LOC के बाद LAC पर जंग की तैयारी? China रच रहा तगड़ी साजिश! भारत की क्या है तैयारी?

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नई दिल्ली: पाकिस्तान के बाद अब China सीमा पर तनाव बढ़ाने का काम कर रहा है। कुछ ऐसा कर रहा है। जिसके लिए पहले भी भारत उसे कई बार फटकार लगा चुका है। बावजूद इसके China अपनी इस हरकत से बाज नहीं आ रहा है। दरअसल चीन ने एक बार फिर अरुणाचल के कई शहरों ने नाम बदल दिये हैं। जिस पर भारत ने कड़ा ऐतराज जताया है।भारत ने साफ कहा है कि, नाम बदलने से हकीकत नहीं बदल जाएगी। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग था और रहेगा। बता दें कि चीन अरुणाचल को ”दक्षिण तिब्बत” बताकर उस पर अपना दावा ठोकता है।

चीन पहले भी कर चुका है ये काम

ये कोई पहला मौका नहीं है,जब चीन( China )ने ऐसा काम किया हो। इसके पहले भी कई बार चीन( China )ऐसी हिमाकत कर चुका है।चीन ने सबसे पहले 2017 में अरुणाचल प्रदेश के 6 जगहों का नाम बदला था। इसके बाद 2021 में फिर उसने 15 जगहों के नाम बदल दिये। 2023 में 11 और 2024 में 30 से अधिक जगहों के नाम चीन ने बदले। अरुणाचल के जिन जगहों का नाम चीन( China )बदलता है। उसमें पहाड़,नदियां,झील और आवासीय क्षेत्र भी शामिल हैं। चीन ( China )की ऐसी टुच्ची हरकत के बाद भारत हर बार उसे फटकार लगाता है। उसे खरी-खोटी सुनाता है। लेकिन चीन अपनी इस आदत से बाज नहीं आता है।

चीन को भारत ने फिर लगाई तलाड़

भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि,केवल नामकरण करने से वास्तविकता नहीं बदल जाती है। ये बात दुनिया जानती है कि, अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग था और हमेशा रहेगा। चीन (China )के हमारे इलाकों का नाम बदलने से हमारे इलाके चीन के नहीं हो जाते हैं। चीन (China ) को ये बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए। और चीन जितनी जल्दी ये बात समझेगा। उसके लिए उतना अच्छा रहेगा। क्योंकि भ्रम ज्यादा दिन तक नहीं पालना चाहिए। नहीं तो नासूर बन जाता है।

अरुणाचल के विकास से घबड़ा गया है चीन?

चीन( China ) की इस हरकत पर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री  पेमा खांडू ने कहा है कि, भारत बॉर्डर के इलाकों में तेजी से विकास कर रहा है। वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत इन गांवों में लोगों के जीवन स्तर को सुधारने का काम बडे़ पैमाने पर हो रहा है। जिससे चीन(China )घबरा गया है। अरुणाचल के शहरों के नाम बदलने के पीछे उसकी यही एक मंशा दिखाई पड़ती है। बता दें कि, चीन( China )को उसकी हद बताने के लिए ही हाल ही में बॉर्डर से सटे गांव मेचुका में पहली बार  International Adventure Race का आयोजन किया गया था। जिसमें कई देशों ने शिरकत की थी।

चीन की मंशा क्या है?

यहां सवाल उठता है कि, आखिर अरुणाचल के शहरों के नाम बदलकर चीन( China )साबित क्या करना चाहता है। जैसा कि, आप जानते हैं कि, चीन और भारत के क्या संबंध हैं। दोनों में पिछले कई सालों से सीमा विवाद चल रहा है। चीन ( China )ने भारत के एक बड़े भू-भाग पर कब्जा कर रखा है। और अरुणाचल पर भी उसकी नजर है।लिहाजा अरुणाचल के शहरों के नाम बदलकर भारत पर राजनीतिक दवाब बनाना चाहता है। भारत चीन( China )की सीमा के दस्तावेज को लेकर दुनिया में भ्रम पैदा करना चाहता है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने इस झूठे प्रोपगैंडे को सच साबित करना चाहता है।

चीन समझ ले एक बात…

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चीन( China )को एक बात समझ लेना चाहिए कि, उसके ऐसा करने से भारत को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। भारत चीन को लगातार समझा रहा है कि, ऐसी ओछी हरकत करके वो अपने ऊपर ही बट्टा लगा रहा है। बावजूद इसके चीन( China )ने ऐसा करना जारी रखा है। अगर चीन ये सोच रहा है कि, वो भारत के इन इलाकों पर कब्जा कर सकता है। तो ये उसकी बड़ी भूल है। ये पहले वाला भारत नहीं है । ये आज का हिंदुस्तान है, जो दुश्मन के घर में घुसकर मारता है। और उसे ये बता देता है कि, हम मां भारती के सपूत हैं।