
बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री के बयान ने बढ़ाई तपिश
बागेश्वर धाम के प्रमुख और बागेश्वर बाबा के नाम से विख्यात धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बकरीद पर दिया गया हालिया बयान सुर्खियों का हिस्सा बन गया है. सपा के पूर्व सांसद ने बागेश्वर बाबा के बयान पर बड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इस मामले में CM योगी को भी जोड़ लिया है.
‘योगी जैसा बनने की होड़ है’
सपा के पूर्व सांसद एसटी हसन बकरीद पर बागेश्वर बाबा की टिप्पणी से इस कदर आहत हुए हैं कि उन्होंने इस मामले में CM योगी का नाम भी खींच लिया है. एसटी हसन ने बाबा बागेश्वर की टिप्पणी पर कहा है कि इस प्रकार के लोग मुसलमानों को गालियां देकर सबका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं, शायद ये लोग बड़ा पद पाने की होड़ में हैं. योगी जैसा बनने की होड़ है. एसटी हसन ने बागेश्वर बाबा को नसीहत देते हुए कहा कि हर व्यक्ति CM योगी नहीं बन सकता, ऐसे बयान देने से पहले सोचना चाहिए.
बागेश्वर बाबा ने क्या कहा था ?
बाबा बागेश्वर ने बकरीद पर टिप्पणी की थी, बाबा बागेश्वर ने बकरीद पर बोलते हुए जीव हिंसा को निंदनीय बताया था, बाबा बागेश्वर ने कहा था कि हम किसी भी प्रकार की बलि प्रथा के पक्ष में नहीं है, हम बकरीद के भी पक्ष में नहीं है, किसी भी जीव को जीवित करने का अधिकार हमें नहीं है, तो किसी भी जीव को मारने का भी अधिकार हमें नहीं है.
सनातन में बलि प्रथा पर तीखी बहस !
बकरीद पर बाबा बागेश्वर ने अपने मन की बात बताते हुए, सनातन धर्म में बलि प्रथा के ज़िक्र पर भी अपनी बात दिल खोलकर कही है. बाबा बागेश्वर ने सनातन धर्म में बलि प्रथा की मान्यता को स्वीकारते हुए कहा कि सनातन में बलि प्रथा रही है,लेकिन अब वक्त के साथ अहिंसा को अपनाने की ज़रुरत है, अहिंसा परम धर्म है , हम सभ्य और सुशिक्षित लोग हैं, जीव हिंसा रोकनी चाहिए. तो वहीं एसटी हसन ने भी सनातन में बलि की मान्यता के मुद्दे पर बागेश्वर बाबा को घेरने की कोशिश की है, एसटी हसन ने कहा है कि कुर्बानी केवल इस्लाम में नहीं, बल्कि हिंदू धर्म में भी बलि प्रथा मौजूद है. हम अपनी अच्छी चीज को अल्लाह को कुर्बान करते हैं. अल्लाह हमें और इन जानवरों को पैदा करने वाला है, अल्लाह हमारा और इन जानवरों का पालनहार है.
‘ऐसी बातें देश में नफरत पैदा करती हैं’
एसटी हसन ने बाबा बागेश्वर के बयान को उकसाने वाला बयान करार दिया है. साथ ही एसटी हसन ने कहा है कि हम धार्मिक लोगों का सम्मान करते हैं, मगर जो लोग दूसरे मजहब को दुष्ट कहते हैं उनका सम्मान हम नहीं करते हैं. बाबा बागेश्वर के बयान पर निशाना साधते हुए एसटी हसन ने कहा कि ऐसी बातें देश में दरार और नफरत पैदा करती हैं.
गौरतलब है कि 7 जून को देशभर में बकरीद मनाई जाएगी, ऐसे वक्त में जीव हिंसा पर छिड़ी बहस सियासी तपिश बढ़ा रही है. और बाबा बागेश्वर के बयान पर देश में सियासी गदर की शुरुआत एसटी हसन के पलटवार से हो गई है.