 
                  बलरामपुर पुलिस ने Mission Shakti Balrampur Police Awareness के तहत गांव-गांव चौपाल सजाकर बेटियों और महिलाओं को उनके हक-कानून और सुरक्षा के हथियार थमा दिए हैं। महिला बीट अधिकारी चौपालों में जाकर हेल्पलाइन नंबरों, सरकारी योजनाओं और साइबर फ्रॉड से बचाव तक — हर बात विस्तार से बता रही हैं।
“गांव-गांव खाकी की चौपाल — बेटियां अब खामोश नहीं, कानून की जुबान बोलेंगी!”
बलरामपुर की गलियों में जब-जब कोई बदमाश बेटियों को कमजोर समझता था — वो भूल जाए!
क्योंकि अब खाकी ने कम्युनिटी पुलिसिंग का ऐसा ‘मिशन शक्ति’ घोल दिया है कि चौपाल में बैठकर गांव की बेटियां खुद कह रही हैं —
‘अब डर के आगे खाकी है, डर के पीछे खाकी है — डर के लिए कोई जगह नहीं है!’
खाकी के चौपाल में — गुड टच, बैड टच और चोरों को करंट टच!
गांव में पंचायत नहीं लग रही, खाकी की वर्कशॉप लग रही है।
महिला बीट अधिकारी गांव-गांव घूमकर बेटियों को बता रही —
‘1090 याद रखो, 112 जेब में रखो — और जो ज्यादा बक बक करे, उसका मुंह बंद कराओ!’
किसी को OTP से डर? बैंकिंग फ्रॉड? लकी ड्रा? — खाकी कह रही ‘भइया, हमको बताओ — उसका इनामी टिकट कटाओ!’
‘डर को निचोड़ो — कानून को ओढ़ो!’ Mission Shakti Balrampur
बलरामपुर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने पुलिसवालों को सिर्फ वर्दी नहीं दी — हिम्मत भी दी।
अब महिला बीट अफसर सिर्फ पम्पलेट नहीं दे रही, बेटियों को ‘सिस्टम से लड़ना’ सिखा रही।
‘गुड टच, बैड टच — सबकी पूरी क्लास! कोई छेड़े तो बस, सीधा नंबर घुमाओ — फिर देखो खाकी कैसे रगड़ कर रख देती है।’
‘बेटियां बोले — अब कोई नहीं बोलेगा हमें कमजोर!’
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, निराश्रित महिला योजना, ऑपरेशन बचपन, ऑपरेशन खोज, ऑपरेशन नशा मुक्ति —
सबके पोस्टर अब गांव की दीवारों पर नहीं, बेटियों के दिमाग में चिपक गए हैं।
‘चौपाल में लगे नारे — डर हटाओ, खाकी बुलाओ!’Mission Shakti Balrampur
पंचायत में जब बेटियां कहती हैं — ‘अब रास्ता हमारा, फैसला हमारा!’
तो खाकी बस मुस्कुराकर कहती — ‘कोई छेड़ेगा तो हम भी छोड़ेंगे नहीं!’
गांव-गांव खाकी की दस्तक — बेटियों का हौसला दो कदम आगे!
बलरामपुर में अब किसी गली-कूचे में ये नहीं होगा कि बेटियां चुपचाप सब सह लें। चौपाल दर चौपाल, खाकी ने साफ कह दिया — ‘जो गलत करेगा वो जेल जाएगा, और बेटियां अब घर में नहीं — कानून की किताब में रहती हैं।’
गांव की दीवारों पर लिखा गया नारा अब सच्चाई बन रहा — ‘डर को हराओ, हेल्पलाइन मिलाओ!’
खाकी ने सिर्फ चौपाल नहीं सजाई, भरोसे की दीवार खड़ी की!
महिला बीट अधिकारी अब सिर्फ चौपाल में कुर्सी नहीं लगवातीं, बल्कि घर-घर जाकर पूछ रही हैं — ‘किसी ने परेशान तो नहीं किया? किसी ने फोन करके डराया तो नहीं?’
गांव की दादी-नानी से लेकर स्कूल जाती बच्ची तक अब जानती है — ‘1090, 112, 1098 — ये नंबर नहीं, सुरक्षा की ढाल हैं!’
‘बदलाव का नाम’- Mission Shakti Balrampur!
खाकी के इस मिशन का असर यही नहीं कि बेटियां जागरूक हो रही हैं — गांव के बुजुर्ग भी राहत की सांस ले रहे हैं। अब गांवों में पंचायत से पहले खाकी का चौपाल लगना बड़ा इशारा है कि ‘जमाना बदल गया, बेटियां डर से नहीं, कानून से बातें करेंगी।’
खबरीलाल.डिजिटल कहता है — बलरामपुर पुलिस ने सिर्फ चौपाल नहीं लगाई, मक्खन जैसे वादों में दम भरा और भरोसे की चाय खौलती रखी!
✅ Written by khabarilal.digital Desk
📍 Location: बलरामपुर,यूपी
🗞️Reporter: राहुल रतन
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