‘नापाक पाकिस्तान’ पर पूरे देश में उबाल… आतंक को जड़ से मिटाना होगा – सुनिए Anti Terrorist Front India के अध्यक्ष ने क्या कहा.

Haryana : आज India Pakistan War के जो हालात बने हैं उसके बीछे वजह है Pahalgam Attack. जिसकी वजह से पूरे देश में इस कदर गुस्सा है कि हर कोई पाकिस्तान का नाम दुनिया के नक्शे से मिटाने को उतारू है. सरकार ने भी अपनी तरफ से पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दिया और उसे घुटनों पर ला दिया. लेकिन देश की आम जनता इसे शांति नहीं मिली. वो अब भी मोदी सरकार से पाकिस्तान को और ज्यादा कड़ा सबक सिखाने की मांग कर रही है. वहीं दूसरी तरफ अंबाला में Anti Terrorist Front India राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने भी भारत सरकार से अपील करते हुए कहा है कि “India-Pakistan के DGMO Level की बैठक में सरकार की पहली शर्त पहलगाम हमले में 26 मासूमों की हत्या करने वाले दरिंदे आतंकियों को ज़िंदा या मुर्दा भारत के हवाले करने की होनी चाहिए”. वीरेश शांडिल्य ने अपने रोष प्रकट करते हुए कहा “जब तक इन दरिंदों के कटे हुए सिर हम लोग नहीं देख लेते तब तक हमें शांति नहीं मिलेगी. शहीदों की शहादत का बदला लिए बिना भारत को कोई मरहम नहीं लगेगा”.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए शांडिल्य ने कहा कि पाकिस्तान को ये साफ मैसेज देना होगा कि भारत अब हर शहीद की कुर्बानी का बदला कुर्बानी से ही लेगा. उन्होने पहलगाम हमले में शहीद विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल का दर्द साझा करते हुए हिमांशी के शब्दों को दोहराया और कहा “मैं उन दरिंदे आतंकियों को जिंदगी की भीख मांगते हुए देखना चाहती हूं”.

आपको बता दें Anti Terrorist Front India राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने PM Narender Modi से आतंकिस्तान पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि भारत सरकार पाकिस्तान के साथ होने वाली DGMO Meeting में आतंकियों के खिलाफ निर्णायक और सख्त रवैया अपनाए. शांडिल्य ने कहा जैसे पाकिस्तान आज तक हाफिज सईद, मसूद अजहर जैसे सांपों को पालता रहा है वो इसी तरह पहलगाम के आतंकियों को भी पनाह देगा. इसलिए भारत को पाकिस्तान से इस बारे में दो टूक बात करते हुए उन दरिदों की मांग करनी चाहिए. इस बारे में वीरेश शांडिल्य भारत के प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री को पत्र भी भेजा है और कहा है भारत की तरक्की हमेशा से हमारे लिए सर्वोपरि हैं और Indian Army की पाकिस्तान में घुसकर की कार्रवाई भी सराहनीय हैं.