PM MODI के बयान पर ख्वाजा आसिफ का बड़ा दावा, जाने क्या है सच्चाई?
पीएम मोदी ने सोमवार को राष्ट्र के नाम एक संदेश दिया। संदेश ऐसे जिससे दुश्मन देश की नींद उड़ गई है। पीएम मोदी ने साफ कहा कि, अब भारत आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को नहीं छोड़ेगा। और ऑपरेशन सिंदूर केवल स्थगित हुआ है। इसे खत्म नहीं किया गया है।पीएम मोदी के इस बयान के बाद अब पाकिस्तान बड़े-बड़े दावे करने लगा है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि, ”पीएम मोदी अपनी इज्जत बचाने के लिए ऐसा संदेश दे रहे हैं”।”असल में सच्चाई कुछ और है”।
पाकिस्तान की जली है, पता चल गया है…
सोमावर की रात को जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को चेतावनी दी। पाकिस्तान की सारी सच्चाई उसकी जनता के सामने आ गई । पाकिस्तान की जनता ये समझ गई कि, उसके हुक्मरान झूठी जीत का दावा कर रहे हैं। और उन्हें बरगला रहे हैं। पाकिस्तानी हुक्मरानों को जब लगा कि, जनता उनकी सच्चाई जान गई है। तो वहां के रक्षा मंत्री ख्जाजा आसिफ मीडिया के सामने आये। पाकिस्तानी चैनल जियो न्यूज से बातचीत में ख्वाजा आसिफ ने कहा कि, ”पीएम मोदी का भाषण सुनने के बाद मुझे नहीं लगता कि, उनकी बातों में कोई सार बचा है”।

ख्वाजा आसिफ के बाद पाकिस्तानी सांसद इरफान सिद्दीकी ने मोर्चा संभाला। उन्होंने कहा कि, ”भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात को मान लिया है कि, संघर्ष की शुरुआत हमने नहीं उन्होंने की थी। लिहाजा उनके भाषण में कुछ भी भरोसेमंद नहीं है”
इरफान सिद्दीकी ने कहा ” अब भारत के प्रधानमंत्री मोदी के सामने नई जंग है। अब वो अपने 1.5 अरब देशवासियों को कुछ नहीं बेच सकते”। यही नहीं इरफान सिद्दीकी ने एक और दावा करते हुए कहा कि, ”भारत के साथ संघर्ष में हमारे साथ कई देश खड़े थे,लेकिन भारत के साथ कोई खड़ा नहीं था। पीएम मोदी खोखली बयानबाजी के अलावा कामयाबी का कोई सबूत पेश नहीं कर सकते”।
बयानों में दिख रही है पाकिस्तान की खीझ
पाकिस्तान के बयानों से एक बात तो साफ है कि, भारत ने उसकी अच्छी बैंड बजाई है। तभी वो हिंदुस्तान के खिलाफ जहर उगल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के बयानों को झूठा बता रहा है। यहां सवाल उठता है कि, आखिर पाकिस्तान जो बोल रहा है उन दावों में कितनी सच्चाई है। क्या दरअसल भारत के साथ कोई देश नहीं खड़ा था। तो जवाब है, ये पाकिस्तान का सफेद झूठ है। भारत के आगे घुटने टेकने के और सीजफायर के लिए गिड़गिड़ाने के बाद अब उसे अपनी इज्जत बचानी है। अपनी जनता को दिखाना है कि, पाकिस्तान भारत के साथ संघर्ष में हारा नहीं जीता है।

तभी तो उसने 10 मई को हर साल यौम-ए-मरका-ए-हक मनाने की घोषणा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के खिलाफ चलाए जा गए अपने ऑपरेशन को भी सफल बताया है।ये सब बताने के लिए काफी है कि, पाकिस्तान अपनी हार को किसी भी तरह छिपाना चाहता है। अपनी जनता को ये बताना चाहता है कि, भारत के खिलाफ संघर्ष में उसकी जीत हुई है।क्योंकि भारत के खिलाफ दुष्प्रचार से ही शहबाज की सत्ता बची रहेगी।
पाकिस्तान कैसे बोल रहा सफेद झूठ?
पाकिस्तान का कहना है कि, भारत के खिलाफ उसे कई देशों का समर्थन हासिल था। लेकिन वो ये नहीं बता रहा है कि, ये देश धर्म के आधार पर उसे सपोर्ट कर रहे थे। जबकि भारत के साथ जो देश खड़े थे वो उसकी सच्चाई को सपोर्ट कर रहे थे।
शायद पाकिस्तान ये भूल गया कि, रुस, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया,जापान जैसे कई देश भारत को पूरी तरह समर्थन कर रहे थे। ब्रिटेन भी एक तरह से भारत के साथ खड़ा था। यही नहीं कई मुस्लिम देश भी भारत के कदम का समर्थन कर रहे थे।और अगर भारत जंग का ऐलान कर देता तो जो देश पाकिस्तान का समर्थन कर रहे थे, वो भी पीछे हट जाते। और वैसे भी भारत से कोई अपना रिश्ता नहीं बिगड़ाना चाहेगा।