 
                  Gautam Gambhir-Rishabh Pant का विवाद: सच क्या, अफवाह क्या?
Gautam Gambhir-Rishabh Pant News
भारत और इंग्लैंड के बीच 20 जून 2025 से शुरू हुई टेस्ट सीरीज का पहला मैच लीड्स में खेला गया, जिसमें भारत को 5 विकेट से हार मिली. लेकिन हार से ज्यादा चर्चा हो रही है भारतीय कोच गौतम गंभीर और स्टार खिलाड़ी ऋषभ पंत (Gautam Gambhir-Rishabh Pant) के बीच कथित झगड़े की. सोशल मीडिया पर इस बात ने आग पकड़ ली कि गंभीर को पंत से कोई पुरानी खुन्नस है. आइए, आसान भाषा में समझते हैं कि माजरा क्या है और सच-अफवाह में फर्क क्या है.
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
लीड्स टेस्ट में भारत ने पहली पारी में 471 रन ठोके. यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, केएल राहुल और ऋषभ पंत, चारों ने शतक जड़े. पंत ने तो दोनों पारियों में शतक (134 और 100) बनाकर कमाल कर दिया. वो टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर बन गए, धोनी को भी पीछे छोड़ दिया.
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक पत्रकार ने गंभीर से पंत की तारीफ में सवाल पूछा. गंभीर ने थोड़ा सख्त लहजे में कहा, “सिर्फ पंत की बात मत करो, यशस्वी, गिल और केएल ने भी शतक बनाए. पांच शतक एक टेस्ट में कमाल की बात है.” गंभीर ने हार की जिम्मेदारी सबकी बताई और व्यक्तिगत तारीफ को ज्यादा तवज्जो नहीं दी. बस, यहीं से सोशल मीडिया पर हंगामा शुरू हो गया. लोगों ने इसे गंभीर और पंत के बीच पुरानी दुश्मनी से जोड़ लिया.
Gautam Gambhir-Rishabh Pant विवाद पर हंगामा
X पर कुछ लोगों ने दावा किया कि गंभीर को पंत से 2015 से चिढ़ है. उस वक्त गंभीर दिल्ली रणजी टीम के कप्तान थे और कथित तौर पर पंत को शुरुआती स्क्वॉड में शामिल नहीं करना चाहते थे. एक यूजर ने अजय जडेजा के पुराने बयान का जिक्र किया, जिसमें पंत ने मजाक में कहा था, “जरूरत पड़ी तो मुझे घर से बुला लेंगे.”
कमेंटेटर दिनेश कार्तिक ने भी इस मामले में चुटकी ली. उन्होंने कहा कि शायद गंभीर ने पंत को मैसेज भेजकर रक्षात्मक खेलने को कहा, जिससे उनकी नैचुरल आक्रामक शैली बिगड़ गई और वो आउट हो गए. कार्तिक ने सुझाव दिया कि गंभीर को पंत से अलग तरीके से बात करनी चाहिए.

गंभीर का जवाब: क्या है सच?
गंभीर ने इन सारी अफवाहों को सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा, “मेरी बात को गलत समझा गया. मैंने सिर्फ इतना कहा कि जीत-हार पूरी टीम की होती है. पंत शानदार खिलाड़ी हैं, और मैं हमेशा उनकी तारीफ करता रहा हूँ.” गंभीर ने 2020-21 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पंत की सिडनी और ब्रिस्बेन की पारियों की तारीफ की थी.
2015 की रणजी बात को भी गलत बताया गया. उसी सीजन में पंत ने गंभीर की कप्तानी में दिल्ली के लिए डेब्यू किया था. 2018 में पंत का बेस्ट IPL सीजन (684 रन) भी गंभीर की कप्तानी में ही आया. हाल ही में जब विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट छोड़ा, तो गंभीर ने शुभमन गिल को कप्तान और पंत को उप-कप्तान बनाने का समर्थन किया.
पंत का धमाकेदार प्रदर्शन
पंत ने लीड्स में कमाल किया. उनकी 134 रन की पारी में 12 चौके और 6 छक्के थे. उन्होंने एक अनोखा ‘फॉलिंग पैडल’ शॉट और एक-हाथ से मिड-विकेट के ऊपर छक्का मारकर सबको हैरान कर दिया. लेकिन दूसरी पारी में भारत ने 6 विकेट 31 रन पर गंवाए, जिससे 371 रनों का लक्ष्य नहीं बचा पाए. गंभीर ने इसे सामूहिक नाकामी बताया.
पूर्व स्पिनर अश्विन ने सलाह दी कि पंत को अपने शतकों को डबल सेंचुरी में बदलना चाहिए, ताकि टीम को और फायदा हो. गंभीर भी यही चाहते हैं कि पंत अपनी आक्रामक शैली रखें, लेकिन जरूरत पड़ने पर संयम भी दिखाएँ.
सच और अफवाह का फर्क
सोशल मीडिया पर गंभीर-पंत के बीच दुश्मनी की बात बेकार की अफवाह है. गंभीर का फोकस हमेशा टीम की जीत पर रहा है. उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया. पंत को वो एक बड़े खिलाड़ी के तौर पर देखते हैं, और दोनों के बीच कोई रंजिश नहीं है.
अब आगे क्या होगा ?
अब दूसरा टेस्ट 2 जुलाई से बर्मिंघम में होगा. जसप्रीत बुमराह शायद इस मैच में न खेलें, क्योंकि गंभीर ने उनके लिए वर्कलोड मैनेजमेंट का प्लान बनाया है. पंत से उम्मीद है कि वो अपनी फॉर्म बरकरार रखेंगे और गंभीर की रणनीति के साथ भारत को जीत दिलाएंगे. गंभीर और पंत का कथित विवाद सिर्फ सोशल मीडिया की अफवाह है. गंभीर की सख्ती और पंत की प्रतिभा दोनों भारत के लिए जरूरी हैं. लीड्स की हार के बाद अब बर्मिंघम में भारत वापसी की उम्मीद कर रहा है, और पंत-गंभीर की जोड़ी इसमें अहम रोल निभा सकती है.

 
         
         
         
         
        