
Himani Narwal Murder Mystery. ‘पैसे नहीं मिले तो हत्या कर दी, लाश सूटकेस में पैक की और फेंक दी’. कांग्रेस नेता की मौत पर बड़ा खुलासा.
Rohtak : हरियाणा के रोहतक से युवा कांग्रेस नेता Himani Narwal मर्डर केस तो याद होगा आपको… इस केस ने उस वक्त तमाम सुर्खियां बटोरी थीं. हिमानी नरवाल मर्डर केस में पेश की गई चार्जशीट में अब एक बड़ा खुलासा हुआ है. चार्जशीट के मुताबिक हत्या के आरोपी सचिन ने हिमानी से करीब 30 हजार रुपए मांगे थे. लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे. इसी बात को लेकर दोनों में जोरदार बहस हुई और गुस्से में आकर सचिन ने हिमानी का गला दबाकर हत्या कर दी. आरोपी सचिन ने हत्या के बाद हिमानी के जेवरात गिरवी रखे और बहादुरगढ़ की एक फाइनेंस एजेंसी से लोन भी लिया. बताया जा रहा है कि आरोपी सचिन ने 28 फरवरी को हिमानी की हत्या की थी. इसके बाद उसका शव सूटकेस में पैक करके सांपला Bus Stand के बाहर फेंक दिया था. जांच में पता चला है कि सचिन ने करीब एक साल पहले फेसबुक पर हिमानी नरवाल से दोस्ती की थी. हिमानी Haryana Congress की एक्टिव मेंबर थी और लगभग हर कार्यक्रम में हिस्सा लेती थी. वह कांग्रेस नेता Rahul Gandhi की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हुई थी.

ये तो हुई चार्जशीट में हुए नए खुलासे की बात. अब आपको Himani Narwal Murder Mystery की पूरी टाइमलाइन के बारे में विस्तार से बताते हैं.
- 27 फरवरी की रात झज्जर के खेरपुर गांव का रहने वाला सचिन Rohtak के विजय नगर स्थित हिमानी के घर पहुंचता है.
- वो हिमानी के घर पूरी रात रुकता है और 28 फरवरी की शाम को पैसों को लेकर बहस करता है.
- आरोप है कि पैसे नहीं मिलने पर वो गुस्से में Himani Narwal का गला दबा कर उसकी हत्या कर देता है.
- वो हिमानी का शव घर पर ही छोड़कर उसकी स्कूटी से जेवरात, लैपटॉप और कुछ सामान लेकर बहादुरगढ़ की एक दुकान पर जाता है.
- सचिन वहां 15-20 मिनट रुकता है और फिर शव ठिकाने लगाने के लिए वापस हिमानी के घर जाता है.
- शव को सूटकेस में पैक करता है और सांपला बस स्टैंड के पास फेंककर अपने घर चला जाता है.
- सुबह उठकर वो हिमानी के मोबाइल से उसकी मां को मैसेज करता है ताकि किसी को शक न हो.
- इसी के साथ आरोपी सचिन हिमानी के फोन से वॉट्सऐप स्टेट्स अपडेट करता है ताकि सब कुछ सामान्य दिखे.
- मामले से जुड़ा एक CCTV सामने आता है जिसमें आरोपी एक बड़ा सूटकेस घसीटता नजर आता है.
- वो हिमानी की सोने की चेन और कानों की बालियां बहादुरगढ़ एक निजी फाइनेंसर के पास गिरवी रखकर लोन लेता है.
- लोन की राशि सचिन के बैंक अकाउंट में आने के बाद वो हिमानी का मोबाइल बंद करके गुरुग्राम चला जाता है.
- वहां नए कपड़े खरीदता है और पुराने कपड़े फेंक देता है. फिर वो वापस दिल्ली के मुंडका आता है जहां से 3 मार्च को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लेती है.
कांग्रेस की युवा नेता रहीं Himani Narwal के पास दो एप्पल के फोन थे जो आरोपी सचिन से रिकवरी के दौरान मिले. लेकिन दोनों फोन का डेटा डिलीट किया जा चुका था. ऐसे में दोनों मोबाइल FSL में डेटा रिकवर करने के लिए भेजे गए. अब डेटा रिकवर होने के बाद मोबाइल से कुछ और अहम सुराग मिलने की उम्मीद है जिससे पूरा मामला शीशे की तरह साफ हो जाए. जांच में पाया गया कि हिमानी के मोबाइल की CDR आरोपी सचिन के साथ मिली है. मरने से पहले और मरने के बाद भी हिमानी की लोकेशन सचिन के साथ की ही मिली. क्योंकि हिमानी के फोन भी सचिन के पास ही थे. इसके सबूत CCTV में भी है और जिस सूटकेस में शव मिला वो भी CCTV में सचिन के पास ही नजर आया था.

नरवाल परिवार के एडवोकेट जितेंद्र हुड्डा की मानें तो “लिंक एविडेंस के आधार पर हिमानी नरवाल का केस काफी मजबूत है. भले ही इस केस में कोई चश्मदीद गवाह नहीं है लेकिन मोबाइल की कॉल डीटेल रिकॉर्ड और CCTV फुटेज में दोनों के साथ होने की पुष्टि हुई है. इसके अलावा कुछ और सामान भी रिकवर किया गया है जो आरोपी को सज़ा दिलाने के लिए काफी है”.
मोबाइल रिपेयर करने वाला कैसे बना कातिल?
आपको बता दें Himani Narwal के बड़े भाई की भी 14 साल पहले हत्या कर दी गई थी जबकि उसके पिता शेर सिंह ने 10 साल पहले सुसाइड कर लिया था. इस घटना के बाद हिमानी की मां अपने दोनों बच्चों को लेकर दिल्ली चली गई थी. बात करें हिमानी की हत्या के आरोपी सचिन की तो बताया जा रहा है कि 30 साल के सचिन ने करीब 10 साल पहले Love Marriage की थी. वो दो बच्चों का पिता है. आरोपी सचिन कणोंदा गांव में मोबाइल रिपेयरिंग की शॉप चलाता था. एक साल पहले उसने दिल्ली में भी मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान खोली थी. वो अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है लेकिन अपने ही घर में माता-पिता से अलग होकर पत्नी और बच्चों के साथ रहता था. उसकी एक छोटी बहन है जिसकी शादी हो चुकी है. इस मामले में आगे जो भी अपडेट होगा हम आप तक ज़रूर पहुंचाएंगे और साथ ही ये दुआ करेंगे कि मासूम हिमानी की निर्मम हत्या करने वाले को जल्द से जल्द उसके किए की सज़ा मिले. और Himani Narwal को इंसाफ मिल सके.