Aligarh में ऐलान, तुर्की में मच गया घमासान..एर्दोगन की बढ़ गई टेंशन!

Aligarh: ‘अहसान फरामोश है एर्दोगन, हिसाब करना जरूरी’

भारत-पाकिस्तान जंग में पाकिस्तान का साथ देने वाले तुर्की का विरोध तेज होता जा रहा है। अलीगढ़ में भी ताला व्यापारियों ने तुर्की को माल नहीं भेजने का ऐलान कर दिया है। इधर अलीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भी तुर्की से सारे शैक्षणिक संबंध खत्म करने का ऐलान कर दिया है।

Aligarh अलगीढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी

Aligarh मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने तुर्की से खत्म किये शैक्षणिक संबंध

Aligarh में तुर्की के खिलाफ मोर्चा

भारत-पाकिस्तान जंग में जिन-जिन देशों ने पाकिस्तान का साथ दिया था,अब उनको सबक सिखाने की मांग तेज होने लगी है।खासकर तुर्की और अजरबैजान को। तुर्की का विरोध करने वाले नामों में अब यूपी के अलीगढ़ का नाम भी शामिल हो गया है। अलीगढ़ के ताला कारोबारियों ने ऐलान कर दिया है कि, वो तुर्की और पाकिस्तान को अपना कोई माल नहीं बेचेंगे।ताला कारोबारियों का कहना है कि, हमारे लिए पहले देश है, उसके बाद कारोबार। अगर देश रहेगा,तब हम रहेंगे।

Aligarh के ताला कारोबारियों ने कह दी पते की बात

Khabriलाल.Digital के संवाददाता से बात करते हुए व्यापारियों ने कहा कि, पाकिस्तान के आतंकियों ने पहलगाम में जो किया,उसे इस्लाम में कहीं से जायज नहीं ठहराया जा सकता। और ऐसे आतंकियों का समर्थन करने वाला पाकिस्तान भी उतना ही बड़ा गुनहगार है, जितना की वारदात को अंजाम देने वाले आतंकी। तुर्की  उसी आतंकवाद का समर्थन करने वाले देश के साथ खड़ा रहा। भारत के खिलाफ प्रचार किया। और तो और पाकिस्तान को हथियारों से भी मदद की। तुर्की के दिये ड्रोन से ही पाकिस्तान ने भारत पर हमला किया।लिहाजा तुर्की को माफ नहीं किया जा सकता।

Aligarh में तुर्की के खिलाफ मोर्चा
Aligarh के ताला कारोबारियों ने तुर्की से व्यापारिक रिश्ते खत्म किये

‘जो देश पाकिस्तान का समर्थक वो हमारा विरोधी’

Aligarh के ताला कारोबारियों ने आपके चैनल Khabriलाल.Digital से कहा कि,जो भी देश ऐसे मुल्क का समर्थन करेगा। हम उसका बहिष्कार करेंगे। लिहाजा अब अलीगढ़ से पाकिस्तान और तुर्की को कोई भी माल नहीं जाएगा। उनसे किसी भी तरह का संबंध नहीं रखा जाएगा। उन्हें पहलगाम हमले को लेकर कड़ा सबक सिखाया जाएगा। ऐसा सबक की पाकिस्तान और उसका समर्थन करने वाले देश याद रखेंगे।ताला कारोबारियों ने एक स्वर में कहा कि,जो देश का दुश्मन वो हमारा दुश्मन है। तुर्की ने पाकिस्तान का साथ देकर भारत का विरोध करने का काम किया है,लिहाजा उसका विरोध जरूरी है।

तुर्की को बताया अहसान फरामोश

 तुर्की को अहसान फरामोश बताते हुए  Aligarh के ताला कारोबारियों ने Khabriलाल.Digital के संवाददाता से कहा कि, तुर्की को शायद वो वक्त भूल गया जब 2023 में उसके यहां प्राकृतिक आपदा आई थी। भीषण भूकंप से उसकी धरती कांप गई थी, हजारों लोगों की जान चली गई थी। उस समय जब तुर्की को सबसे ज्यादा मदद की जरूरत थी। भारत सबसे पहले आगे आया, और तुर्की के साथ अपने संबंधों को दरकिनार करके उसकी मानवीय सहायता की।

Aligarh
Aligarh के ताला कारोबारियों ने तुर्की को दिया सख्त संदेश

तुर्की को दवा से लेकर राहत सामग्री तक पहुंचाई।भूकंप के मलबे में जब हजारों जिंदगियां फंसी हुई थी, भारत की टीम ने उनकी जान बचाने का काम किया। उन्हें मौत के मुंह से बाहर निकाला। तुर्की की जनता ने भी इसके लिए भारत का धन्यवाद किया था। लेकिन अहसान फरामोश तुर्की ये सब भूल गया.. और आतंकवाद को पालने-पोषने वाले देश के साथ जाकर खड़ा हो गया। ऐसा करते समय उसने ये भी नहीं सोचा कि,ये भारत और मानवता के साथ कितना बड़ा धोखा है। केवल धर्म के आधार पर पाकिस्तान का समर्थन करना कहां तक सही है, जो तुर्की उसके साथ जाकर खड़ा हो गया।

‘पीएम मोदी के साथ खड़ा है देश’

Aligarh के ताला व्यापारियों ने दिखा दी तुर्की को हिंदुस्तान की एकता
Aligarh के ताला व्यापारी बोले तुर्की को सबक सिखाना जरूरी

व्यापारियों ने कहा कि, अलीगढ़ का हर एक व्यापारी पीएम मोद के संकल्प के साथ खड़ा है। इस वक्त पूरा देश एकजुट है। पीएम मोदी तुर्की,पाकिस्तान और अजरबैजान को लेकर जो भी फैसला लेंगे। हम सब लोग उसका साथ देंगे।इधर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने भी तुर्की से सारे शैक्षणिक संबंध खत्म करने का ऐलान किया है। यूनिवर्सिटी के पीआरओ ने कहा है कि, तुर्की ने भारत के खिलाफ जाकर आतंकवाद का समर्थन करने वाले देश का साथ दिया है। लिहाजा अब अलीगढ़ यूनवर्सिटी उससे किसी भी तरह का संबंध नहीं रखना चाहती है।