बिना डायवोर्स दिए शादी-पति के खिलाफ महिला ने की शिकायत
संभल में पति ने बिना तलाक दिए ही दूसरी शादी रचा दी! इस ‘without divorce marriage’ ड्रामे में पहली बीवी बेचैन, दूसरी बीवी ऑन ड्यूटी और पुलिस-कोर्ट के चक्कर गर्म। प्रेम कहानी नहीं, यूपी की नई पंचायत सीरीज़ चालू है!
📍 लोकेशन: संभल
🖋 रिपोर्टर: रामपाल सिंह
Without divorce marriage करना अब प्रेम की नई परिभाषा बन चुकी है — कम से कम संभल में तो यही देखने को मिल रहा है। यहां एक महिला ने अपने पति पर आरोप लगाया है कि उसने पुराने रिश्ते की ‘रसीद’ फाड़ी नहीं, और नए रिश्ते की ‘रजिस्ट्रेशन स्लिप’ पहले ही कटवा ली। कानून, संस्कार और नैतिकता—all ignored!
अब अगर आप सोच रहे हैं कि ये मामला केवल पारिवारिक विवाद है, तो आप ग़लत हैं। यहां सौतनें एक्टिव हैं, बहनें मारपीट मोड में हैं, पुलिस शांति भंग में है, और पीड़िता… बेचारी न्याय खोज अभियान में!
Without divorce marriage- पति को प्यार फिर से हुआ, पर बिना तलाक के – वाह री विधिक बॉलिवुड!
बिना डायवोर्स दिए शादी करने वाले पति ने न सिर्फ़ नई शादी रचा डाली, बल्कि पुराने पन्ने फाड़ने की जगह अब पत्नी पर ही केस लाद दिए हैं! पीड़िता का कहना है कि उसने थाने में रिपोर्ट लिखवाई, लेकिन पुलिसिया सिस्टम की स्क्रीन पर तो उल्टा उसे ही विलेन बना दिया गया।
कोतवाली पुलिस का ‘क्लासिक जवाब’ आया — “शांति भंग में दोनों पक्षों को चालान कर दिया।” यानि जो भी कोर्ट जाए, मार खाए, लड़े – सबका एक ही हल: शांति भंग! अब ये शांति भंग है या न्याय भंग — ये फैसला जनता करे।

सौतनें कोर्ट में, बहनें भी रिंग में, और पति… कहानी में ट्विस्ट लेकर!
बिना डायवोर्स दिए शादी की ये कहानी कोर्ट तक जा पहुंची, जहां पीड़िता अपनी बहन के साथ बयान दर्ज कराने गई थी। लेकिन वहां पहुंचते ही सौतन और उसकी बहनों ने “स्वागत नहीं किया” — सीधा स्वागत थप्पड़ शैली में हुआ। और फिर क्या था, पुलिस ने एक बार फिर अपना SOP निकाला: दोनों पक्ष शांति भंग में डालो और अगली फाइल खोलो।
अब पीड़िता का कहना है कि उस पर चोरी और चैन स्नैचिंग जैसे रचनात्मक झूठ भी थाने में गढ़े जा रहे हैं — ताकि केस वापस लेने का दबाव बनाया जा सके। पति साहब का हर दिन एक नया एपिसोड चलता है: आज तहरीर, कल धमकी, परसों केस!
Without divorce marriage –SP से न्याय की गुहार, अब ट्विटर ट्रेंड की तैयारी?
बिना डायवोर्स दिए शादी के खिलाफ पीड़िता ने बहजोई मुख्यालय पहुंचकर SP साहब को शिकायती पत्र थमा दिया। अब देखना ये है कि न्याय मिलता है या अगला ‘शांति भंग’ चालान बनता है।
इस पूरे हंगामे ने साबित कर दिया है कि जब प्यार हो दोबारा, तो तलाक नहीं… डायरेक्ट दूसरी शादी ट्रेंड में है। और जब पहली बीवी सवाल करे, तो बस एक तहरीर, एक आरोप और एक चालान — कानून भी चुप, व्यवस्था भी बेहाल।
