Jind की Yashika Goyal ने पूरे प्रदेश में कमाया नाम

Jind : हरियाणा बोर्ड के 12वीं के नतीजे घोषित हो चुके हैं. हरियाणा बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में इस साल 85.66 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हुए हैं. Jind की Yashika Goyal ने 12वीं में पूरे हरियाणा में दूसरा स्थान हासिल कर न सिर्फ अपने परिजनों का बल्कि अपने शिक्षकों, अपने कॉलेज और पूरे जिले का नाम रौशन किया है. याशिका गोयल ने कॉमर्स स्ट्रीम में निर्धारित कुल 500 अंकों में से 495 अंक हासिल किए हैं. इस खास मौके पर Khabriलाल.Digital की टीम ने Yashika Goyal को बधाई दी है. और याशिका गोयल से उनकी इस उपलब्धि पर ख़ास बातचीत की है.
CA बनना चाहती हैं Yashika Goyal
याशिका गोयल 12वीं में दूसरी स्थान हासिल करने के बाद, अब अपने आगे के करियर पर फोकस करना चाहती है. याशिका गोयल ने कॉमर्स से 12वीं किया है. याशिका गोयल आगे चलकर कॉमर्स स्ट्रीम में ही पढ़ाई करना चाहती है. याशिका गोयल ने Khabriलाल.Digital को बताया है कि वो भविष्य में CA बनकर देश और समाज की प्रगति में अपना योगदान दर्ज करवाना चाहती हैं.
‘हमें याशिका पर गर्व है’
Khabriलाल.Digital ने याशिका गोयल के परिजनों से बातचीत की है. इस दौरान याशिका के पिता सूरज गोयल और याशिका की माता सुनीता गोयल, अपनी बेटी की उपलब्धि को लेकर बेहद खुश नज़र आए. याशिका के माता-पिता ने एक सुर में कहा है कि हमें याशिका पर गर्व है, हमारी बेटी ने पूरे प्रदेश में हमारा नाम रौशन कर दिखाया है. लोग हमें अब जींद की होनहार बेटी याशिका के माता-पिता के तौर पर पहचानने लगे हैं.
कौन हैं याशिका के आदर्श ?
Khabriलाल.Digital ने याशिका गोयल से जाना है कि रियल लाइफ में Yashika Goyal के आदर्श कौन हैं. याशिका गोयल ने बताया है कि याशिका के माता-पिता ही उनके आदर्श हैं. साथ ही याशिका ने अपने शिक्षकों का भी आभार जताया है और अपने शिक्षकों को भी याशिका ने अपना आदर्श करार दिया है. याशिका ने कहा है कि उनके माता-पिता, परिजनों ने उन्हें हमेशा कठिन परिश्रम करने के लिए प्रेरित किया है. साथ ही सभी शिक्षकों ने उनके अबतक के शैक्षणिक सफर में अपना भरपूर योगदान दिया है. और उन्हें लगातार प्रेरित किया है. आपको बता दें कि Yashika Goyal ने 12वीं की पढ़ाई एस.डी कन्या महाविद्यालय, नरवाना से की है.
7-8 घंटे प्रतिदिन पढ़ती हैं याशिका
याशिका ने जो आज उपलब्धि हासिल की है, उसके पीछे याशिका गोयल की जीतोड़ मेहनत और पढ़ाई के प्रति उनका ख़ास रुझान है. Khabriलाल.Digital से बातचीत के दौरान Yashika Goyal ने बताया है कि वो प्रतिदिन 7-8 घंटे पढ़ाई करती थीं. याशिका ने बताया है कि उन्होंने अपनी पढ़ाई के लिए एक टाइम टेबल बना लिया था. याशिका गोयल ने अपने पढ़ाई से संबंधित टाइम टेबल में सभी विषयों को ख़ास जगह दी थी. याशिका ने किसी भी विषय को आसान या कठिन की श्रेणी में नहीं बांटा बल्कि याशिका ने अपनी क्षमता के हिसाब से विषयों के पढ़ने के समय को निर्धारित किया था. मतलब उदाहरण के तौर पर याशिका को लगता था कि वो किसी विषय को अगर 30 मिनट में कवर कर सकती है तो उन्होंने उसे अपने टाइम टेबल में सिर्फ 30 मिनट ही दिए और याशिका को लगा कि किसी विषय को प्रतिदिन न्यूनतम 1 घंटा देना ही पड़ेगा तो उस विषय की याशिका ने प्रतिदिन 1 घंटा पढ़ाई की.
याशिका की बच्चों को ख़ास टिप्स
Khabriलाल.Digital से बातचीत के दौरान याशिका ने अपनी सफलता का राज डेली रिवीजन को बताया है. याशिका ने बताया है कि आज वो जिस मुकाम पर है उसके पीछे की एक बड़ी वजह उनका अपने पाठ्यक्रम पर फोकस और उसका निरंतर रिवीजन करना है. याशिका ने बताया है कि वो वर्क मैनेजमेंट पर फोकस करती थी. पाठ्यक्रम में शामिल वर्तमान में पढ़ने वाले टॉपिक के साथ साथ याशिका पहले जिन टॉपिक्स को पढ़ चुकी थी उनका नियमत अंतराल पर रिवीजन करती रहती थी. ताकि एग्ज़ाम में टाइम में पाठ्यक्रम को सही ढंग कवर करके बेहतर स्कोर किया जा सके. Yashika Goyal आने वाले शैक्षणिक सत्र में बोर्ड परीक्षा देने वाले बच्चों को ख़ास टिप्स देते हुए कहा है कि नया पाठ पढ़ने के साथ, पिछले पाठ का अभ्यास ही हमें परीक्षा में बेहतर परिणाम दिला सकता है. Khabriलाल.Digital याशिका गोयल को उनकी इस ख़ास उपलब्धि के लिए बधाई देता है, साथ ही याशिका को स्वर्णिम भविष्य की शुभकानाएं देता है.