
PM Modi Croatia Visit: भारत-क्रोएशिया संबंधों को नई ऊंचाई
PM Modi Croatia Visit-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 जून 2025 यानि आज शाम क्रोएशिया की ऐतिहासिक यात्रा पर पहुंच रहे हैं, जो किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा इस बाल्कन देश का पहला दौरा है। इस यात्रा को India Croatia Relations के लिहाज से मील का पत्थर माना जा रहा है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा, विज्ञान, संस्कृति और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते खुलेंगे
PM Modi Croatia Visit: भारत-क्रोएशिया संबंधों को नई ऊंचाई, जानें कैसे होगा भारत को लाभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जून 2025 को क्रोएशिया की ऐतिहासिक यात्रा पर पहुंचे, जो किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस बाल्कन देश की पहली यात्रा है। यह PM Modi Croatia Visit भारत की कूटनीति को नई दिशा देने और यूरोपीय संघ के साथ संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। क्रोएशिया, जो एड्रियाटिक सागर के किनारे बसा है, भारत के लिए ऊर्जा, आईटी, और रक्षा क्षेत्र में एक उभरता हुआ साझेदार बन सकता है। इस दौरे के दौरान पीएम मोदी क्रोएशिया के राष्ट्रपति जोरान मिलानोविच और प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच से मुलाकात करेंगे, जहां कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।
भारत-क्रोएशिया संबंधों का इतिहास और वर्तमान स्थिति
भारत और क्रोएशिया के बीच राजनयिक संबंध 9 जुलाई 1992 को स्थापित हुए, जब भारत ने क्रोएशिया को औपचारिक रूप से मान्यता दी। दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध सदियों पुराने हैं, जो गुटनिरपेक्ष आंदोलन के दौर में और मजबूत हुए। पूर्व यूगोस्लाविया के नेता मार्शल टीटो, जो क्रोएशियाई मूल के थे, ने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के साथ मिलकर इस आंदोलन की नींव रखी। 1970 और 1980 के दशक में भारत ने क्रोएशियाई जहाजों की बड़े पैमाने पर खरीद की, जिससे व्यापारिक रिश्ते गहरे हुए।
वर्तमान में, दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश में वृद्धि देखी जा रही है। क्रोएशियाई नेशनल बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 2001 से 2022 की तीसरी तिमाही तक भारत का क्रोएशिया में कुल प्रत्यक्ष निवेश €40.05 मिलियन था, जबकि क्रोएशिया ने भारत में €5.55 मिलियन का निवेश किया। हालांकि ये आंकड़े छोटे हैं, लेकिन PM Modi Croatia Visit से इन निवेशों में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है, खासकर आईटी, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, और साइबर सिक्युरिटी जैसे क्षेत्रों में।
PM Modi Croatia Visit: भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण?
PM Modi Croatia Visit भारत के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है। क्रोएशिया, जो यूरोपीय संघ का सदस्य है, भारत के लिए यूरोप में एक रणनीतिक साझेदार बन सकता है। यह दौरा न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि वैश्विक भू-राजनीतिक परिदृश्य में भारत की स्थिति को भी सुदृढ़ करेगा। आइए, इस दौरे के प्रमुख लाभों को समझें:
ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद यूरोप रूसी गैस पर निर्भरता कम करने के लिए वैकल्पिक स्रोतों की तलाश में है। क्रोएशिया का LNG (Liquefied Natural Gas) टर्मिनल कतर, अमेरिका, और अन्य गैस निर्यातक देशों से आपूर्ति को यूरोप तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत, जो LNG का एक प्रमुख आयातक है, क्रोएशिया के जरिए यूरोपीय गैस बाजारों तक पहुंच सकता है। भारतीय कंपनियां जैसे GAIL और Indian Oil Corporation (IOCL) वैश्विक स्तर पर LNG आपूर्ति के लिए नए गंतव्यों की तलाश कर रही हैं, और क्रोएशिया इसमें महत्वपूर्ण साझेदार बन सकता है। यह भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करेगा और तेल बाजार में उतार-चढ़ाव के प्रभाव को कम करेगा।
आईटी और साइबर सिक्युरिटी में अवसर
क्रोएशिया का आईटी क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है, और यह भारत की आईटी कंपनियों के लिए एक सुनहरा अवसर है। PM Modi Croatia Visit के दौरान सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, साइबर सिक्युरिटी, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी। भारत की प्रमुख आईटी कंपनियां जैसे TCS, Infosys, और Wipro क्रोएशिया में निवेश कर सकती हैं, जिससे दोनों देशों के बीच तकनीकी सहयोग बढ़ेगा। यह न केवल भारत के लिए आर्थिक लाभ लाएगा, बल्कि क्रोएशिया को भारत के विशाल आईटी अनुभव का लाभ मिलेगा।
रक्षा और समुद्री सहयोग
क्रोएशिया एक समुद्री देश है, और भारत के साथ समुद्री और रक्षा क्षेत्र में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं। भारत की “सागर विजन” (Security and Growth for All in the Region) नीति के तहत क्रोएशिया के साथ समुद्री सुरक्षा और रक्षा सहयोग को बढ़ावा दिया जा सकता है। यह दौरा दोनों देशों के बीच रक्षा व्यापार और तकनीकी आदान-प्रदान के लिए नए रास्ते खोल सकता है।
सांस्कृतिक और लोगों के बीच संपर्क
भारत और क्रोएशिया के बीच सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए योग, आयुर्वेद, और भारतीय समुदाय की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। क्रोएशिया में भारतीय संस्कृति, विशेष रूप से योग और आयुर्वेद, को बढ़ावा देने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। यह सॉफ्ट डिप्लोमेसी के जरिए दोनों देशों के लोगों को करीब लाएगा।
PM Modi Croatia Visit: संभावित समझौते और उनके प्रभाव
PM Modi Croatia Visit के दौरान कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है, जो भारत और क्रोएशिया के बीच संबंधों को और मजबूत करेंगे। इनमें शामिल हो सकते हैं:
ऊर्जा व्यापार समझौते: क्रोएशिया के LNG टर्मिनल के जरिए भारत को यूरोपीय गैस बाजारों तक पहुंच मिल सकती है। यह भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा।
आईटी और साइबर सिक्युरिटी सहयोग: भारत और क्रोएशिया के बीच सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और साइबर सिक्युरिटी में समझौते से भारतीय आईटी कंपनियों को नए बाजार मिलेंगे।
रक्षा और समुद्री सहयोग: समुद्री सुरक्षा और रक्षा व्यापार में समझौते भारत की सामरिक स्थिति को मजबूत करेंगे।
सांस्कृतिक आदान-प्रदान: योग और आयुर्वेद के क्षेत्र में सहयोग से सांस्कृतिक संबंध गहरे होंगे।
ये समझौते भारत को आर्थिक, सामरिक, और सांस्कृतिक रूप से लाभ पहुंचाएंगे। क्रोएशिया के साथ मजबूत संबंध भारत को यूरोपीय संघ में एक महत्वपूर्ण सहयोगी प्रदान करेंगे, जो वैश्विक मंचों पर भारत की स्थिति को और मजबूत करेगा।
भारत के लिए क्रोएशिया क्यों महत्वपूर्ण है?
क्रोएशिया, जिसकी आबादी केवल 38 लाख है और आकार उत्तराखंड से थोड़ा बड़ा है, भारत के लिए कई कारणों से महत्वपूर्ण है। यह देश यूरोपीय संघ का हिस्सा है और एड्रियाटिक सागर के किनारे रणनीतिक रूप से स्थित है। क्रोएशिया का LNG टर्मिनल और उभरता हुआ आईटी सेक्टर भारत के लिए नए अवसर प्रदान करता है। इसके अलावा, क्रोएशिया का तुर्की के खिलाफ रुख, विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, भारत के लिए भू-राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। तुर्की ने हाल के वर्षों में कश्मीर जैसे मुद्दों पर भारत-विरोधी रुख अपनाया है, और क्रोएशिया के साथ मजबूत संबंध भारत को तुर्की के खिलाफ एक रणनीतिक गठबंधन बनाने में मदद कर सकते हैं।
भारत-क्रोएशिया संबंधों का भविष्य
PM Modi Croatia Visit भारत और क्रोएशिया के बीच संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ रहा है। यह दौरा न केवल ऐतिहासिक है, बल्कि भारत की वैश्विक कूटनीति को नई दिशा देगा। ऊर्जा, आईटी, रक्षा, और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग से दोनों देशों के बीच आर्थिक और सामरिक संबंध मजबूत होंगे। क्रोएशिया के साथ भारत का यह गठजोड़ यूरोपीय संघ और वैश्विक मंचों पर भारत की स्थिति को और सशक्त करेगा। जैसे-जैसे दोनों देश नए समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे, भारत को ऊर्जा सुरक्षा, तकनीकी विकास, और रणनीतिक लाभ मिलेगा, जो इसे एक वैश्विक शक्ति के रूप में और मजबूत करेगा।