत भवन निर्माण में अनियमितता के “झूठे” आरोप में जेल भेज दिया गया। बाद में जांच में निर्माण कार्य बिलकुल सही पाया गया। यह लोकतंत्र पर हमला नहीं तो और क्या है? एक ‘शहीद-ए-पंचायत भवन’ बनाकर प्रशासन ने अपनी मंशा साफ कर दी है।
चेतावनी: कल से विकास ‘ठप’ करने की तैयारी! Balrampur Pradhan Protest
ज्ञापन में स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि अगर निर्दोष प्रधानों और कर्मचारियों को रिहा नहीं किया गया, टूटी सड़कों को ‘एयरस्ट्रिप’ जैसा नहीं बनाया गया और भ्रष्ट अधिकारियों (हाँ, दूसरे वाले भ्रष्ट अधिकारी) पर कार्रवाई नहीं हुई, तो कल से एक विशाल आंदोलन छेड़ा जाएगा। इस आंदोलन के तहत विकास कार्यों को पूरी तरह रोक दिया जाएगा।
यह एक ऐतिहासिक क्षण है। जनता अब इस दुविधा में है कि अगर ये लोग काम कर रहे थे तो विकास दिख क्यों नहीं रहा था, और अगर अब काम रोक देंगे तो क्या फर्क पड़ेगा?
पूरे जिले की जनता इस अद्भुत ‘सत्याग्रह’ को टकटकी लगाए देख रही है और सोच रही है कि इस ‘चोर-सिपाही’ के खेल में असली ‘कोतवाल’ कौन है? खैर, जब तक इस सवाल का जवाब मिलता है, तब तक आप और हम विकास के नाम पर खुदी सड़कों पर हिचकोले खाते रहें और भ्रष्टाचार के खिलाफ इस ‘ईमानदार’ लड़ाई का आनंद लें।
✅ Written by khabarilal.digital Desk
📍 Location: बलरामपुर, यूपी
🗞️Reporter: राहुल रतन
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