New Iran Movement के नेता का बड़ा दावा- Ali Khamenei देश छोड़ सकते हैं
Ali Khamenei News Update
अमेरिका से न्यू ईरान मूवमेंट चलाने वाले ईरानी विपक्षी नेता ईमान फोरोउतान (Iman Foroutan) ने दावा किया है कि ईरान का इस्लामिक गणराज्य अब ढहने की कगार पर है। एक हालिया साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि इजरायली हमलों ने ईरान के सैन्य, आर्थिक और परमाणु ढांचे को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है, जिससे देश में सत्ता परिवर्तन की संभावना बढ़ गई है। फोरोउतान के अनुसार, कई प्रमुख हस्तियां पहले ही ईरान छोड़ चुकी हैं, और अयातुल्ला अली खामेनेई (Ali Khamenei) भी देश से भागने का विकल्प तलाश सकते हैं।
प्रिंस रेजा पहलवी की होगी ताजपोशी ?
फोरोउतान ने कहा कि ईरानी जनता इन हमलों को सत्ता परिवर्तन के अवसर के रूप में देख रही है और जश्न मना रही है। उन्होंने 1979 की क्रांति के बाद निर्वासन में रह रहे ईरान के आखिरी शाह के बेटे प्रिंस रेजा पहलवी को अगले नेता के रूप में प्रस्तावित किया। उनका कहना है कि पहलवी को देश के अंदर और बाहर बहुसंख्यक ईरानियों का समर्थन प्राप्त है। फोरोउतान ने ये भी स्पष्ट किया कि पहलवी का लक्ष्य राजशाही बहाल करना नहीं है, बल्कि ईरान को आजादी दिलाने के बाद जनता को स्वतंत्र चुनावों के जरिए अपनी सरकार चुनने का अधिकार देना है।
इजरायली हमलों से बदलेगी ईरान की तस्वीर ?
फोरोउतान का दावा है कि इजरायली अभियान कम से कम एक सप्ताह तक जारी रह सकता है, जिससे इस्लामिक गणराज्य की सैन्य क्षमता पूरी तरह कमजोर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इन हमलों ने न केवल ईरान के सैन्य ढांचे को नष्ट किया, बल्कि कई उच्च-स्तरीय हस्तियों को भी खत्म कर दिया। कुछ सूत्रों के अनुसार, कई ईरानी हस्तियां रूस भाग गई हैं, और शीर्ष सैन्य नेतृत्व को इजरायल से धमकी भरे संदेश मिल रहे हैं।

’45 साल बाद आजादी की उम्मीद’
फोरोउतान ने कहा कि 45 साल के इस्लामिक शासन ने ईरानियों को दबाया, प्रताड़ित किया और जेल में डाला। अब जनता इस शासन से मुक्ति की उम्मीद कर रही है। उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का जिक्र करते हुए कहा कि ट्रंप ने इस्लामिक गणराज्य को कई मौके दिए, लेकिन अयातुल्लाओं की गलतियों ने ये स्थिति पैदा की। फोरोउतान को उम्मीद है कि जल्द ही ईरान के लोग इस शासन से आजाद होंगे।
चुनौतियां और संभावित खतरे
हालांकि, फोरोउतान ने ये भी चेतावनी दी कि सत्ता परिवर्तन के बाद शुरुआती महीने मुश्किल हो सकते हैं। आईएसआईएस या तालिबान जैसे समूह अस्थिरता का फायदा उठा सकते हैं। इसके अलावा, उत्तर-पश्चिमी ईरान में कुछ कुर्द समूह क्षेत्र को विभाजित करने की कोशिश कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि ईरान में इंटरनेट बंद होने से लोगों से संपर्क करना मुश्किल हो रहा है, लेकिन न्यू ईरान मूवमेंट कार्यकर्ता स्थानीय वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के जरिए इंटरनेट तक पहुंच बनाने में मदद कर रहे हैं।
‘लोग डरे हुए हैं, लेकिन खुश हैं’
फोरोउतान ने कहा कि ईरानी लोग इन हमलों से होने वाले नुकसान और हताहतों से वाकिफ हैं, फिर भी वे इस बदलाव के लिए उत्साहित हैं। सालों से वे इस दिन की प्रतीक्षा कर रहे थे। लोग डरे हुए हैं, लेकिन खुश भी हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि ये शासन के अंत की शुरुआत हो सकती है।
